पाक दिग्गज गेंदबाज सकलेन मुश्ताक को पसंद नहीं तेज गेंदबाजी, बताया क्यों बने स्पिनर

punjabkesari.in Thursday, Jun 11, 2020 - 12:13 PM (IST)

जालन्धर : 2003 में विजडन ने पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सकलेन मुश्ताक को सर्वकालिक महानतम एकदिवसीय स्पिनर माना था। सकलेन जब तक वनडे फॉर्मेट में खेले उनका कोई मुकाबला नहीं रहा। वनडे में अभी भी सबसे तेज 100, 150, 200 और 250 विकेट लेने का रिकॉर्ड उनके नाम है। सकलेन मुश्ताक को बॉलिंग की विशेष तकनीक ‘दूसरा’ का जन्मदाता माना जाता है। सकलेन के बाद इस पर हरभजन सिंह, मुथैय्या मुरलीधरन, अजंता मेंडिस, सईद अजमल ने खूब मेहनत की। लेकिन इनमें सकलेन की एक मात्र ऐसे गेंदबाज थे जिन्होंने बॉलिंग की विधा में ‘तीसरा’ और ‘चौथा’ नामक नया हथियार भी जोड़ा। अपने करियर के दौरान सकलेन अपने बॉलिंग एक्शन या बहुत ज्यादा दूसरा गेंद फैंकने के चलते विवाद में आए।

सकलेन का स्पिनर बनने का किस्सा भी बेहद एक रोचक है। एक इंटरव्यू के दौरान सकलेन ने बताया था कि दिसंबर 1976 को सरकारी क्लर्क के घर पर उनका जन्म हुआ। वह बचपन में काफी दुबले थे। उन्हें क्रिकेट पसंद थी। अपने शरीर के कारण उन्होंने कभी तेज गेंदबाज बनने की सोची ही नहीं। आखिर में उनके पास सिर्फ स्पिन गेंदबाजी ही विकल्प बचा। सकलेन ने मेहनत की और स्पिन गेंदबाजी में मुहारत हासिल की।

सचिन को आऊट कर आए थे चर्चा में

सकलेन की सबसे बड़ी उपलब्धि 1999 के भारत दौरे के दौरान उनके साथ जुड़ी। पहले टैस्ट में जब भारत को जीत के लिए महज 17 रन चाहिए थे तो ऐसे समय में सकलेन ने सचिन (136) को आऊट कर भारतीय टीम को बैकफुट पर ला खड़ा किया। सकलेन में मैच में 10 विकेट हासिल किए और पाकिस्तानी टीम को जीत दिला दी। दो टैस्ट मैचों की सीरीज में सकलेन ने 20 विकेट हासिल कर मैन ऑफ द सीरीज खिताब हासिल किया था। 

वनडे के कई रिकॉर्ड हैं उनके नाम

49 टैस्ट में 208, 169 वनडे में 288 विकेट चटकाने वाले मुश्ताक के नाम फस्र्ट क्लास क्रिकेट में 833 विकेट भी दर्ज हैं। टेस्ट क्रिकेट में वह 13 बार एक पारी में पांच विकेट ले चुके हैं जबकि वनडे में वह सात बार एक पारी में पांच विकेट ले चुके हैं। 2000 में सकलेन को विजडन क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर के रूप में चुना गया था। वह 1997 में एक कैलेंडर वर्ष के दौरान सबसे अधिक 69 वनडे विकेट लेने का रिकॉर्ड भी बना चुके हैं।

Jasmeet