पंजाब किंग्स इलेवन के मालिक बोले- IPL बदले अपना स्पांसर, हमें कोई दिक्कत नहीं

punjabkesari.in Wednesday, Jul 01, 2020 - 11:28 AM (IST)

नई दिल्ली : किंग्स इलेवन पंजाब के सह मालिक नेस वाडिया ने इस महीने की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चीन की कंपनियों के प्रायोजन को धीरे-धीरे खत्म करने की मांग की। गलवान घाटी में 15 जून को 20 भारतीय सैनिकों की मौत के बाद चीन के उत्पादों के बहिष्कार की मांग लगातार जोर पकड़ रही है। 

Owner of Punjab Kings XI said - IPL changed its sponsor, we have no problem
बीसीसीआई ने चीन की कंपनियों द्वारा प्रायोजन की समीक्षा के लिए आईपीएल संचालन परिषद की बैठक बुलाई थी लेकिन अब तक यह हो नहीं पाई है। सोमवार को भारत के चीन की 59 ऐप को प्रतिबंधित कर दिया।

देश की खातिर ऐसा नाता तोड़ें

Owner of Punjab Kings XI said - IPL changed its sponsor, we have no problem

वाडिया ने कहा- हमें देश की खातिर ऐसा (आईपीएल में चीन के प्रायोजकों से नाता तोडऩा) करना चाहिए। देश पहले है, पैसा बाद में आता है। और यह इंडियन प्रीमियर लीग है, चीन प्रीमियर लीग नहीं। इसे उदाहरण पेश करना चाहिए और रास्ता दिखाना चाहिए। हां, शुरुआत में प्रायोजक ढूंढना मुश्किल होगा लेकिन मुझे लगता है कि पर्याप्त भारतीय प्रायोजक मौजूद हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं। हमें देश और सरकार का सम्मान करना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण सैनिकों को जो हमारे लिए अपना जीवन जोखिम में डालते हैं।

वीवो से बीसीसीआई की है 2019 करोड़ रुपए की डील

Owner of Punjab Kings XI said - IPL changed its sponsor, we have no problem

बता दें कि चीन की मोबाइल फोन कंपनी वीवो आईपीएल की टाइटल प्रायोजक है। उन्होंने 2022 तक के करार के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को 2219 करोड़ रुपए दिए हैं। इसी तरह आईपीएल से जुड़ी कंपनियों पेटीएम, स्विगी और ड्रीम इलेवन में भी चीन की कंपनियों का निवेश है। 

सीएसके भी अंदरखाते राजी

Owner of Punjab Kings XI said - IPL changed its sponsor, we have no problem

चीनी कंपनियों के बायकॉट मामले में सीएसके भी अंदरखाते राजी है। सीएसके के एक सूत्र का कहना है- शुरुआत में उनकी जगह लेना मुश्किल होगा लेकिन अगर देश के खातिर ऐसा किया जाता है तो हमें ऐसा करना चाहिए।'' एक अन्य टीम के मालिक ने कहा- सरकार को फैसला करने दीजिए, वे जो भी फैसला करेंगे हम उसे मानेंगे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jasmeet

Recommended News

Related News