Santosh Trophy: कर्नाटक 54 साल बाद बना चैंपियन, मेघालय को 3-2 से हराया

punjabkesari.in Sunday, Mar 05, 2023 - 02:26 PM (IST)

रियाद: कर्नाटक ने संतोष ट्रॉफी के गलाकाट फाइनल में दमदार प्रदर्शन करते हुए मेघालय को 3-2 से हराकर 54 साल बाद राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीत ली है। किंग फहद स्टेडियम पर शनिवार को खेले गये फाइनल में सुनील कुमार (दूसरा मिनट), बेकली ओरम (19वां मिनट) और रॉबिन यादव (42वां मिनट) ने विजेता टीम के गोल किये। उपविजेता मेघालय के गोल ब्रोलिंगटन वारलार्पीह (आठवां मिनट) और शीन स्टीवेन्सन स्फकटंग (60वां मिनट) ने दागे। कर्नाटक ने पिछली बार राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप 1968-69 में मैसूर के रूप में जीती थी। कर्नाटक ने पांच दशक का सूखा समाप्त करने के लिये मैच की दमदार शुरुआत की। 

सुनील ने रॉबिन के लंबे थ्रो की बदौलत दूसरे मिनट में गोल करके कर्नाटक को बढ़त दिलाई। कर्नाटक की खुशी हालांकि ज्यादा देर तक नहीं रही और मेघालय ने आठवें मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। ब्रोलिंगटन ने स्पॉट किक को सफलतापूर्वक गोल में तब्दील करके स्कोर बराबर कर दिया। मेघालय को कुछ देर बाद बढ़त लेने का मौका भी मिला लेकिन फिगो सिंडाई का निशाना नेट में नहीं पहुंचा। कर्नाटक ने मेघालय की इस चूक का फायदा उठाकर गेंद को अपने कब्जे में ले लिया और 19वें मिनट में बेकली ने सुनील के पास की मदद से गेंद को नेट में पहुंचा दिया। प

हला हाफ समाप्त होने से पहले रॉबिन ने गोल करके कर्नाटक की बढ़त 3-1 कर दी। तमाम बाधाओं को पार करते हुए फाइनल में पहुंची मेघालय ने दूसरे हाफ में बेहतर फुटबॉल खेली, लेकिन वह कर्नाटक की बढ़त को समाप्त नहीं कर सकी। सेमीफाइनल में मेघालय का मैच-जिताऊ गोल करने वाले शीन ने यहां भी 60वें मिनट में स्कोर किया, हालांकि यह उनकी टीम का आखिरी गोल था। 

कर्नाटक ने इसके बाद अपने चुस्त रक्षण से मेघालय को स्कोर बराबर करने का कोई मौका नहीं दिया और राष्ट्रीय चैंपियन का ताज अपने सिर सजाया। इससे पूर्व, सर्विसेज ने कांस्य पदक मैच में पंजाब को 2-0 से हराकर संतोष ट्रॉफी में तीसरा स्थान हासिल किया। शफील पी पी (सातवां मिनट) और क्रिस्टोफर कमेई (60वां मिनट) ने विजेता टीम के लिये गोल किये। 


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Content Editor

Ramandeep Singh

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