टोक्यो में हमारे सितारे : शूटिंग में इन 5 एथलीट्स से उम्मीदें, जानें रिकॉर्ड

punjabkesari.in Tuesday, Jul 20, 2021 - 06:17 PM (IST)

जालन्धर : टोक्यो ओलिम्पिक में भारतीय ओलिम्पिक एसोसिएशन इस बार 15 निशानेबाज को भेज रही है। इसी के साथ ओलिम्पिक में हिस्सा लेने वाले निशानेबाजों की संख्या 63 हो जाएगी। निशानेबाजी ऐसा खेल है जिसमें भारत ने हॉकी और कुश्ती के बाद सर्वाधिक पदक जीते हैं। हॉकी के 8 स्वर्ण पदकों के अलावा एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक भी भारत को निशानेबाजी में ही मिला है। भारतीय निशानेबाजों से रियो ओलिम्पिक में काफी उम्मीदें थीं लेकिन वहां उन्हें निराशा हाथ लगी थी लेकिन अब मुश्किलों की बुल्स आई पर निशाने लगाकर भारत के लिए वह टोक्यो ओलिम्पिक में मैडल जीतना चाहेंगे।

- 15 स्पर्धाओं में 360 निशानेबाज, 180 पुरुष और 180 महिला निशानेबाज प्रतिस्पर्धा करेंगे
- 15 स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करेंगे भारतीय निशानेबाज
- निशानेबाजी में भारत ने जीते हैं एक स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य

सौरभ चौधरी


18 साल के सौरभ चौधरी 20 मीटर एयर पिस्टल इवैंट के वल्र्ड नंबर 2 निशानेबाज हैं। वह वल्र्ड नंबर 1 अभिषेक शर्मा से 13 साल छोटे हैं। सौरभ ने आई.एस.एस.एफ. विश्व कप में 8 गोल्ड मैडल जीते थे। यूथ ओलिम्पिक 2018 और एशियन गेम्स में वह गोल्ड जीत चुके हैं। वह एशियन गेम्स में भी अपना लोहा मनवा चुके हैं। उनसे पदक की आस होगी।

राही सरनोबत


30 साल की राही 2010 और 2014 की कॉमनवैल्थ गेम्स में गोल्ड जीत चुकी हैं। 2018 में वह एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। म्युनिख में हुए आई.एस.एस.एफ. विश्व कप 2019  में उन्होंने गोल्ड जीत टोक्यो ओलिम्पिक में अपनी जगह बनाई। वह अभी 25 मीटर वुमन पिस्टल की विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर हैं।

एलावेनिल वलारिवान


चिकी यादव की जगह 10 मीटर एयर राइफल कैटेगरी में खेलने वाली वलारिवान मिक्स टीम का भी हिस्सा हैं। 21 साल की वलारिवान ने सिडनी में हुए विश्व कप 2018 से चर्चा पाई थी। इसी साल उन्होंने जर्मनी में 3 गोल्ड जीते। 2019 विश्व कप में उन्होंने 2 गोल्ड जीते। भारत की एयर राइफल कैटेगरी मजबूत है और वह मैडल ला सकती है।

यशस्विनी सिंह देसवाल


रियो में हुए विश्व कप 2019 में देसवाल ने तब चर्चा बटोरी जब उन्होंने 2004 एथैंस ओलिम्पिक के गोल्ड मैडलिस्ट ओलेना कोस्टेविच को हरा दिया। यशस्विनी अभी 10 मीटर वुमैंस एयर पिस्टल स्पर्धा में वल्र्ड नंबर 1 निशानेबाज हैं। यशस्विनी ने 2016 के विश्व कप और साऊथ एशियन गेम्स में क्रमश: सिल्वर और ब्रॉन्ज मैडल जीते थे।

मनु भाकर


टोक्यो ओलिम्पिक की 3 स्पार्धाओं में ंखेलने वाली मनु अकेली भारतीय निशानेबाज हैं। आई.एस.एस.एफ. विश्व कप में मनु 9 बार गोल्ड मैडल जीत चुकी हैं। एशियन शूटिंग चैम्प्यिनशिप में 2 तो काूॅमनवैल्थ गेम्स 2018 में एक गोल्ड भी उनकी झोली में हैं। मनु एयर पिस्टल की माहिर है और ओलिम्पिक में 10 और 25 मीटर की खेल में हिस्सा लेंगी।

टोक्यो में भारतीय शूटर्स


अंजुम मौदगिल और अपूर्वी चंदेला (दोनों महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल), दिव्यांश सिंह पंवार और दीपक कुमार (दोनों पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल), तेजस्विनी सावंत (महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन), संजीव राजपूत और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन), मनु भाकर और यशस्विनी सिंह देसवाल (महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल), सौरभ चौधरी और अभिषेक वर्मा (पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल), राही सरनोबत और इलावेनिल वलारिवान (महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल) तथा अंगद वीर बाजवा और मैराज अहमद खान (पुरुष स्कीट)।

ओलिम्पिक में भारतीय निशानेबाजी


अभिनव बिंद्रा बीजिंग ओलिम्पिक 2008 के 10 मीटर एयर राइफल इवैंट (सिंगल) में स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय हैं। बिंद्रा से चार साल पहले एथैंस अेलिम्पिक में सेना में अधिकारी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने डबल ट्रैप में रजत पदक जीता था। यह नार्मन प्रिचार्ड के पेरिस ओलिम्पिक 1900 के प्रदर्शन के बाद भारत की तरफ से व्यक्तिगत रजत पदक जीतने वाले पहले खिलाड़ी थे। लंदन ओलिम्पिक 2012 में सेना में ही कार्यरत विजय कुमार ने पुरुषों के 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत तो गगन नारंग ने 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीता। भारत ओलिम्पिक में 17 व्यक्तिगत पदक जीत चुका है इसमें 4 निशानेबाजी से मिले। अभी तक निशानेबाजी में भारत के 48 प्रतिभागियों ने ओलिम्पिक में जगह बनाई है जिनमें 12 महिलाएं शामिल हैं।

ओलिम्पिक में निशानेबाजी


1896 एथैंस ओलिम्पिक में निशानेबाजी की 5 स्पर्धाएं आयोजित की गई थी। टोक्यो ओलिम्पिक में महिला और पुरुष वर्ग में छह-छह स्पर्धाओं के अलावा पहली बार 10 मीटर एयर राइफल, 10 मीटर एयर पिस्टल और शॉटगन ट्रैप में मिश्रित स्पर्धाएं शामिल की गई हैं। ओलिम्पिक में अमरीका ने 54 स्वर्ण सहित 110 पदक जीते हैं। इसके बाद चीन (22 स्वर्ण सहित 56 पदक), सोवियत संघ - रूस (24 स्वर्ण) का नाम आता है। 

Content Writer

Jasmeet