बेल्जियम के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में होगी भारत की असली परीक्षा
punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 02:01 PM (IST)
चेन्नई : भारत ने अपेक्षाकृत आसान पूल में लगभग प्रत्येक विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन FIH पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप में उसकी असली परीक्षा बेल्जियम के खिलाफ शुक्रवार को यहां होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच में होगी।
चिली, ओमान और स्विट्जरलैंड के साथ पूल बी में शामिल भारत ने शानदार प्रदर्शन करके पहले स्थान पर रहते हुए नाकआउट दौर में प्रवेश किया। भारतीय टीम ने पूल चरण में 29 गोल किए और एक भी गोल नहीं खाया, जो टूर्नामेंट में भाग ले रही सभी 24 टीमों में सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट है। लेकिन पीआर श्रीजेश की कोचिंग वाली टीम यह बात अच्छी तरह जानती है कि इन परिणामों का आगे कोई महत्व नहीं होगा, क्योंकि टूर्नामेंट के अंतिम चरण में उनका सामना मजबूत टीमों से होगा।
यहां से कोई भी चूक भारत के 9 साल बाद घरेलू मैदान पर खिताब जीतने के सपने को चकनाचूर कर सकती है। भारत ने आखिरी बार 2016 में लखनऊ में खिताब जीता था। भारत पूल चरण में शानदार प्रदर्शन करके इस उपलब्धि को दोहराने की स्थिति में दिख रहा है। उसने अभी तक 18 मैदानी गोल किए हैं। इसके अलावा उसने नौ गोल पेनल्टी कॉर्नर से और दो पेनल्टी स्ट्रोक से किए हैं। लेकिन यहां से भारतीय टीम की राह आसान नहीं होगी और किसी भी तरह का अति आत्मविश्वास उसे खिताब की दौड़ से बाहर कर सकता है।
चिली और ओमान के खिलाफ पहले दो मैचों में भारत ने दबदबा बनाए रखा और मनचाहे गोल दागे। उसने स्विट्जरलैंड को 5-0 से हराया, लेकिन स्विस टीम ने भारत की रक्षापंक्ति के सामने कड़ी चुनौती पेश की। इस मैच में गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह और बिक्रमजीत सिंह ने कुछ शानदार बचाव किए। पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करना अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है। पिछले मैच में शिलानंद लाकड़ा ने दो बार पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला लेकिन भारत कप्तान रोहित और अनमोल एक्का से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करेगा।
भारतीय स्ट्राइकरों ने पूल चरण में शानदार प्रदर्शन किया। दिलराज सिंह (06 गोल), मनमीत (05), अर्शदीप सिंह (04), अजीत यादव और गुरजोत सिंह (दोनों दो-दो गोल) सभी ने अपना प्रभाव छोड़ा है। रोसन कुजूर, एड्रोई एक्का, अंकित पाल और इंगलेम्बा लुवांग थोउनाओजम ने मध्यपंक्ति में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन उनकी असली परीक्षा अब होगी। श्रीजेश भी पूल चरण के प्रदर्शन को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से कुछ क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है। अगले मैच से असली टूर्नामेंट शुरू होगा और हमारे लिए उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना बहुत महत्वपूर्ण है।' बेल्जियम अपने पूल में दूसरे स्थान पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंचा लेकिन भारत को उसे किसी भी तरह से हल्के से लेने की गलती नहीं करनी होगी। बेल्जियम ने अभी तक टूर्नामेंट में 22 गोल किए हैं और वह सर्वाधिक गोल करने वाली टीमों में तीसरे नंबर पर है। उसने 11 मैदानी गोल किए जबकि इतने ही पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला।
श्रीजीश ने कहा, ‘जूनियर विश्व कप कोई आसान टूर्नामेंट नहीं है। मेरा मतलब है कि इनमें से कोई भी टीम आपको आसानी से जीत हासिल नहीं करने देगी। टूर्नामेंट की असली शुरुआत तो अब होगी और कोई भी गलती भारी पड़ सकती है।' क्वार्टर फाइनल के अन्य मैचों में स्पेन का सामना न्यूजीलैंड से, फ्रांस का सामना जर्मनी से और नीदरलैंड का सामना अर्जेंटीना से होगा।

