भारतीय जूडो खिलाड़ी सुशीला देवी ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई!

punjabkesari.in Monday, Jun 07, 2021 - 11:00 PM (IST)

नई दिल्ली : भारतीय जूडो खिलाड़ी सुशीला देवी ने महाद्वीपीय कोटा हासिल करके अस्थाई रूप से टोक्यो ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। सुशील के टोक्यो ओलिम्पिक में हिस्सा लेने की पुष्टि हालांकि 28 जून को ही हो पाएगी जब क्वालीफाई करने वाले खिलाडिय़ों की अंतिम सूची जारी होगी। रविवार को यहां विश्व जूडो चैंपियनशिप के 48 किग्रा वर्ग के पहले दौर में ही सुशील को हार का सामना करना पड़ा था। उनके अभी 989 अंक हैं जिससे वह एशियाई सूची में 7वें स्थान पर हैं।

अंतरराष्ट्रीय जूडो महासंघ की वेबसाइट के अनुसार- जारी की गई सूचना अस्थाई है और सिर्फ उन जुडोकाओं के नाम दिए गए हैं जो अगर आज ओलिम्पिक होते तो क्वालीफाई कर जाते। महाद्वीपीय कोटा क्षेत्र में जूडो खिलाड़ी की रैंकिंग के आधार पर दिए जाते हैं। एशिया के पास 10 कोटा स्थान हैं। वेबसाइट के अनुसार- इस सूची में 28 जून 2021 तक काफी बदलाव होने की संभावना है जो ओलिम्पिक क्वालीफिकेशन अंक हासिल करने की अंतिम तिथि है।

खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने सुशीला को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी। रीजीजू ने ट्वीट किया कि मैं जुडोका सुशीला देवी को महिला 48 किग्रा वर्ग में महाद्वीपीय कोटा के जरिए तोक्यो 2020 के लिए क्वालीफाई करने पर बधाई देता हूं। भारत को गौरवांवित करके लिए हमारे खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। भारतीय जूडो महासंघ ने हालांकि कहा कि वह अंतिम सूची का इंतजार करेगा। महासंघ के सूत्र ने कहा कि इसमें (अंतरराष्ट्रीय जूडो महासंघ की सूची) बदलाव हो सकता है और 28 जून को ही अंतिम सूची तैयार होगी।

उन्होंने कहा कि इसलिए मैं निश्चित तौर पर नहीं कह सकता कि सुशीला ने क्वालीफाई किया है या नहीं। शायद 13 जून को विश्व चैंपियनशिप के खत्म होने के बाद हमें पता चले। सूत्र ने कहा कि मौजूदा विश्व चैंपियनशिप के बाद कोई ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता नहीं है। भारत को सिर्फ एक कोटा मिलेगा जो सुशीला लिकमाबम (महिला अंडर 48 किग्रा) और जसलीन (पुरुष अंडर 66 किग्रा) के बीच होगा। हर क्षेत्र की एक राष्ट्रीय ओलिम्पिक समिति का सिर्फ एक खिलाड़ी महाद्वीपीय कोटे के जरिए क्वालीफाई करने का हकदार होता है।

सर्वे : ओलिम्पिक जारी रहे, 50 प्रतिशत आबादी आई हक में

कोविड-19 के घटते केसों के बीच जापान की अब आधी जनता इस गर्मी में टोक्यो ओलिम्पिक करवाने के लिए एकजुट हो गई है। डेली न्यूजपेपर योमीउरी शिंबुन में छपे नवीनतम सर्वेक्षण में दावा किया है कि 50 प्रतिशत जापानी खेलों को इस गर्मी में आयोजित करना चाहते हैं, जबकि 48 प्रतिशत रद्द करने के पक्ष में हैं। पहले यह प्रतिशत विभिन्न सर्वेक्षणों में 70 से ऊपर जा रही थी। मई की शुरुआत में एक न्यूजपेपर ने दावा किया था कि 59 प्रतिशत जापानी खेल को रद्द करने तो 39 प्रतिशत आगे बढ़ाने पर आमदा हैं।


जापान में कोविड-19 संक्रमण के नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि हैं कि इसकी दर धीरे-धीरे गिर रही है। हालांकि टोक्यो सहित कई क्षेत्रों में अभी भी आपातकाल को हटाया नहीं गया है। टीकाकरण की दर भी बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि अब तक तीन प्रतिशत से अधिक आबादी पूरी तरह से टीका लगा चुकी है। बता दें कि कॉन्ट्रैक्ट के कारण जापान सरकार के हाथ में टोक्यो गेम्स को रद्द करने के हक नहीं है।  इसे इंटरनैशनल ओलिम्पिक कमेटी ही खत्म कर सकती है लेकिन वह भी इसे जारी रखने पर आमदा है।

पी.एम. सुगा भी थे चिंतित


प्रधान मंत्री योशीहिदे सुगा ने बीते दिनों ही सर्वे के आंकड़ों पर ङ्क्षचता जताई थी। तब गेम्स करवाने के पक्ष में सिर्फ 37 फीसदी लोग थे लेकिन देश में कोरोना वैक्सीनेशनल की रफ्तार तेज होने से जापानियों में खेलों के प्रति विश्वास एक बार फिर से जाग गया है। 

दर्शकों की एंट्री पर फैसला अभी नहीं

टोक्यो गेम्स में दर्शकों की एंट्री होनी अभी यकीनी नहीं है। योमिउरी टैलीफोनिक पोल ने बीती 4 से 6 जून के बीच सर्वे करवाया था जिसमें 26 फीसदी गेम्स में दर्शकों की एंट्री बैन रखने के समर्थन में थे तो वहीं 24 फीसदी चाहते थे कि दर्शकों की संख्या सीमित कर दी जाए लेकिन इन्हें रोका न जाए।

टीटीएफआई 20 से सोनीपत में लगाएगा प्रशिक्षण शिविर

भारतीय टैबल टैनिस महासंघ (टी.टी.एफ.आई.) ने ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके खिलाडिय़ों के लिए 20 जून से सोनीपत में अभ्यास शिविर शुरू करने की योजना बनाई है। टी.टी.एफ.आई. की कोशिश कोविड-19 के कारण प्रभावित हुई खिलाडिय़ों के अभ्यास की कमी को कुछ हद तक दूर करने की है। इस साल मार्च में 4 खिलाडिय़ों शरत कमल, जी साथियान, मनिका बत्रा और सुतीर्थ मुखर्जी ने क्वालीफिकेशन हासिल किया था लेकिन देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने उन्हें व्यक्तिगत अभ्यास तक सीमित कर दिया। टी.टी.एफ.आई. के सलाहकार एमपी सिंह ने कहा कि कुल 12 खिलाड़ी और चार सहयोगी सदस्य शिविर का हिस्सा होंगे। 

क्वालीफायर : भारतीय महिला तीरंदाजी टीम पेरिस पहुंची, सिर्फ दीपिका के पास है कोटा

दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी दीपिका कुमारी की अगुआई में भारतीय महिला तीरंदाजी टीम 20 जून से अपनी अंतिम ओलिम्पिक क्वालीफिकेशन प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए सोमवार को यहां पहुंची। दीपिका, अंकिता भकत और कोमोलिका बारी की भारतीय तिकड़ी को अगर टोक्यो ओलिम्पिक के लिए बचा अंतिम उपलब्ध स्थान हासिल करना है तो शीर्ष 3 में जगह बनानी होगी। भारतीय तीरंदाजी संघ की सहायक सचिव गुंजन अब्रोल ने कहा कि भारतीय पुरुष टीम ने 2019 विश्व चैम्पियनशिप के जरिए ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई किया था। भारत ने महिला वर्ग में अब तक एक व्यक्तिगत कोटा हासिल किया है जो दीपिका ने बैंकॉक में 2 साल पहले महाद्वीपीय क्वालीफायर के दौरान जीता था।

हादसे में जे.ओ.सी के अधिकारी की मौत

जापान की राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के वरिष्ठ अधिकारी यासुशी मोरिया की सोमवार को ट्रेन दुर्घटना में मौत हो गई। जापान के टीवी स्टेशन एन.टी.वी. ने यह जानकारी दी। जांच एजैंसी के सूत्रों के अनुसार यह दुर्घटना टोक्यो में नाकानोबू स्टेशन पर स्थानीय समयानुसार पूर्वाह्न 9.30 बजे हुई। हादसे के बाद मोरिया को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस दुर्घटना की जांच कर रही है।

टैनिस प्लेयर मोनिका पुइग ओलिम्पिक से बाहर

2016 रियो ओलिम्पिक की गोल्ड मैडलिस्ट प्लेयर मोनिका पुइग टोक्यो गेम्स में कंधे की सर्जरी के कारण हिस्सा नहीं ले पाएंगी। मोनिका प्यूटो रिको की ओर से टैनिस में गोल्ड लाने वाले पहली प्लेयर बनी थीं। मोनिका ने कहा कि दिल पर पत्थर रखकर मुझे यह सख्त फैसला लेना पड़ा। हमारी टीम पैरिस 2024 ओलिम्पिक तक के लिए तैयारी कर रही थी लेकिन अचानक आई चोट ने समीकरण बिगाड़ दिए। 

भारतीय हॉकी पदक की प्रबल दावेदार : खांडेकर

पूर्व स्ट्राइकर तुषार खांडेकर का मानना है कि भारतीय हॉकी टीम ने पिछले कुछ वर्षों में शीर्ष टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करके आत्मविश्वास हासिल किया है और इसलिए वह ओलिम्पिक खेलों में पदक की प्रबल दावेदार है। ओलिम्पिक खेल 23 जुलाई से टोक्यो में शुरू होंगे। खांडेकर ने ‘हॉकी ते चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान कहा कि मुझे लगता है कि अभी टीम (भारतीय पुरुष टीम) जैसा प्रदर्शन कर रही है उसे देखते हुए वे पदक के प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी जानते हैं कि ओलिम्पिक में कौन-सी गलतियां नहीं करनी हैं।

Content Writer

Jasmeet