5 भारतीय बल्लेबाज जिसका IPL ने खत्म कर दिया टेस्ट करियर

punjabkesari.in Tuesday, May 19, 2020 - 11:23 AM (IST)

नई दिल्ली : फटाफट क्रिकेट का भारतीय टेस्ट क्रिकेट को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालांकि आईपीएल से जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और युजवेंद्र चहल जैसे नाम टीम इंडिया को मिले हैं लेकिन इसी आईपीएल के कारण भारतीय टीम के कई बल्लेबाजों का टेस्ट करियर खत्म हो गया है। दरअसल टेस्ट क्रिकेट में पेशेंस की ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की भूख में भारत के कई क्रिकेटर अपनी तक्नीक से समझौता कर रहे हैं। आइए जानते हैं- ऐसे पांच क्रिकेटर जो टेस्ट क्रिकेट में फिट नहीं बैठ रहे।आईये आपको 5 ऐसे ही बल्लेबाजों के बारे में बताते हैं।

उन्मुक्त चंद


2012 में भारत को अंडर-19 विश्व कप दिलाने वाले उन्मुक्त चंद को टीम इंडिया का भविष्य का सितारा माना जा रहा था। लेकिन यह खिलाड़ी समय के साथ टी-20 में खुद को बेहतर बनाने की खातिर अपनी टेस्ट तक्नीक गंवा बैठा। इससे उनकी घरेलू क्रिकेट पर तो फर्क पड़ा ही साथ ही साथ आईपीएल में भी उनकी परफार्मेंस गिर गई।

मनीष पांडे


मनीष जब टीम इंडिया में आए थे तब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाकर उन्होंने अपनी अच्छी तक्नीक से दिग्गजों को प्रभावित किया था। लेकिन जब उनकी एंट्री आईपीएल में हुई तो ज्यादा से ज्यादा रन बनाने के चक्कर में उनका खेल प्रभावित हो गया। भले ही टी-20 में वह बेहतर बल्लेबाज बनते जा रहे हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनका खेल पाना अब संभव होता नजर नहीं आ रहा है।

रोहित शर्मा


वनडे क्रिकेट में रोहित भले ही तीन दोहरे शतक लगा चुके हो लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वह अभी भी जूझते नजर आ रहे हैं। भले ही कुछ सालों से वह टेस्ट क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन टी-20 क्रिकेट में ज्यादा सफल होने के कारण वह अपने टेस्ट बल्लेबाज होने की छवि को बरकरार नहीं रख पाए।  रोहित को कई विदेशी दौरों पर फेल होते देखा गया है जिस कारण वह टीम में अपनी जगह नहीं बना पा रहे हैं।

केएल राहुल


राहुल ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाकर की थी। शुरुआती कुछ टेस्ट में तो उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन जैसे ही उनका बल्ला आईपीएल में चलने लगा, टेस्ट क्रिकेट कहीं पीछे टूट गया।  पिछले एक साल से वैसे भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं गया है। अब तो उनपर टीम से बाहर होने तक का खतरा मंडरा रहा है।

अजिंक्य रहाणे


भले ही वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में रहाणे ने एक शतक और दो अर्धशतक लगाए लेकिन इससे पहले का डेढ़ साल वह संघर्ष करते हुए ही नजर आए थे। इंगलैंड और दक्षिण अफ्रीका के अलावा ऑस्ट्रेलियाई टूर में वह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। इसका बड़ा कारण उनका आईपीएल में सक्रिय होना भी है। टी-20 क्रिकेट में खुद को फिट करने के लिए रहाणे ने अपना खेल काफी बदला है। नतीजतन टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 50 से कम होकर 40 पर आ गया है।

Edited By

Anil dev