आज ही के दिन खेला गया था 12 दिन का टेस्ट मैच, जानें क्या निकला था नतीजा?

punjabkesari.in Saturday, Mar 03, 2018 - 04:52 PM (IST)

नई दिल्लीः माैजूदा समय में एक टेस्ट क्रिकेट मैच पांच दिन का होता है, हालांकि इसे 4 दिन तक रखे जाने की भी सिफारिशें रखी जा चुकी हैं। लेकिन एक समय 12 दिन का टेस्ट मैच भी खेला गया था, जिसे क्रिकेट इतिहास का सबसे लंबा टेस्ट मैच घोषित किया गया। यह मैच आज ही के दिन यानी 3 मार्च 1939 को डरबन में साउथ अफ्रीका आैर इंग्लैंड के बीच हुआ था, जो 14 मार्च को खत्म हुआ था। ज्यादा समय तक चलने के कारण इसे  'टाइमलेस टेस्ट मैच' नाम दिया गया। 

इस मुकाबले से पहले इंग्लैंड की टीम पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना चुकी थी। यह सीरीज का अंतिम मैच था। मैच से पहले दोनों टीमों के बीच सहमति बनी कि इस मैच का नतीजा निकलने तक इसे खेला जाएगा। इस मैच में पांच मार्च और 11 मार्च के दिन रेस्ट डे थे । 11 मार्च के दिन बारिश के चलते खेल नहीं हो सका था। इस मैच में 43 घंटे 16 मिनट का खेल हुआ। दोनों टीमों ने मिलकर कुल 1981 रन बनाए और कुल 5,447 गेंदे फेंकी गई। लेकिन इसके बावजूद यह मुकाबला बेनतीजा ही रहा।

पहली पारी में दक्षिण अफ्रीकी टीम रही हावी
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 540 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। इस विशाल स्कोर के सामने इंग्लैंड की टीम केवल 316 रन ही बना सकी। इसमें अफ्रीकी गेंदबाज डेल्टन ने 59 रन देकर 4 विकेट लिए। इस प्रकार दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में  इंग्लैंड टीम पर 214 रनों की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद दूसरी पारी में भी अफ्रीका ने 481 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। पहली पारी की बढ़त और दूसरी पारी के स्कोर को मिलाकर दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 695 रनों का लक्ष्य रख दिया।

क्या रहा मैच का परिणाम
इंग्लैंड जब 695 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरा तो उन्होंने शानदार शुरूआत की। उसने 5 विकेट खोकर 654 रन बना लिए, जिसमें कप्तान हेमंड ने 140 रन और इडरिच ने 219 रनों की पारी शामिल थी। यह मैच का 12वां दिन (14 मार्च 1939) था आैर इंग्लैंड को 42 रनों की जरूरत थी। लेकिन इंग्लैंड की टीम ने अचानक मैदानी अंपायर से मैच ड्रा करवाने की अपील की। अंपायर ने उनकी अपील स्वीकार करते हुए मैच ड्रा घोषित कर दिया आैर इंग्लैंड टीम 5 मैचों की सीरीज 1-0 से जीतकर गई। 

ये रही मैच ड्रा होने की वजह
दरअसल, हुआ यह था कि 14 मार्च की रात इंग्लैंड को वापस अपने देश लौटना था। उनके शिप का समय रात 8 बजे था। अब इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए अगले दिन यानी 15 मार्च को भी खेलना था, लेकिन पहले से तय शेड्यूल के कारण वह ऐसा नहीं कर सकी। इस ऐतिहासिक मैच में दक्षिण अफ्रीका ने दोनों पारियों में मिलाकर 1011 रन बनाए थे। इस मैच में 4 सेंचुरी और एक डबल सेंचुरी भी लगी थी।