ऋषभ पंत या फिर श्रेयस अय्यर, मुख्य चयनकर्ता ने ढूंढा चौथे नम्बर की समस्या का हल

punjabkesari.in Friday, Nov 29, 2019 - 12:11 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम में चौथे नम्बर को लेकर अभी भी समस्या बनी हुई है जिसे खत्म करने के लिए चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने इसका हल ढूंढ लिया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस बार भारतीय क्रिकेट टीम के चहेते युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत नहीं बल्कि श्रेयस अय्यर को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि सीमित ओवरों के प्रारूप में श्रेयस अय्यर ने पिछले 2 साल में अपने खेल में जो सुधार किया है उससे वह भारतीय क्रिकेट टीम की चौथे क्रम की परेशानी को दूर कर सकते हैं। अय्यर ने नवंबर 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण करने के बाद श्रीलंका के खिलाफ घरेलू मैदान में लगातार दो अर्धशतकीय पारियां खेली थी। 



इस 24 वर्षीय खिलाड़ी ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका में तीन वनडे खेले लेकिन दो महीने बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। विश्व कप में भारतीय टीम का अभियान खत्म होने के बाद उन्हें इस साल अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए फिर से चुना गया। प्रसाद ने साक्षात्कार में कहा, ‘अगर आपको याद हो तो हमने अय्यर को 18 महीने पहले (जब कोहली को विश्राम दिया गया था) एकदिवसीय टीम में शामिल किया था और उसने अच्छा प्रदर्शन किया है। दुर्भाग्य से हम उसे टीम में बरकरार नहीं रख सके। उसने हालांकि अपने खेल में काफी सुधार किया है जिससे एकदिवसीय और टी20 टीमों में चौथे क्रम की परेशानी से टीम को उबार सकता है।' 



घरेलू प्रतियोगितओं में मुंबई का प्रतिनिधित्व करने वाले इस बल्लेबाज घरेलू और भारत ए टीम के लिए रनों का अंबार लगाया और सीनियर टीम में जगह नहीं मिलने पर निराशा भी जताई। वह हालांकि वेस्टइंडीज दौरे के बाद से टीम के नियमित सदस्य है। प्रसाद के नेतृत्व वाली चयन समिति ने 2016 में अपना कार्यकाल शुरू किया था जो अब खत्म होने वाला है। प्रसाद ने कहा कि विश्व कप की तैयारियों के तहत अय्यर को मौका नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण था। 

प्रसाद से जब भारतीय टेस्ट टीम के आक्रमण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘चयनसमिति का मुख्य काम सही प्रतिभा को खोज कर उन्हें एक व्यवस्थित प्रक्रिया के माध्यम से तैयार करना के बाद सही समय पर सीनियर टीम के साथ जोड़ना है। इसके बाद हमें अच्छा प्रदर्शन के लिए उनका साथ देना होता है।' उन्होंने कहा, ‘बुमराह के अलावा बाकी के तेज गेंदबाज (इशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी) हमारी समिति के आने से पहले से थे। हमारे आने के बाद एक चीज यह है कि उन्होंने एक इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया। हमने बुमराह को सभी प्रारूपों में एक शीर्ष श्रेणी के गेंदबाज के रूप में विकसित करने में मदद की।' 

Sanjeev