ओलंपियन राजिंदर बोले- पंजाब में महिला हॉकी का गिरता स्तर चिंता का विषय

punjabkesari.in Wednesday, Jun 23, 2021 - 08:55 PM (IST)

जालंधर : सुरजीत हॉकी अकादमी ने सुरजीत हॉकी स्टेडियम, बल्टर्न पार्क में केक काटकर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस मनाया। मुख्य हॉकी कोच ओलंपियन और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता राजिंदर सिंह ने पंजाब में महिला हॉकी का गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब में जमीनी स्तर पर खेल की पूरी योजना के साथ ओलम्पिक-2028 को ध्यान में रखते हुए पंजाब खेल विभाग जल्द ही पंजाब में हॉकी के खेल का प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक पंजाबी खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम में जगह बना सकें। उन्होंने अगले माह जापान में शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाली पुरुष और महिला हॉकी टीमों को स्वर्ण पदक जीतने की कामना की। इस मौके पर सुरजीत हॉकी अकादमी की खिलाड़ी हरजोत कौर ने भी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर एक पेपर पढ़ा।

इससे पूर्व खिलाडिय़ों ने स्वर्गीय फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह और उनकी पत्नी स्वर्गीय निर्मल मिल्खा सिंह को भी श्रद्धांजलि दी। सुरजीत हॉकी सोसायटी के महासचिव इकबाल सिंह संधू ने कहा कि ओलंपिक में भाग लेने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम में पंजाब की केवल एक खिलाड़ी गुरजीतकौर ही पंजाब का नेतृत्व कर रही है जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा के नौ खिलाड़ी भारतीय हाकी टीम में हैं जो पंजाब में महिला हॉकी के स्तर में तेज गिरावट का प्रमाण है।

पंजाब में गर्ल्स हॉकी के क्षेत्र में आई गिरावट का खुलासा करते हुए संधू ने कहा कि गवर्नमेंट सीनियर गर्ल्स सेकेंडरी स्कूल, नेहरू गाडर्न, जालंधर लगातार 40 वर्षों से देश का अग्रणी गर्ल्स हॉकी ट्रेनिंग सेंटर चला आ रहा था जिसने निशा शर्मा, हरप्रीत कौर, अजिंदर कौर, रजनी शर्मा, सुरजीत बाजवा, शरणजीत कौर, प्रीतपाल कौर, राजबीर कौर, पंजाब जैसी ओलंपिक, अंतरराष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय खिलाड़ी दिए और साल 2016 तक सबसे ज्यादा राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतने का गौरव प्राप्त था, को अचानक ही साल 2016 में स्थाई रूप से बंद कर दिया गया।

संधू ने पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरजीत सिंह सोढ़ी से मांग की कि जालंधर में नए हॉकी स्टेडियम के निर्माण के साथ, बल्टर्न पार्क अब पंजाब में हॉकी का हब बनने जा रहा है और जालंधर में लड़कों की हॉकी अकादमी सफलतापूर्वक चल रही है, नेहरू गाडर्न स्कूल (लड़कियां) हॉकी विंग, जिसे 2016 में बंद कर दिया गया था, के स्थान पर बिना देरी जालंधर में एक गल्र्स हॉकी अकादमी शुरु की जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि इस गल्र्स हॉकी अकादमी में मुख्य कोच हॉकी जैसी ही अनुभवी महिला हॉकी कोच की नियुक्ति भी की जानी चाहिए ताकि लड़कियों को उनकी कठिनाइयों को समझते हुऐ हॉकी प्रशिक्षण दिया जा सके। 

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Jasmeet