किसान आंदोलन पर रिहाना के ट्वीट के बाद बोले भारतीय क्रिकेटर, जानें किसने क्या कहा
punjabkesari.in Thursday, Feb 04, 2021 - 11:43 AM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : किसान आंदोलन पर मशहूर पॉप स्टार रिहाना के ट्वीट के बाद बहस तेज हो गई है। अब किसान आंदोलन पर भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने अपनी बात रखते हुए किसानों को देश का अभिन्न अंग बताया है और कहा कि जल्द ही इसका समाधान मिल जाएगा। इस पर भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली से लेकर पूर्व क्रिकेटर और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने-अपने विचार ट्विटर के जरिए लोगों के सामने रखे। आइए जानते हैं किसने क्या कहा -
विराट कोहली ने ट्वीट किया, 'असहमति के इस समय में हम सभी एकजुट रहें. किसान हमारे देश का एक अभिन्न हिस्सा हैं और मुझे यकीन है कि सभी पक्षों के बीच एक सौहार्दपूर्ण समाधान मिल जाएगा ताकि शांति हो और सभी मिलकर आगे बढ़ सकें.'
भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर शिखर धवन ने भी इसी तरह का ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'हमारे महान देश को फायदा हो ऐसे समाधान तक पहुंचना अभी सबसे जरूरी चीज है. आइए साथ खड़े रहें और एक बेहतर व उज्जवल भविष्य की तरफ आगे बढ़ें।'
रोहित शर्मा ने इस पर कहा, भारत हमेशा मजबूत रहा है, हम सभी एक साथ खड़े हैं और इसका समाधान खोजना समय की जरूरत है। हमारे किसान हमारे देश की भलाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और मुझे यकीन है कि हर कोई समाधान खोजने के लिए अपनी भूमिका निभाएगा।
Stronger together 🇮🇳 #IndiaTogether
— hardik pandya (@hardikpandya7) February 3, 2021
हार्दिक पांड्या ने ट्वीट करते हुए लिखा, एक साथ मजबूत।
सचिन तेंडुलकर ने कहा, 'भारत की संप्रभुता के साथ समझौता नहीं कर सकते। विदेशी ताकतें सिर्फ देख सकती हैं लेकिन हिस्सा नहीं ले सकतीं। भारत को भारतीय जानते हैं और भारत के लिए फैसला भारतीयों को ही लेना चाहिए। आइए एक राष्ट्र के तौर पर एकजुट रहें।'
सुरेश रैना ने कहा है, 'एक देश के तौर पर हमारे पास आज ऐसे मुद्दे हैं जिनके समाधान की जरूरत है. ऐसे मुद्दे कल भी होंगे. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम विभाजित हो जाएं और बाहरी शक्तियों का प्रयोग होने दें. हर मुद्दा सौहार्दपूर्ण और निष्पक्ष बातचीत से ही हल होगा।
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा, कृषि भारतीय आर्थिक प्रणाली की मशीनरी का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसान किसी भी देश के पारिस्थितिकी तंत्र की रीढ़ हैं। यह एक आंतरिक मामला है और मुझे यकीन है कि बातचीत के माध्यम से हल किया जाएगा। जय हिन्द!