सचिन 200* : आज ही के दिन सचिन से जुड़ा था ‘भगवान’ नाम का टैग
punjabkesari.in Saturday, Feb 24, 2018 - 02:26 PM (IST)
जालन्धर (जसमीत सिंह) : आज के समय में जब हर मैच के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) ने बनाया यह रिकॉर्ड, जैसी सुर्खियां इंटरनेट या सोशल साइट्स छा रही हैं। वहीं कुछ साल पीछे चले जाएं तो यह सुर्खियां बनाने का काम भारत के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) कर रहे थे। खासतौर पर आज ही के दिन आठ साल पहले सचिन ने वो काम कर दिखाया था जिसका ईनाम उन्हें क्रिकेट का भगवान टैग लाइन के रूप में मिला था।
147 balls.
— ICC (@ICC) February 24, 2018
25 fours.
3 sixes.
200 not out! ??#OnThisDay in 2010, @sachin_rt made history against South Africa in Gwalior as the first man to score a double century in ODIs! pic.twitter.com/wfXmyDT9KN
1971 में ऑस्ट्रेलिया और इंगलैंड के बीच मेलबोर्न के स्टेडियम में पहला वनडे खेला गया था। इसके बाद वनडे क्रिकेट के कई दिग्गज सामने आए। लेकिन कोई भी दिग्गज 50 ओवर के इस फार्मेट में दोहरा शतक नहीं बना पाया था। सचिन जब इस मुकाम पर पहुंचे तो क्रिकेट फैंस की सारी भावनाएं उमड़ गईं। नतीजा- नए भगवान का उदय हुआ। नया भगवान मतलब क्रिकेट का भगवान। तब सोशल साइट्स और कुछ अखबारों में भगवान नाम के शीर्षक भी छप गए थे।
ऐसे सचिन ने पार किया अपना 200 रन का सफर
ग्वालियर (Gwalior) के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ दूसरा वनडे शुरू हुआ। उम्मीद मुताबिक वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) और सचिन तेंदुलकर बैटिंग के लिए मैदान में उतरे। सहवाग इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए और मात्र नौ रन पर पर्नेल की गेंद पर स्टेन को कैच थमा बैठे। इसके बाद दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) मैदान में आए। धीरे-धीरे उन्होंने सचिन के साथ पारी को आगे बढ़ाया। इस दिन सचिन अपनी पूरी लय में दिखे। मैदान के चारों तरफ शॉट लग रहे थे। जब 34वें ओवर में दिनेश कार्तिक 79 रन बनाकर आऊट हुए तभी सचिन के दोहरे शतक की दर्शकों को सुगंध आने लगी थी। यूसुफ पठान (Yusuf Pathan) ने एक छोर संभाला तो दूसरी तरफ से सचिन ने कहर बरपाना शुरू कर दिया।
इधर पठान अपनी 36 रन की पारी में दो छक्के और चार चौके लगा चुके थे। पठान आऊट हुए तो मैदान में धोनी (Dhoni) उतर आए। इसके बाद जो हुआ वो इतिहासमें दर्ज हो गया। पठान जब आऊट हुए तो टीम का स्कोर 42 ओवर में 300 रन था। भारत ने कुल 401 रन बनाए थे। ऐसे में करीब नौ ओवरों में सचिन और धोनी ने भारत के लिए 101 रन जोड़ दिया। इस पार्टनरशिप की खासियत यह रही कि सचिन के साथ धोनी भी अपने रंग में दिखे। उन्होंने महज 35 गेंद खेलीं। 68 रन बनाए। इसमें चार छक्के और सात चौके शामिल थे।
क्रिकेट फैंस थे धोनी से गुस्सा
लेकिन इतनी शानदार पारी के बावजूद मैदान ही नहीं बल्कि घरों में टीवी स्क्रीन पर मैच देख रहे लोगों के गुस्से का शिकार धोनी को होना पड़ा। वजह- क्योंकि सचिन दोहरे शतक के करीब थे। ऐसे में धोनी सचिन का दोहरा शतक पूरा करवाने की बजाय अपनी बल्लेबाजी जारी रखे हुए थे। हालांकि सचिन 47.4 ओवर में ही 199 रन तक पहुंच चुके थे। लेकिन इसके बाद हर बॉल पर क्रिकेट फैंस के मुंह से छक्के बरसा रहे धोनी के लिए अनचाहे अपशब्द ही निकल रहे थे।
सचिन क्योंकि दोहरे शतक के करीब थे, ऐसे में धोनी द्वारा उन्हें स्ट्राइक न देना क्रिकेट फैंस को खल नहीं रहा था। आखिर 49वीं ओवर पूरी खेलने के बाद जब आखिरी गेंद पर एक रन लेकर धोनी के स्ट्राइक अपने पास रख ली। तो स्टेडियम से भी धोनी की हूटिंग शुरू हो गई। धोनी यहां भी नहीं रुके। 50वें ओवर की पहली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया। इधर, दर्शकों की हूटिंग और तेज हो गई। माही अपने में मस्त थे। अगली गेंद पर भी जोरदार शॉट मारा। इससे पहले गेंद फील्ड होती धोनी एक रन ले चुके थे। अब सचिन स्ट्राइक एंड पर थे। उन्होंने अगली गेंद पर शॉट लगाकर जैसे ही एक रन पूरा किया, पूरा स्टेडियम तालियों और नारों से गूंजने लगा। यह वहीं समय था। जब सचिन के लिए इंडियन सुपरमैन, लीजैंड, भगवान आदि जैसे नए शब्द कहे गए। ट्विटर पर क्रिकेट का भगवान सचिन तेंदुलकर टैग ट्रैंड करने लगा।
बोनस में : आखिर सचिन के लिए भगवान शब्द आया कहां से?
ऑस्ट्रेलिया की टीम तब भारत के दौरे पर थी। एक मैच से पहले जब ऑस्ट्रेलिया ओपनर मैथ्यू हेडन (Metthew Hadyen) से उस सीरीज में सचिन तेंदुलकर के खेल के बारे में टिप्पणी मांगी गई थी तो उन्होंने कहा कि सचिन जब खेलते हैं तब पूरा स्टेडियम जोश में डूबा होता है। ऐसा जोश मानो कोई भगवान बैटिंग कर रहा हो।