दिल्ली के बल्लेबाजों का शर्मनाक समर्पण, आंध्र सेमीफाइनल में

punjabkesari.in Thursday, Feb 22, 2018 - 07:41 PM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली को अपने बल्लेबाजों के शर्मनाक समर्पण के कारण आंध्र के हाथों गुरूवार को विजय हजारे ट्रॉफी एकदिवसीय टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में छह विकेट की करारी हार का सामना करना पड़ा और इस जीत के साथ आंध्र सेमीफाइनल में पहुंच गया। पालम मैदान पर खेले गए इस मैच में ओवरों की संख्या 49 कर दी गई लेकिन दिल्ली की टीम 32.1 ओवर में मात्र 111 रन पर लुढ़क गई। आंध्र ने 28.4 ओवर में चार विकेट पर 112 रन बनाकर आसानी से मैच जीत लिया। आंध्र ने ग्रुप चरण में अपने सभी छह मैच जीते थे और अब उसने रणजी उपविजेता दिल्ली को बाहर का रास्ता दिखा दिया। दिल्ली की टीम अपने शीर्ष चार बल्लेबाज मात्र 40 रन पर गंवाने के बाद मुकाबले में नहीं लौट सकी। 

उन्मुक्त चंद चार, दिग्गज बल्लेबाज गौतम गंभीर आठ, हितेन दलाल 11 और नीतीश राणा दो रन बनाकर पवेलियन लौट गए। दुवारापू शिव कुमार ने उन्मुक्त, गंभीर और हितेन के विकेट लेकर दिल्ली की कमर तोड़ दी। शिव ने 10 ओवर में मात्र 29 रन देकर कुल चार विकेट झटके। ध्रुव शौरी ने 44 गेंदों पर 21 और विकेटकीपर ऋषभ पंत ने 46 गेंदों पर दो चौकों तथा एक छक्के की मदद से 38 रन बनाकर दिल्ली को 100 के पार पहुंचाया। दिल्ली ने अपने आखिरी छह विकेट 35 रन जोड़कर गंवा दिए। भार्गव भट्ट ने 28 रन पर तीन विकेट और बंडारू अयप्पा ने 30 रन पर दो विकेट लिए। आंध्र को मामूली लक्ष्य हासिल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। अश्विन हैम्बर ने 38, रिकी भुई ने 36 और बी सुमंत ने नाबाद 25 रन बनाकर आंध्र को आसानी से जीत की मंजिल पर पहुंचा दिया। दिल्ली के लिए कप्तान इशांत शर्मा, नवदीप सैनी, पवन नेगी और नीतीश राणा ने एक- एक विकेट लिया। 

बड़ौदा को तीन विकेट से हराकर सौराष्ट्र सेमीफाइनल में
सलामी बल्लेबाज और विकेटकीपर अवि बरोत (82) के अर्धशतक से सौराष्ट्र ने आज यहां विजय हजारे ट्राफी के क्वार्टरफाइनल में बड़ौदा को तीन विकेट से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सौराष्ट्र के कप्तान चेतेश्वर पुजारा ने बड़ौदा को बल्लेबाजी का न्यौता दिया और उनके गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए उसे निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेटपर 247 रन ही बनाने दिए। इसके बाद टीम ने बरोत की 105 गेंद में आठ चौके जडि़त 82 रन की पारी और अॢपत वसावड़ा के नाबाद 45 रन (43 गेंद में पांच चौके) से यह लक्ष्य 48.4 ओवर में सात विकेट पर 251 रन बनाकर हासिल कर लिया। बड़ौदा ने सलामी बल्लेबाज केदार देवधर के रूप में पहला विकेट चौथे ओवर में ही खो दिया जो चेतन सकारिया (73 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर कैच आउट हुए। आदित्य वाघमोड़े (37) भी जल्द ही पवेलियन लौट गए, वह चिराग जानी (10 ओवर में दो मेडन से 35 रन देकर चार विकेट) का शिकार हुए। लेकिन कृणाल पंड्या (61 रन, 75 गेंद, पांच चौके और दो छक्के) और सोएब ताई (नाबाद 72 रन, 91 गेंद, आठ चौके और एक छक्का) की अर्धशतकीय पारियों ने टीम को संभालने और सम्मानजनक स्कोर बनाने में मदद की।

सौराष्ट्र के लिए जानी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चार विकेट हासिल किए जबकि सकारिया और प्रेरक मांकड़ को दो-दो विकेट मिले। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी सौराष्ट्र की भी शुरूआत इतनी अच्छी नहीं रही, उसने नौंवे ओवर में 45 रन पर दो बल्लेबाज समर्थ व्यास (18) और रोबिन उथप्पा (09) के विकेट गंवा दिए थे। पर इसके बाद बरोत और कप्तान पुजारा (40 रन, 66 गेंद) ने मिलकर पारी को संभाला और तीसरे विकेट के लिए 102 रन की भागीदारी निभाई। 33वें ओवर में अतीत सेठ (38 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर पुजारा के आउट होने से यह साझेदारी टूटी। हालांकि फिर वसावड़ा अंत तक डटे रहे, जिससे टीम ने यह लक्ष्य आठ गेंद रहते हासिल कर लिया।