खुलासा! पहले लगा बॉल टेम्परिंग कर रहे हैं एडम जांपा, अब सच्चाई आई सामने
punjabkesari.in Monday, Nov 12, 2018 - 01:30 PM (IST)
स्पोटर्स डेस्क (अतुल वर्मा): साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान हुए बॉल टेम्परिंग स्कैंडल ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट को हिला कर रख दिया था। दुनियाभर में उनकी किरकरी हुई थी। स्मिथ, वॉर्नर और बेनक्रॉफ्ट पर बैन भी लगा। वहीं एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए दूसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर 26 साल के एडम जांपा पर बॉल टेम्परिंग का शक जाहिर किया गया। पूरा वाक्य कैमरे में कैद भी हुआ, वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हुआ, फैन्स ने भी भला-बुरा कहा, लेकिन जांपा पर बॉल टेम्परिंग के शक का पूरा सच अब सामने आया है। चलिए आपको बताते हैं आखिर क्या है इसके पीछे का पूरा सच?
यूं हुआ था एडम जांपा पर बॉल टेम्परिंग का शक
They wouldn't be doing it again would they...why oh why do they still allow pockets?? pic.twitter.com/Yxnm4beqHM
— Marco (@marcongers) November 9, 2018
साउथ अफ्रीकी की टीम ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिले लक्ष्य का पीछा कर रही थी और जीत के लिए आखिरी 48 गेंदों पर 47 रनों की जरूरत थी। फिर एडम जांपा अपना छठा ओवर (मैच का 43वां ओवर) डालने आए। को पारी के दौरान ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर एडम जांपा अपना पांचवां (मैच का 43वां) ओवर शुरू कर रहे थे, तभी अचानक उन्होंने जेब में हाथ डाला। इसके बाद वो अपनी टीम के दूसरे खिलाड़ी से कुछ लेते-देते भी नजर आए और उसके बाद जम्पा ने गेंद पर कुछ इस्तेमाल भी किया, लेकिन वो कैमरे से नहीं बच पाए और पूरे वाक्य का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
सोशल मीडिया पर फैन्स ने कहा था भला-बुरा
बॉल टेम्परिंग नहीं जांपा ने किया ‘वॉर्मर’ का इस्तेमाल
दरअसल ऑस्ट्रेलिया में अभी सर्दी का मौसम है और एडिलेड में खेले गए दूसरे वनडे के दौरान तापमान 11 डिग्री सेल्सियस था। वहीं अपना छठा ओवर डालने आए जांपा ना ही ठंड बर्दाश्त कर पाए और ना ही खुद को वॉर्मर के इस्तेमाल से रोक पाए, जो उन्होंने अपनी जेब में डाल रखा था। दरअसल एडम जांपा ने अपनी जेब में वॉर्मर को हाथ गर्म करने के लिए रखा हुआ था।
आखिर क्या होता है वॉर्मर
आमतौर पर ठंड के मौसम में हाथ गर्म रखने के लिए गेंदबाज एक उपकरण का इस्तेमाल करते हैं, जिसे वॉर्मर कहते हैं और ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसे देशों में गेंदबाजों की ओर से इसका इस्तेमाल आम माना जाता है। इससे पहले भी कई ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज इस उपकरण का इस्तेमाल कर चुके हैं।