MMA की ट्रेनिंग ले रही रितु फोगाट ने हरियाणवी गाने पर नचवाए विदेशी फाइटर
punjabkesari.in Tuesday, Mar 05, 2019 - 08:08 PM (IST)
जालन्धर : रैसलिंग से संन्यास लेकर एमएमए का रख करने वाली रितु फोगाट इन दिनों एमएमए के ट्रेनिंग सेंटर में अपनी मस्ती के कारण भी सुर्खियों में बनी हुई हैं। दरअसल रितु ने अपने ट्विटर अकाऊंट पर एक वीडियो शेयर की है जिसमें वह हरियाणवी गीत ‘पल पल याद सतावे है’ पर विदेशी रैसलरों के साथ डांस करती हुई दिखती हैं। रितु द्वारा पोस्ट की गई उक्त वीडियो पल भर में ही सोशल साइट्स पर इतनी पॉपुलर हो गई कि महज कुछ ही मिनटों में इसे हजारों व्यू मिल गए। वीडियो के साथ रितु ने कैप्शन में लिखा- प्रदेस में मचाए देसी धमाल, आपने तुमको से किया वॉर्म अप बेमिसाल। वाह-वाह। गायज आपको वार्कआऊट वार्माअप कैसा है? रितु ने इसके साथ ही गैट फिट विद रितु, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी और एमएमए ट्रेनिंग को हैशटैग किया है। देखें वीडियो-
Pardes me Machaya Desi Dhamal, Apne thumko se kiya warm-up Bemisal , wah wah.. Guys what's your workout warm-up? #getfitwithritu ?? #phirbhidilhaihindustani ???? #mmatraining pic.twitter.com/kjGbn2Wbqu
— RITU PHOGAT (@PhogatRitu) March 5, 2019
रितु फोगाट की उपलब्धियां
फोगाट पूर्व पहलवान महावीर सिंह फोगाट की तीसरी पुत्री हैं और उन्होंने आठ वर्ष की आयु में अपने पिता से प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। उन्होंने कुश्ती के कैरियर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दसवीं कक्षा करने के बाद स्कूल छोड़ दिया था। अक्टूबर 2016 में, फोगाट ने लगातार दूसरी बार वार्षिक राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप जीती थी। नवंबर 2016 में वह सिंगापुर में हुई राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप (48 किलो वर्ग) में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही थी। दिसंबर 2016 में वह प्रो कुश्ती लीग नीलामी में सबसे महंगी महिला पहलवान बनी। उनके साथ जयपुर ने 36 लाख का अनुबंध किया था।
इसलिए कुश्ती छोड़कर चुनी एमएमए की राह
रितु ने कुश्ती छोड़कर एमएमए चुनने का राज खोलते हुए बीते दिनों कहा था कि वह कुछ अलग करना चाहती थी। इसी कारण उनका ध्यान एमएमए की ओर गया। वहं एमएमए में भारत की ओर से पहली बार विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीतना चाहती हैं। रितु ने कहा- मैं एमएमए से बहुत प्रभावित थी। मैं बचपन से ही कुश्ती कर रही हूं और कुश्ती मेरा पहला प्यार है और हमेशा रहेगा। बस मेरे अंदर से कुछ अलग करने की चाहत थी, इसलिए मैं एमएमए में दिलचस्पी लेने लगा।