कप्तान विराट का खुलासा- जीत के बाद भी गम में डूबे थे ईशांत

punjabkesari.in Tuesday, Dec 11, 2018 - 05:10 PM (IST)

एडिलेड : भारतीय क्रिकेट टीम ने भले ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेला गया पहला टेस्ट जीत लिया है लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा अभी भी दुखी है। इसका खुलासा खुद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने किया है। कोहली ने बताया कि मैच दौरान व्यक्तिगत प्रदर्शन को लेकर ईशांत काफी परेशान थे। हालांकि ईशांत ने मैच दौरान 95 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट लिए थे लेकिन अहम मौके पर ‘नो बॉल’ ने जहां भारतीय टीम को कुछ मुश्किल में डाल दिया तो वहीं इशांत को भी परेशान किया था।  

विराट ने मैच के बाद कहा- इशांत ने अहम मौके पर जो नो बॉल की जबकि वह खुद जानते थे कि एक गलती पूरा मैच बदल सकती थी। हम जब मैच जीत भी गए तो वह तब भी खुद से नाराज थे। कप्तान ने कहा- हमने जब इशांत से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि वह टीम के अनुभवी खिलाडिय़ों में हैं और ऐसे में जब टीम मुश्किल स्थिति में हो तो मैं इस तरह नो बॉल नहीं कर सकता हूं। सीरीज में इस तरह की चीजें पूरे मैच को प्रभावित कर सकती हैं।

 

दरअसल आस्ट्रेलिया के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान इशांत के ओवर में उन्होंने बेहतरीन इन सिं्वगर डाली जो आरोन फिंच के पैड पर लगी लेकिन रिव्यू में पता चला कि यह नो बॉल है। इसके बाद इशांत ने 51वें ओवर में शॉन मार्श को एक और नो बॉल डाली जबकि उस मोड़ पर मैच काफी पेचीदा स्थिति में पहुंच गया था। इस गेंद को भी अंपायर कुमार धर्मसेना ने नो बॉल करार दिया। 

इसके ठीक बाद इशांत की एक और गेंद नो बॉल हो गयी जो उन्होंने नाथन लियोन को डाली। यह गेंद डालते ही अंपायर धर्मसेना ने नो बॉल का इशारा कर दिया था। इशांत की यह गेंद लियोन के फ्रंट पैड से टकराई थी और इसकी दिशा लेग स्टंप से टकराने की थी। यदि यह नो बॉल नहीं होती तो मैच उसी समय समाप्त हो जाता और भारत की जीत का अंतर कहीं बड़ा होता।

वहीं चैनल-7 ने इशांत के इससे पिछले ओवर में भी दो नो बॉल को रिप्ले में दिखाया जिसे अंपायर ने नजरअंदाज कर दिया था। इसे लेकर साफ नहीं हो सका कि थर्ड अंपायर क्रिस गैफेनी ने मैदानी अंपायर धर्मसेना को किसी तरह के निर्देश दिए थे कि नहीं। हालांकि लगातार नो बॉल के निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद विराट ने उम्मीद जताई है कि पर्थ टेस्ट में इशांत बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

विराट ने कहा- यह कोई स्कूल टीम नहीं है। सभी खिलाड़ी अपने खेल को जानते हैं और अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं। जब तक हमारे खिलाडिय़ों को उनकी गलतियां पता हैं हम उन्हें ठीक कर सकते हैं। मुझे पता हैै कि इशांत खुद ही इस बात को लेकर सतर्क होंगे कि आगे ऐसा न हो, जैसे हमने भी दूसरी पारी में अपनी बल्लेबाजी में सुधार कर लिया था। खिलाड़ी जल्द सीख कर खेल सुधारना और अपनी जिम्मेदारी निभाना चाहते हैं।

Jasmeet