बीती बात बीती, अब बंगाल की कप्तानी पर ध्यान : भारत में टीम में न चुने जाने पर बोले अभिमन्यु ईश्वरन
punjabkesari.in Tuesday, Oct 14, 2025 - 05:43 PM (IST)

कोलकाता : भारतीय बल्लेबाज़ अभिमन्यु ईश्वरन ने वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ से बाहर किए जाने के बाद अब अपने ध्यान का केंद्र बदल लिया है। चयन की निराशा को पीछे छोड़, वह एक बार फिर रणजी ट्रॉफी में बंगाल की कप्तानी के साथ मैदान में उतरने को तैयार हैं। बुधवार से ईडन गार्डन्स में उत्तराखंड के खिलाफ शुरू हो रहे पहले मैच से ईश्वरन एक नई शुरुआत करने जा रहे हैं।
निराशा नहीं, अब प्रेरणा है
अभिमन्यु, जो हाल में इंग्लैंड टेस्ट दौरे में टीम इंडिया का हिस्सा थे लेकिन एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला, अब उस अनुभव को प्रेरणा में बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हर खिलाड़ी की यात्रा अलग होती है। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन अब वो बात खत्म हो गई है। चयन मेरे नियंत्रण में नहीं था। इसलिए अब मेरा पूरा ध्यान रणजी ट्रॉफी पर है और मैं बेहद उत्साहित हूं।”
कप्तानी की वापसी, फोकस टीम पर
यह अभिमन्यु का बंगाल के कप्तान के रूप में दूसरा कार्यकाल है। पिछली बार 2019-20 में उन्होंने बंगाल को रणजी ट्रॉफी के फाइनल तक पहुँचाया था, जहाँ टीम को सौराष्ट्र से हार झेलनी पड़ी थी। अब वे इस अधूरी कहानी को पूरा करने के लिए तैयार हैं। अभ्यास सत्र में उन्होंने नेट्स पर घंटों बल्लेबाजी की और कहा, “मैं किसी सीज़नल लक्ष्य पर नहीं चलता, बस हर मैच को पूरे जुनून से खेलना चाहता हूं।”
सादगी और संवाद ही सफलता की कुंजी
अपने नेतृत्व के दर्शन पर बात करते हुए ईश्वरन ने कहा कि उनकी कोशिश है कि टीम का माहौल सरल और सकारात्मक रहे। “हम सब कुछ सीधा और स्पष्ट रखने की कोशिश करते हैं। खिलाड़ियों के बीच खुला संवाद बनाए रखना अहम है। हर खिलाड़ी अलग है, इसलिए हमारा लक्ष्य है कि हर किसी से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलवाया जाए।”
मोहम्मद शमी का साथ – बंगाल के लिए बड़ा वरदान
टीम में अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी की मौजूदगी को अभिमन्यु ने “बड़ी पूँजी” बताया। उन्होंने कहा, “शमी भाई भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक हैं। वह फिट हैं, अच्छी लय में हैं और लंबे स्पेल डालने के लिए तैयार हैं। उन्होंने नेट्स पर शानदार गेंदबाज़ी की और उनका अनुभव हमारे लिए अनमोल है।” ईश्वरन को भरोसा है कि शमी का मार्गदर्शन युवा गेंदबाज़ों के लिए सीखने का बड़ा अवसर बनेगा। “उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो सफलता पाई है, वह हमारे ड्रेसिंग रूम में आत्मविश्वास लाती है। मुझे यकीन है कि वह टीम को प्रेरित करेंगे और बंगाल के लिए शानदार प्रदर्शन करेंगे।”
आगे की राह: एकजुटता और जीत की भूख
अभिमन्यु के लिए यह रणजी सीज़न केवल व्यक्तिगत पुनरुत्थान नहीं, बल्कि टीम को नई दिशा देने का मौका भी है। उन्होंने कहा, “हम एकजुट होकर खेलना चाहते हैं। हर खिलाड़ी के मन में एक ही लक्ष्य है मैच जीतना और बंगाल को गौरव दिलाना।” ईश्वरन अब सिर्फ अपनी बल्लेबाजी या चयन की चर्चा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वह बंगाल क्रिकेट के लिए नई पहचान गढ़ने की राह पर हैं, शांत, पर दृढ़ कप्तान के रूप में।