कभी हॉकी खेलता था ये दिग्गज खिलाड़ी, क्रिकेट में आया तो बना डाले कई धांसू रिकॉर्ड

punjabkesari.in Saturday, May 23, 2020 - 12:06 PM (IST)

नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के धाकड़ बल्लेबाज रॉस टेलर कभी हॉकी खेला करते थे। दोस्तों की सलाह पर उन्होंने अपना खेल बदला और कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। लर को क्रिकेट फैंस मध्यक्रम के सबसे आक्रमक बल्लेबाज के तौर पर जानते हैं। उन्होंने विश्व स्तरीय गेंदबाजों का सामना कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।

स्लॉग स्वीप मारने में माहिर हैं रॉस टेलर

रोस टेलर ने 2005-06 के घरेलू सीजन में तीन शतक बनाकर अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत की। जिसकी बदौलत उन्होंने न्यूजीलैंड की वनडे टीम में जगह मिल गई। अपने तीसरे ही मैच में नेपीयर के मैदान में टेलर ने श्रीलंका के विरुद्ध 128 रन की पारी खेल क्रिकेट फैंस का ध्यान अपनी ओर खींचा। जनवरी 2007 में न्यूजीलैंड के बाहर अपना पहला मैच ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलते हुए टेलर ने 100 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 84 रन बनाए। इन दोनों पारियों दौरान हालांकि टेलर मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से जूझे लेकिन यह समस्या उनके बढ़ते करियर में बाधा नहीं खड़ी कर पाई। टेलर को तेज गेंदबाजों के खिलाफ पुल और स्पिन्नरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप खेलने के लिए जाना जाता है। इसका उदाहरण आईपीएल और चैंपियन्स लीग में भी देखने को मिला जब बेंगलुरु के दर्शकों ने टेलर को लोकल खिलाड़ी की तरह सराहा।

वेट्टोरी और मैकुल्लम के कप्तानी ठुकराने पर टेलर ने संभाली थी जिम्मेदारी

टेलर को 2007-08 में दक्षिण अफ्रीका दौरेपर टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिला था। अतिरिक्त उछाल के सामने वह संघर्ष करते नजर आ रहे थे। इसका सिला उन्होंने बांग्लादेश के दौरे से बाहर होकर देना पड़ा। उनकी वापसी इंगलैंड दौरे पर हुई जब उन्होंने 120 और 154 रन की दो यादगार पारियां खेलीं। 2010 में उन्हें श्रीलंका में त्रिकोणीय सीरीज के लिए कप्तान बनाया गया था। यह ऐसा समय था जब न्यूजीलैंड के दिग्गज क्रिकेटर डैनियल वेट्टोरी और ब्रैंडन मैकुल्लम ने यह जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया था। ऐसे में टेलर इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए आगे आए थे।

न्यूजीलैंड को ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में जीत दिलाई

टेलर दो साल तक न्यूजीलैंड टीम के कप्तान रहे। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन उनके टीम कोच माइक हेसन के संबंध अच्छे नहीं थे। इसलिए उन्हें कप्तानी से हटाकर ब्रैंडन मैक्कुलम को कप्तानी सौंप दी गई। टेलर ने जिन 13 टेस्टों में न्यूजीलैंड टीम की कप्तानी की उनमें उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया था।

Edited By

Anil dev