टोक्यो पैरालंपिक में हमारे सितारे : इन 7 एथलीट्स से है पदक की उम्मीद

punjabkesari.in Sunday, Jul 18, 2021 - 03:52 PM (IST)

जालन्धर : टोक्यो में ओलिम्पिक के साथ पैरा-ओलिम्पिक का भी आयोजन किया जाएगा। पैरालंपिक की 8 गेंमों में इस बार 48 भारतीय एथलीट्स (36 पुरुष, 12 महिलाएं) हिस्सा लेंगे। शूटिंग स्पर्धा में सर्वाधिक 24 तो पैराकेनोइंग, स्विमिंग और ताईक्वांडो में 1-1 एथलीट हिस्सा लेगा। भारत का पैरालंपिक में प्रदर्शन अच्छा रहा है। इस बार भी कई मैडल आने की संभावना है।  

इन 7 पैराएथलीट्स से हैं उम्मीदें

सुंदर सिंह गुर्जर

2015 में हुए हादसे के कारण सुंदर सिंह गुर्जर को अपना एक हाथ गंवाना पड़ा था। राजस्थान के रहने वाले 25 साल के सुंदर जैवलिन थ्रो इवैंट में हिस्सा लेंगे। वह विश्व पैरा एथलैटिक्स चैम्पियनशिप के गोल्ड मैडलिस्ट और एशियन पैरा गेम्स के सिल्वरमैडलिस्ट हैं। वह 68 मीटर तक जैवलिन फैंक लेते हैं। उनका 2016 पैरा-ओलिम्पिक में भी चुनाव हुआ था लेकिन कॉल रूम में 52 सैकेंड लेट पहुंचने के कारण डिस्क्वालीफाई हो गए थे।

मरियप्पन थंगावेलु

मरियप्पन भारतीय स्टार हैं जिन्होंने 2016 पैराम्लिपिक के दौरान 1.89 मीटर की छलांग लगाकर गोल्ड मैडल जीता था। पांच साल की उम्र में उनके एक पैर के ऊपर से ट्रक का टायर गुजर गया था। वह स्कूल में वॉलीबाल खेला करती थी। फिजिकल एजुकेशन टीचर बनने के बाद स्कूल प्रबंधन के कहने पर उन्होंने हाईजंप की प्रैक्टिस शुरू की। उन्हें भारत सरकार से खेल रत्न भी मिल चुका है। 2018 एशियन पैरा गेम्स में वह भारत की ध्वजवाहिका थीं। 

एकता 

हरियाणा की रहने वाली एकता एक क्लब थ्रोअर हैं जो एफ-51 श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करती हैं। उन्होंने 2018 एशियाई पैरा खेलों में गोल्ड जीतकर चर्चा बटोरी थी। एकता ने जीवन के पहले 18 साल सामान्य रूप से जिए। 2003 में वह भयानक दुर्घटना का शिकार हुई, जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई। 35 साल की एकता ने पैरा-एथलीट अमित सरोहा से प्रेरित होकर 2015 में पैरा-स्पोट्र्स में कदम रखा था।

मनीष नरवाल 

पिस्टल शूटर मनीष नरवाल एस.एच. 1 श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करते हैं। फुटबॉल को पसंद करने वाले नरवाल खेल से बाहर अपना करियर बनाना चाहते थे, लेकिन दिव्यांगता के कारण वह कर नहीं पाए। नरवाल ने हाल ही में पैरा-शूटिंग विश्व कप में पी4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है। वह जकार्ता के 2018 एशियाई पैरा खेलों में भी गोल्ड मैडल जीतने वाले एकमात्र भारतीय निशानेबाज थे। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में यह पदक जीता था।

अवनि लेखारा

जयपुर की अवनि राइफल शूटिंग की एस.एच. 1 श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करती हैं। अवनि को वर्ष 2012 में एक कार दुर्घटना के बाद रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी। वर्ष 2015 में उन्होंने शूटिंग शुरू की। 2017 में संयुक्त अरब अमीरात में हुए पैरा-शूटिंग विश्व कप में उन्होंने पहली बार हिस्सा लिया। 20 साल की अवनि ने अपने पहले इंटरनैशनल मुकाबले में 50 मीटर राइफल प्रोन में जीत हासिल कर अपने लिए पैरालंम्पिक कोटा हासिल किया था।

राकेश कुमार

तीरंदाज राकेश कुमार पुरुषों के कंपाऊंड इवैंट में माहिर हैं। राकेश को वर्ष 2007 में एक सड़क दुर्घटना के कारण रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी। 2017 में उन्होंने तीरंदाजी में अपना करियर बनाने की सोची। उन्होंने वर्ष 2019 में हेट्रोजेनबोश में विश्व पैरा तीरंदाजी चैम्पियनशिप के दौरान अपना 2020 टोक्यो पैरालंपिक कोटा हासिल किया।

रुबीना फ्रांसिस

मध्य प्रदेश की पैरा-शूटर ने पेरू में चल रहे पैरा स्पोर्ट कप में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर टोक्यो पैराम्लिपिक के लिए क्वालीफाई किया था। यही नहीं, रुबीना ने 238.1 का स्कोर बनाकर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। इससे पहले यह रिकॉर्ड तुर्की की आयसेगुल के नाम था। रुबीना ने 2018 एशियाई पैरा खेलों में क्वालीफाई कर चर्चा बटोरी थी। युवा शूटर भारतीय पैरा-शूटर दल का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनके नाम कुल 15 अंतरराष्ट्रीय पदक हैं।

1972 में जीता था पहला गोल्ड

पैरालंपिक में भारत ने 1972 में पहला गोल्ड जीता था। स्विमिंग स्पर्धा में यह मैडल मुरलीकांत पाटेकर लाए थे। फिर 1984 में भीमराव केसरकर ने जैवलिन थ्रो में सिल्वर तो जोगिंदर सिंह बेदी ने शॉर्ट पुट में सिल्वर, जैवलिन थ्रो में ब्रॉन्ज तो डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मैडल जीता

रियो पैरालंपिक में आए 2 गोल्ड

2016 रियो पैरालंपिक भारतीय दल के लिए सबसे बढिय़ा गया जब हमें 4 मैडल मिले। चारों मैडल एथलैटिक्स से आए। मरिअप्पा ने हाई जंप, दविंदर झाजडिय़ा ने जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीता। वुमन शॉर्टपुट में दीपा मलिक ने सिल्वर तो मैंस हाई जंप में वरुण भाटी ने ब्रॉन्ज मैडल जीता।

भारतीय टैली

खेल    गोल्ड    सिल्वर    ब्रॉन्ज    कुल
एथलैटिक्स    3    4    3    10
स्विमिंग    1    0    0    1
पावरलिफ्टिंग    0    0    1    1

Content Writer

Jasmeet