माराडोना ने एशियाई मूल के प्रशंसक पर ‘नस्लीय भाव भंगिमा’ पर दी प्रतिक्रिया
punjabkesari.in Sunday, Jun 17, 2018 - 08:24 PM (IST)
मास्कोः अर्जेंटीना के महानतम खिलाडिय़ों में शुमार डिएगो माराडोना ने 2018 विश्व कप मैच के दौरान एक एशियाई मूल के प्रशंसक की ओर की गयी अपनी भाव भंगिमा का ब्यौरा प्रस्तुत किया जबकि प्रत्यक्षदर्शी इसे नस्लीय करार कर रहे हैं। अर्जेंटीना और आइसलैंड के बीच कल 1-1 ड्रा मुकाबले के दौरान स्पार्टक स्टेडियम में ब्रिटिश टीवी स्टाफ ने देखा कि दक्षिण कोरियाई प्रशंसक माराडोना को उनके नाम से बुला रहे थे।
ब्रॉडकास्टर जाक्वी ओटले ने ट्विटर पर पोस्ट किया कि इस पर माराडोना ने ‘उनकी ओर मुस्कुराकर देखा, हाथ से चुम्बन करते हुए इशारा किया। फिर उन्होंने एकदम से अपनी आंखें दूसरी ओर कर ली जो स्पष्ट रूप से नस्लीय भंगिमा थी ’ । ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर ने लिखा कि उन्होंने भी इस घटना को देखा।
Diego Maradona a few yards away from us smoking a lit cigar while posing for snaps with fans. It smells quite nice. #geezer 🇦🇷1-1🇮🇸 pic.twitter.com/QE61pZRMSE
— Jacqui Oatley (@JacquiOatley) June 16, 2018
When your team is playing in the #WorldCup and you have Messi on your side but spend the entire game watching and shouting at an ex-player instead 🤷♀️ #Maradona 🇦🇷 pic.twitter.com/OWuuUkRxFn
— Jacqui Oatley (@JacquiOatley) June 16, 2018
Maradona not so cool now. Some South Korea fans just shouted “Diego” and he obliged with a smile, kiss and wave. Then pulled his eyes to the side in a clearly racist gesture. All of us who saw it are stunned.
— Jacqui Oatley (@JacquiOatley) June 16, 2018
अर्जेंटीना का यह महान खिलाड़ी फीफा के अधिकारिक दूत के रूप में यहां है और वह पूर्व खिलाडिय़ों के ग्रुप के लिये बने ‘ फीफा लीजेंड्स ’ वीआईपी लाउंज में मैच देखने बैठे थे। माराडोना के फेसबुक अकाउंट पर रविवार सुबह स्पेनिश, इंग्लिश और इटैलियन भाषा में इस घटना का ब्यौरा दिया। उन्होंने लिखा, ‘‘ मैं किसी और से ज्यादा इस बात को समझ सकता हूं कि विश्व कप में लोग हर जगह खबर ढूंढते रहते हैं। ’’ उन्होंने यह भी लिखा कि उन्होंने ‘ एक एशियाई लड़के को अर्जेंटीना की टी शर्ट पहने ’ देखा था। उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने दूर से ही उन्हें बताने की कोशिश की कि जब एशियाई भी हमारे लिये चीयर करते हैं तो कितना अच्छा लगता है। बस इतना ही।’’
फीफा के कानून में टीमों , अधिकारियों और प्रशंसकों द्वारा इसके द्वारा आयोजित मैचों के दौरान किसी भी तरह का भेदभाव निषेध है। एपी को दिये जवाब में फीफा ने इस घटना पर टिप्पणी किये बिना अपने नियम को रेफर किया और माराडोना के फेसबुक पेज का लिंक शामिल किया। पिछले साल दक्षिण कोरिया के खिलाफ एक मैच के दौरान इसी तरह की भंगिमा पर फीफा ने कोलंबियाई खिलाड़ी को पांच मैत्री मैचों के लिये प्रतिबंधित कर दिया था।
एडविन कारडोना ने बाद में सोल में आयोजित मैच के दौरान हुई घटना के लिये माफी मांगी थी। उन्हें विश्व कप के लिये नहीं चुना गया। माराडोना ने कल सिगार पीने के लिये फेसबुक पर माफी मांगी , जबकि फीफा ने विश्व कप स्टेडियम में धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। उन्होंने मैच में तनाव का हवाला देते हुए लिखा , ‘‘ हर किसी का चीजों को महसूस करने का अपना तरीका होता है। ’’
माराडोना ने कहा, ‘‘ ईमानदारी से कहूं तो मैं नहीं जानता कि स्टेडियम में कोई धूम्रपान नहीं कर सकता।’’ पिछले साल मेजर लीग बेसबाल वल्र्ड सीरीज में हाउस्टन एस्ट्रोस के यूली गुरियल ने जापान के यु डारविश के खिलाफ ऐसी ही भाव भंगिमा की थी। गुरियल ने इसके लिये माफी मांगी थी और उन्हें इस सत्र में पहले पांच मैचों के लिये निलंबित कर दिया गया था।