7 फीट 4 इंच लंबे मोहम्मद शेरखान को पसंद है क्रिकेट, रैसलिंग की ट्रेनिंग लेने आए भारत

punjabkesari.in Saturday, Nov 02, 2019 - 11:43 PM (IST)

नई दिल्ली : अफगानिस्तान के काबुल में रहते मोहम्मद शेर खान का कद 7 फीट 4 इंच है। बचपन में उन्हें क्रिकेट से बेहद प्यार था लेकिन बुनियादी सुविधाएं न मिलने के कारण उन्होंने अब रैसलिंग में करियर बनाने की सोची है। पंजाब केसरी ऑफिस पहुंचे 27 साल के मोहम्मद शेर खान ने कहा कि वह रैसलिंग में करियर बनाना चाहते हैं। अफगानिस्तान में इसकी ट्रेनिंग नहीं मिलती। इसलिए संभवत: वह भारतीय रैसलर द ग्रेट खली से ट्रेनिंग लेने आए हैं। उन्हें उम्मीद है कि खली के साथ तुजुर्बे साझा कर वह मजबूत रैसलर बन जाएंगे।
मोहम्मद शेर खान से पूछे गए कुछ सवाल

किस मकसद से भारत आए, उसके बारे में बताएं?
जवाब : भारत मुझे बहुत पसंद है। यहां मैं पहले ईलाज कराने के लिए आया था। इस दौरान मुंबई गया वहां सब लोग बोले कि तुम खली हो क्या। तो मैं उन्हें बताता था कि मैं तो काबुल से आया हूं। 

क्या आप खली से मिल चुके हैं?
जवाब : मैंने पहली बार खली को 2006 में देखा था जब उन्होंने अंडरटेकर को अपने एक हाथ से गिरा दिया था। तब मैं काफी छोटा था। तभी से मेरे मन में जागा कि उसके तरह बनना है।

आपको रैसलिंग के अलावा किस गेम में दिलचस्पी है?
जवाब : मुझे क्रिकेट बहुत पसंद है। बचपन में हम बहुत खेले। बॉलिंग भी खूब की। बस तब ट्रेनिंग नहीं मिली। नहीं तो बात कुछ और होती।

आपका पसंदीदा क्रिकेटर?
जवाब : वीरेंद्र सहवाग।

क्या आप ग्रेट खली से फाइट करने आए हैं।
जवाब : नहीं मैं ग्रेट खली से मिलना चाहता हूं। मैं उनसे अपने अनुभव साझा करने चाहता हूं। मैं अभी कमजोर हूं। उनके साथ मिलकर शरीर पर काम करूंगा। अभी 27 साल का हूं। उम्मीद है दो साल में अच्छी बॉडी बना लूंगा। मेरे खली से फाइट करने का इरादा नहीं है। बस उनसे सीखना चाहता हूं। तुजुर्बा लेना चाहता हूं। 

आपकी डाइट क्या है?
जवाब : खाने में शोरबा, कावा, चावल आदि। दिन में तीनों टाइम।

क्या आपको अपने नाम की चप्पल मिल जाती है, कहां से लेते हैं?
मार्केट में चप्पल नहीं मिलती। इसे बनवाना पड़ता है। हमारे काबुल में एक दुकान है जहां से यह चप्पल ली थी। अब इंडिया में ऐसी दुकान नहीं मिल रही जहां से यह चप्पल बनवा सकूं। 

आपको कद के कारण परेशानी तो नहीं होती?
जवाब : बहुत होती है। जिधर भी चले जाओ, लोग देखते हैं। फोटोज खिंचते हैं। काफी समय खराब होता है।

Jasmeet