पी वी सिंधू का रक्षण मजबूत हुआ है, उसने गति पर काम किया है : पार्क

punjabkesari.in Saturday, Jul 17, 2021 - 08:15 PM (IST)

नई दिल्ली : भारतीय बैडमिंटन टीम के विदेशी कोच पार्क ताइ सैंग ने कहा कि पी वी सिंधू के इस साल के खराब प्रदर्शन का कारण उनका कमजोर रक्षण रहा है तथा कोविड के कारण मिले विश्राम के दिनों में उन्हें टोक्यो ओलिम्पिक से पहले अपनी इस कमजोरी को दूर करने में मदद मिली। इस 42 वर्षीय कोच को 2019 में पुरुष टीम के लिये नियुक्त किया गया था लेकिन दो साल पहले बासेल विश्व चैंपियनशिप के बाद कोरियाई कोच किम जी ह्यून के जाने के बाद वह सिंधू के साथ भी काम कर रहे हैं।

पार्क ने कहा कि सिंधू का रक्षण उनके आक्रमण की तुलना में कमजोर है। इसलिए मैं ओलिम्पिक से पहले उनके रक्षण पर ध्यान दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि पिछले साल जब ओलंपिक स्थगित किए गए तो मुझे लगा कि यह उसके गति कौशल और नेट प्रशिक्षण पर काम करने का मौका है। अकीनी यामागुची, ताइ जु यिंग जैसी शीर्ष खिलाड़ी जानती हैं कि सिंधू का आक्रमण मजबूत है और इसलिए वे उसके शक्तिशाली स्मैश का इंतजार करते हैं। 

पार्क ने कहा कि इसलिए हमने उनके रक्षण पर काम करने का प्रयास किया जो कि उनकी कमजोरी है। इसके लिए कोर्ट के पिछले हिस्से में उनके खेल में कुछ बदलाव करने थे जैसे कि अधिक ड्राप शॉट या हॉफ स्मैश खेलना। सिंधू को कोविड-19 के कारण मिले अवकाश से वापसी के बाद खास सफलता नहीं मिली। वह थाईलैंड में पहली दो सुपर 1000 प्रतियोगिताओं में क्रमश: पहले दौर और क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गई थी। वह विश्व टूर फाइनल्स के भी नॉकआऊट में नहीं पहुंच पाई थी। इसके बाद भी उनका प्रदर्शन अपेक्षित नहीं रहा।

पार्क ने कहा कि मैं जानता हूं कि जब वह थाईलैंड ओपन में हारी तो बहुत लोगों को लग रहा था कि उसकी शारीरिक क्षमता सही नहीं है लेकिन ऐसा नहीं था। वह स्विस ओपन के फाइनल में पहुंची, ऑल इंग्लैंड के सेमीफाइनल में पहुंची। फिटनेस कोई समस्या नहीं थी। उन्होंने कहा कि एकमात्र समस्या उनके रक्षण को लेकर थी लेकिन अब उन्होंने इस विभाग में भी काफी सुधार कर दिया है। 

कारोलिना मारिन के चोट के कारण हटने के बाद पार्क को लगता है कि ताइ जु ओलंपिक में सिंधू की सबसे कड़ी प्रतिद्वंद्वी होगी। उन्होंने कहा कि ताइ जु खेलों में सिंधू की नंबर एक प्रतिद्वंद्वी होगी। उनका रतचानोक इंतानोन के खिलाफ भी अच्छा रिकार्ड नहीं है। ये दोनों अपनी प्रतिद्वंद्वी को कोर्ट पर दौड़ाती हैं। वे तकनीकी तौर पर मजबूत हैं।

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Jasmeet