#LolMoment : 97 रन के स्कोर पर बल्ला उठा हंसी के पात्र बन गए रहाणे, देखें वीडियो
punjabkesari.in Sunday, Oct 28, 2018 - 04:34 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्कः (अतुल वर्मा) अक्सर क्रिकेट मैचों में आपने बल्लेबाजों को अर्धशतक या शतक बनाने के बाद बल्ला उठाकर दर्शकों का अभिवादन करते देखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी ऐसा भी देखा है, जब बल्लेबाज बिना शतक या अर्धशतक बनाए दर्शकों का अभिवादन कर रहा हो, नहीं ना, लेकिन देवधर ट्रॉफी के इंडिया-सी और इंडिया-बी के बीच हुए फाइनल मुकाबले में ये मजेदार और हंसाने वाले वाक्या देखने को मिला। चलिए, आपको बताते हैं, आखिर क्या है पूरा मामला।
जब 97 रन पर ही रहाणे ने उठा दिया बल्ला
बेशक अजिंक्ये रहाणे की कप्तानी में इंडिया-सी ने देवधर ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया, लेकिन इंडिया-बी के साथ खेले गए फाइनल मुकाबले में रहाणे अपनी शतकीय पारी के दौरान हंसी का पात्र बन गए। दरअसल 37वें ओवर में रहाणे ने गेंद को लॉन्ग ऑन की तरफ खेला और एक रन लेते ही अपना बल्ला उठा दिया, उस समय रहाणे शतक से 3 रन दूर यानि 97 रनों के स्कोर पर थे, लेकिन उन्हें अपनी गलती का अहसास नहीं हुआ और वो अपना बल्ला उठाकर सभी का अभिवादन करते रहे।
What happened there? 😁 😆 @ajinkyarahane88 felt he got to a 100, @ImRaina was quick to rectify there were 3 more runs to go 😄 pic.twitter.com/qi5RaMF8t8
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) October 27, 2018
जश्न मना रहे रहाणे को रैना ने किया इशारा
97 रन के स्कोर पर रहाणे के बल्ला उठाकर अभिवादन करने पर कमेंटेटर्स से भी हंसे बिना रहा नहीं गया। कमेंटेटर्स ने कहा कि रहाणे अभी शतक से दूर हैं, लेकिन वो अपना बल्ला उठा रहे हैं, जरूर कुछ गलती हुई है। वहीं पवैलियन एंड पर बैठे साथी खिलाड़ी सुरेश रैना ने रहाणे को हाथ से इशारा किया और बताया कि वो अभी खेलें, क्योंकि वो अभी शतक से 3 रन दूर हैं। रैना का इशारा समझ में आते ही ना केवल रहाणे मुस्कराए, बल्कि नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े शुभमन गिल और अम्पायर भी हंस पड़े। BCCI ने भी अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल से इस मजेदार वीडियो को शेयर किया
स्कोर बोर्ड में गलती के चलते हुआ पूरा वाक्य
दरअसल स्कोर बोर्ड में गलती के चलते ये मजेदार वाक्य हुआ और रहाणे ऐसा कर बैठे। उस समय स्कोर बोर्ड पर रहाणे के 97 के स्कोर को 100 रन दर्शाया गया। बाद में रहाणे ने अपना शतक पूरा किया और 144 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए इंडिया-सी को खिताबी जीत भी दिलाई।