ऋतु फोगाट का MMA में सफल पर्दापण, 3 मिनट में किया विरोधी को नॉकआऊट

punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2019 - 09:05 PM (IST)

नई दिल्ली : भारत की स्टार पहलवान ऋतू फोगाट ने मिक्स्ड मार्शल आट्र्स में स्वर्णिम शुरुआत की है। उन्होंने चीन की राजधानी बीजिंग में आयोजित वन चैंपियनशिप की ऐज ऑफ़ ड्रैगन्स प्रतिस्पर्धा में दक्षिण कोरिया की नाम ही किम को शनिवार को पहले ही राउंड में हरा दिया। बाउट के शुरुआती क्षणों में ऋतू ने बाएं हाथ के जैब से प्रतिपक्ष को भांपा और सिंगल लेग टेकडाउन से मुकाबले को जमीन पर ले गई। किम ने अपना बचाव किया और ऋतू से फिर से खड़े होकर मुक्केबाजी में उलझना उचित समझा। किम ने ऋतू पर बाएं पैर की किक से दो बार हमला किया लेकिन ऋतू पर उसका कोई असर नहीं हुआ। वह मौका मिलते ही दोबारा टेकडाउन के लिए आगे बढ़ी।

किम को जमीन में गिराकर ऋतू बाएं हाथ से मुक्के लगाती रही लेकिन किम ने अपना गार्ड बनाए रखा। इससे पहले की कि किम संभल पाती ऋतू ने फिर हमला किया। इस बार ऋतू साइड कण्ट्रोल हासिल करने में कामयाब हुई। अपने पैरों और बाएं हाथ के जोर से ऋतू ने किम के दोनों हाथ से जकड़ किया और अपने दांये हाथ से मुक्के बरसाती रही। अब रेफरी ओलिवियर कोस्टा के पास इस बाउट को रोकने के इलावा कोई चारा नहीं बचा।


पहले राउंड के 3 मिनट 37 सेकेण्ड पर ऋतू फोगाट ने टेक्निकल नॉक आउट से विजय हासिल कर ली। पेशेवर एमएमए में अपने पहले जीत के बाद ऋतू ने जब बीजिंग की जनता को नि हाओ कहा तो पूरा स्टेडियम तालियों और हर्षोल्लास से भर उठा। ऋतू ने कहा कि मैं अपनी बहनों और अपने परिवार का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया और हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया। मैं सबको उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त करती हूं और यह वादा करती हूं कि हमेशा लड़ाई में अपनी सौ प्रतिशत कोशिश लगा दूंगी।

ऋतू ने कहा कि मिक्स्ड मार्शल आट्र्स में मेरी यात्रा अभी तो सिर्फ शुरू ही हुई है। मेरा एक ही मकसद है, देश के लिए वल्र्ड चैंपियनशिप जीतना है। इसी लिए मैंने अपने वाक-आउट के लिए ए आर रहमान के वन्दे मातरम को सुना। इस गाने को सुनते ही मुझमें एक जोश आता है कि देश के लिए कुछ करके दिखाना है। अब जब तक मैं अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेती मैं रुकूंगी नहीं।

डैब्यू से पहले ऋतु फोगाट ने अपने एमएमए डैब्यू को लेकर बातचीत की थी। उन्होंने कहा था कि वह दो साल के अंदर विश्व चैम्पियन बनना चाहती है। पहली फाइट यह तय करेगी कि वह कितनी जल्दी इसे पा सकती है। 
मैंने नए खेल में अपना पूरा दिल लगाया


पेशेवर एमएमए में अपने प्रथम मुकाबले से पहले 25 वर्षीय ऋतू फोगाट कहा- इस खेल में आने का मेरा एक ही मकसद है मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में विश्व चैंपियन बनना। अभी मैं जो भी कर रही हूं वह मुझे उसी दिशा में ले जा रहा है। मैंने इस नए खेल में अपना पूरा दिल लगा दिया है। मैं एमएमए में वल्र्ड टाइटल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनने के लिए लड़ूंगी। इस खेल में मैं अपने देश की प्रतिनिधित्व कर रही हूं। यह मेरे लिए एक गर्व की बात है।

राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में जीत चुकी हैं स्वर्ण


ऋतू ने पहले भी भारत के लिए कुश्ती में काफी सारे सम्मान अर्जित किये हैं। राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता, विश्व अंडर-23 कुश्ती में रजत पदक और एशियाई कुश्ती में कांस्य पदक हासिल किया। वह कई बार भारतीय कुश्ती प्रतियोगिता में चैंपियन रह चुकी हैं। 

ऋतू के परिवार पर बनी है बॉलीवुड फिल्म


ऋतू भारतीय खेल में प्रसिद्ध फोगाट परिवार आती हैं जिनकी कहानी बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म दंगल में दर्शाई गई थी। उनके पिता महावीर सिंह फोगाट एक जाने माने पहलवान और कुश्ती के प्रशिक्षक हैं और उनकी बहनें गीता, बबिता और संगीता कुश्ती में चैंपियन रह चुकी हैं। ऋतू अपने परिवार की पहली ऐसी सदस्य हैं जो एक खेल में महारत हासिल कर दूसरे खेल में कूद पड़ी हैं।

मैंने बाउट के लिए की है बहुत अच्छी तैयारी


ऋतू बोलीं- मैं भारतीय मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के लिए विश्व स्तर पर सफलता पाना चाहती हूं। दुनिया के सामने अपने देश की संस्कृति और इतिहास का सम्मान करना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन सबसे पहले मुझे जीत हासिल करना होगा। मैंने उस बाउट के लिए बहुत अच्छी तैयारी की है। पर यह मेरी पहली लड़ाई है, इससे मुझे पता चलेगा कि आगे क्या करना है।

प्रशिक्षक ने कहा- ऋतू ने की है प्रगति


सिंगापुर के इवॉल्व एमएमए में ऋतू के बॉक्सिंग कोच हैं जबकि पूर्व विश्व चैंपियन ड्राईयान फ्रांसिस्को और जू-जुत्सु प्रशिक्षक हैं विश्व चैंपियन तेको शिंजातो। दोनों का मानना है कि ऋतू ने पिछले महीनों में फाइटर के तौर पर काफी प्रगति की है।

Jasmeet