भारत के पूर्व चयनकर्ता ने कहा: कोहली, स्मिथ और विलियमसन से काफी आगे हैं जो रूट

punjabkesari.in Wednesday, Jun 08, 2022 - 12:40 PM (IST)

मुंबई : पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मार्क टेलर ने हाल ही में जो रूट की तारीफ करते हुए कहा था कि करिश्माई क्रिकेटर टेस्ट इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने के भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ सकता है। अब भारत के पूर्व चयनकर्ता सबा करीम ने कहा है कि पूर्व इंग्लैंड कप्तान आधुनिक समय के क्रिकेटरों की 'फैब फोर' सूची में काफी ऊपर है जिसमें विराट कोहली, स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन शामिल हैं। 

अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को इंग्लैंड की टेस्ट कप्तानी सौंपने वाले रूट ने शानदार नाबाद शतक बनाकर लॉर्ड्स में केन विलियमसन की अगुवाई वाली न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 विकेट से जीत हासिल की और तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। इंग्लैंड को मनोबल बढ़ाने वाली जीत के लिए मार्गदर्शन करते हुए रूट 10,000 रन के आंकड़े को पार कर विश्व के 14वें और इंग्लैंड के दूसरे क्रिकेटर बने। रूट के नाम टेस्ट में कुल 10,015 रन हैं और वह तेंदुलकर से 5,906 पीछे हैं, जिन्होंने 200 टेस्ट के करियर में 15,921 रन बनाए। 

एक मीडिया हाउस से बातचीत में सबा करीम ने कहा कि वह (रूट) बहुत आगे निकल गया है। अगर हम इंग्लैंड की बल्लेबाजी को देखें, तो बार-बार केवल जो रूट का नाम सामने आ रहा है। इसका मतलब है कि जो रूट को दूसरे छोर से समर्थन नहीं मिला है। अगर हम भारत के बारे में बात करते हैं तो विराट कोहली के साथ हमेशा समर्थन होता है। जैसे केएल राहुल, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत आदि। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी यही स्थिति है। भारत या श्रीलंका जैसी विदेशी परिस्थितियों में भी रूट ने अकेले दम पर इंग्लैंड को मैच जीताए हैं। 

उन्होंने आगे कहा कि जो रूट ने पिछले दो वर्षों में अन्य तीन बल्लेबाजों को बहुत पीछे छोड़ दिया है। चाहे हम निरंतरता, तकनीक या स्वभाव की बात करें इन सभी पहलुओं में जो रूट इस समय सभी से ऊपर हैं। एलिस्टेयर कुक के बाद रूट 10,000 टेस्ट रन तक पहुंचने वाले अपने देश इंग्लैंड के केवल दूसरे क्रिकेटर बने, कुक ने 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ दिया था और टेस्ट में 12,472 रन बनाए। 

करीम ने कहा कि रूट का शतक चौथी पारी में तब आया जब पिच खराब हो रही थी और लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम क्रिकेटर की उपलब्धि में जबरदस्त दबाव में थी। उन्होंने कहा, 'चौथी पारी में शतक बनाना कभी भी आसान नहीं होता। वह भी ऐसी टीम के खिलाफ जिसके पास मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है। ट्रेंट बोल्ट, काइल जैमीसन, कॉलिन डी ग्रैंडहोम... न्यूजीलैंड के पास इतने अच्छे गेंदबाज हैं। अगर कोई अच्छी बल्लेबाजी कर रहा है। चौथी पारी से पता चलता है कि वह व्यक्ति तकनीकी और मानसिक दोनों रूप से मजबूत है। 

Content Writer

Sanjeev