नाक टूटने के बावजूद खेलता रहा ईरानी गोलकीपर, लेकिन फिर हुआ कुछ ऐसा स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा बाहर, देखें तस्वीरें

punjabkesari.in Tuesday, Nov 22, 2022 - 12:57 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क: कतर में खेले जा रहे फीफा विश्व कप में ईरानी टीम को अपने अभियान के पहले ही मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में इंग्लैंड ने ईरान को 6-2 से हरा दिया। वहीं इस मैच के दौरान ईरानी टीम को एक दर्दनाक हादसे का सामना भी करना पड़ा। मैच में ईरान के गोलकीपर अलीरेजा बैरनवंद फुटबॉल को पकड़ने के दौरान अपने ही टीम के खिलाड़ी माजिद हुसैनी से टकरा गए।

यह हादसा इतना खतरनाक था कि ईरानी गोलकीपर की इस दौरान नाक टूट गई और उनके नाक से खून बहने लगा। उनकी चोट इतनी खतरनाक थी कि मैदान में टीम डॉक्टर को इलाज करने के लिए आना पड़ा। इस दौरान करीब सात मिनट तक खेल रूका रहा, लेकिन अपनी चोट की परवाह किए बिना गोलकीपर बैरनवंद मैदान से बाहर जाने की बजाय फिर से खेलने का फैसला लिया। बैरनवंद की चोट काफी गंभीर थी और वह थोड़ी देर बाद ही मैदान में गिर गए और इसके बाद उन्हें स्ट्रेचर पर  मैदान से बाहर ले जाना पड़ा।

 

 

 

 


 

मैच में एक और घटना ने खींचा सबका ध्यान

मैच के शुरू होने से पहले इंग्लैंड टीम के सारे खिलाड़ी घुटनों के बल बैठे हुए नजर आए। दरअसल, इंग्लैंड टीम इस विश्व कप में रंगभेद और अन्य प्रकार के विरोध में अपनी आवाज उठा रही है। इसी कारण मैच से पहले इंग्लैंड के सभी खिलाड़ियों ने इस प्रकार से साकेंतिक विरोध जताया।

वहीं इस मैच में बुकायो साका और मार्कस रशफोर्ड ने पिछले साल यूरोपीय चैम्पियनशिप के फाइनल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए फीफा विश्व कप में सोमवार को ईरान के खिलाफ  इंग्लैंड को 6-2 से बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। दोनों खिलाड़ी इटली के खिलाफ यूरो 2020 के फाइनल में शूटआउट में  पेनाल्टी से चूक गए थे और इसके बाद उन्हें नस्लवादी टिप्पणियों का सामना करना पडा था।  साका ने इस घटना के लगभग एक साल के बाद यहां के खलीफा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में दो गोल दागे जबकि स्थानापन्न खिलाड़ी के तौर पर मैदान पर उतरे रशफोर्ड ने एक गोल किया। 

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Ramandeep Singh