Video: देखें वो दर्दनाक पल जिसने क्लार्क के दोस्त फिलिप ह्यूज की छीनी थी जिंदगी

punjabkesari.in Tuesday, Nov 27, 2018 - 01:39 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क (राहुल): क्रिकेट खेल मजेदार तो जरूर है, लेकिन उतना ही यह खतरनाक भी है। स्टेडियम के बाहर बैठे दर्शक चाैका-छक्का लगने पर आसानी से तालियां बजा लेते हैं, पर क्रीज पर खड़े एक बैट्समैन को ही पता होता है कि वह गेंद का सामना कितना दम रखकर कर रहा है। कई खिलाड़ियों का इस खेल में करियर निखर गया तो कइयों को अपनी जिंदगी से हाथ भी धोना पड़ा। इन्हीं में से एक थे पूर्व आॅस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के दोस्त फिलिप ह्यूज। ह्यूज ने अभी दुनियाभर में नाम चमकाया ही था कि ऐसा दर्दनाक पल आया जिसने दुनिया भर के क्रिकेट फैन्स को रुला दिया।

बाउंसर ने ली थी फिलिप ह्यूज की जान

25 नवंबर 2014 को क्रिकेट जगत हिल गया था। सिडनी में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के साथ घरेलू मैच के दौरान न्यू साउथ वेल्स के गेंदबाज सीन अबॉट की गेंद ह्यूज की गर्दन में लग गई थी। गेंद लगने के बाद वह मैदान पर ही गिर पड़े थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। चोट इतनी गंभीर थी कि ह्यूज कोमा में चले गए थे और 27 तारीख को उनकी मौत हो गई थी। इस हादसे ने पूरे खेल जगत को हिलाकर रख दिया था। अंतिम संस्कार में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटरों सहित तत्कालीन ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबोट तक ने शिरकत की थी।

कमरे में अकेले रोते थे क्लार्क

ह्यूज के नहीं रहने के बाद कप्तान क्लार्क सदमे में पड़ गए थे। कलार्क इतने टूट चूके थे कि उन्होंने उसी समय क्रिकेट छोड़ देने का मन बना लिया था। उन्होंने एक इंटरव्यू के दाैरान कहा था, "मुझे अगला मैच नहीं खेलना चाहिए था। मेरा करियर वहीं पर थम जाना चाहिए था। मैं तब टूट चुका था। मैं लंबे समय तक उसकी मौत के गम में डूबा रहा।" उन्होंने कहा, "2015 में वेस्टइंडीज का दौरा मेरी जिंदगी का सबसे बुरा दौरा था। मैं तब काफी भावुक था। मैं छह महीने वेस्टइंडीज में रहा। दिन में एक टीम के रूप में हम जो कुछ भी करते, लेकिन रात को जब मैं अपने कमरे में जाता तो रो पड़ता था। आज भी मुझे उसकी कमी खलती है।" 

ह्यूज के शतकों से कभी नहीं हारा आॅस्ट्रेलिया

आॅस्ट्रेलिया को एक जबरदस्त बल्लेबाज ह्यूज रूप में मिल चुका था। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सबका ध्यान खींच लिया था। इसका अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि उन्होंने जब भी अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए तो टीम को जीत मिली। ह्यूज ने एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक भी लगाए हैं, तो वहीं एक शतक श्रीलंका के खिलाफ जड़ा। वहीं, वनडे में दो शतक रहे।

जानें कब लगाए टेस्ट शतक

- साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट, साल 2009, पहली पारी में बताैर ओपनर 115 तो दूसरी पारी में 160 रन, आॅस्ट्रेलिया 175 रनों से जीता।

- श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट, साल 2011, दूसरी पारी में 126 रन, मैच ड्रा पर समाप्त।

वहीं,2 वनडे शतक भी उनके श्रीलंका के खिलाफ रहे। उन्होंने 11 जनवरी 2013 में हुए मुकाबले में 129 गेंदों में 112 रन बनाए थे। आॅस्ट्रेलिया यह मैच 107 रन से जीता था। 
दूसरा शतक 23 जनवरी 2013 को निकला, जिसमें उन्होंने 154 गेंदों में 138 रन बनाए आैर आॅस्ट्रेलिया 32 रन से मैच जीतने में कामयाब हुआ था। 

देखें वो गेंद जिसने छीनी ह्यूज की जिंदगी-

Rahul