रोहित शर्मा बोले आलोचनाओं पर, मैं तो ठीक पर मेरे परिवार को मत घसीटो

punjabkesari.in Monday, Jan 06, 2020 - 07:20 PM (IST)

नई दिल्ली : भारत की सीमित ओवरों की टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के लिए 2019 काफी सफल रहा जिसमें वह टेस्ट सलामी बल्लेबाज की भूमिका में भी सफल रहे। सलामी बल्लेबाज के तौर पर 2019 में सभी प्रारूपों में 2442 रन बनाने वाले रोहित ने कहा कि अब खेल को लेकर उनकी सोच बदल गई है।

रोहित शर्मा होने बारे में क्या सोचते है 

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 12 साल बिताने वाले रोहित ने ‘पीटीआई’ को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा कि मैं क्या सोचता हूं इसे लेकर मैं अलग तरह का रोहित हूं। अपने परिवार- मेरी पत्नी रितिका सहदेह (Ritika Sajdeh) और बेटी समाइरा शर्मा (Samaira Sharma)- के कारण मैं अपने जीवन में काफी अच्छी स्थिति में हूं। मैं इसे लेकर चिंतित नहीं हूं कि बाकी लोग क्या बातें कर रहे हैं।

रोहित शर्मा की पत्नी और बेटी ने जीवन को खुशी से भरा


अपने करियर के दौरान सराहना और आलोचना दोनों का सामना करने वाले 32 साल के रोहित ने कहा कि वह अब आलोचनाओं के बारे में अधिक नहीं सोचते। उन्होंने कहा कि उन्होंने (पत्नी और बेटी ने) मेरे जीवन को प्यार और खुशी से भर दिया है और मैं इसी में रहने का प्रयास करता हूं। यह नहीं सोचता कि कोई मेरे बारे में क्या टिप्पणी कर रहा है। रोहित ने कहा कि मैं उस उम्र को पार कर गया हूं कि किसी के मेरे बारे में अच्छा या बुरा कहने पर प्रतिक्रिया दूं। ईमानदारी से कहूं तो अब यह अधिक मायने नहीं रखता।

मैंने कभी टेेस्ट मैचों के बारे में सोचना छोड़ दिया था


दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में शुरुआत करते हुए रोहित ने दोहरा शतक जड़ा था जिससे भारत को वह लय मिली जिसकी उसे वीरेंद्र सहवाग के जाने के बाद लंबे अर्से से तलाश थी। रोहित से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मैंने काफी पहले टेेस्ट मैचों के बारे में सोचना छोड़ दिया था। यह पूछे जाने पर कि ऐसा क्यों था, रोहित ने कहा कि पहले मैं टेस्ट मैचों में सफलता के बारे में काफी सोचता था। 

मैं भी सोचता था यह शॉट क्यों खेला


रोहित बोले- मैं काफी अधिक सोचता था कि ऐसा क्यों हो रहा है, मैंने यह शॉट क्यों खेला। प्रत्येक टेस्ट पारी के बाद मैं हमारे वीडियो विश्लेषक के पास जाता, उसके साथ बैठकर वीडियो देखता और फिर और अधिक भ्रमित हो जाता। असल में मैं जो कर रहा था वह सही चीज नहीं थी।

मुझे टेस्ट क्रिकेट में अच्छा करना है


रोहित ने कहा- तकनीक के बारे में काफी अधिक सोचने से मैं खेल का लुत्फ नहीं उठा पा रहा था। मेरे दिमाग में सिर्फ यही था कि मुझे टेस्ट क्रिकेट में अच्छा करना है। इसलिए 2018-19 आस्ट्रेलिया श्रृंखला से पहले मैंने स्वयं से कहा कि जो होना है वो होगा और मैं अपनी तकनीक के बारे में नहीं सोचूंगा।

मुझे पता था मुझे मौके नहीं मिलेंगे


कई लोगों का मानना था कि टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला रोहित के पास अंतिम मौका था लेकिन वह स्वयं ऐसा नहीं मानते। उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि उन्हें मौके का फायदा उठाना था। उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि मैं 22 या 23 साल का नहीं हूं जिसे टेस्ट क्रिकेट में मौके मिलते रहेंगे। मुझे पता था कि मुझे हर बार क्रीज पर उतरते हुए खुद को साबित करना होगा। मैं खुशकिस्मत था कि मुझे वह मौका मिला जिसका कई लोगों को इंतजार था।

Jasmeet