शिखर धवन ने कर दिया प्यार का इजहार, शेयर की होने वाली हमसफर की फोटो
punjabkesari.in Thursday, May 01, 2025 - 06:56 PM (IST)

खेल डैस्क : भारतीय स्टार बल्लेबाज शिखर धवन ने आखिरकार योगा कोच सोफिया शाइन के साथ अपने रोमांटिक रिश्ते पर मुहर लगा दी है। धवन ने सोशल मीडिया पर सोफिया के साथ एक फोटो डाली है जिसमें उन्होंने माई हार्ट लिखा है। धवन उक्त तस्वीर में जहां ब्राऊन कलर की शर्ट में दिख रहे हैं तो वहीं सोफिया ने काले रंग की ड्रेस पहने हुए हैं। दोनों कैमरे की ओर देखकर मुस्कराते हुए नजर आ रहे हैं। सोफिया शाइन एक आयरिश प्रोडक्ट कंसल्टेंट हैं, जो अबू धाबी, यूएई में रहती हैं। वह नॉर्दर्न ट्रस्ट कॉरपोरेशन में सेकेंड वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर काम करती हैं। दोनों को पहली बार नवंबर 2024 में मुंबई हवाई अड्डे पर और फिर फरवरी 2025 में दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के भारत-बांग्लादेश मैच के दौरान एक साथ देखा गया था। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों और वीडियो ने डेटिंग की अटकलों को हवा दी।
खास तौर पर, यह भी नोट किया गया कि शिखर ने जून 2023 में सोफिया के इंस्टाग्राम पोस्ट को लाइक किया था, और दोनों एक-दूसरे को सोशल मीडिया पर फॉलो करते हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों कुछ साल पहले दुबई में मिले थे और एक साल से अधिक समय से एक साथ रह रहे हैं। आखिरकार शिखर धवन और सोफिया ने इस रिश्ते की आधिकारिक पुष्टि कर दी है।
शिखर धवन अब पहली पत्नी आयशा मुखर्जी से तलाक के बाद सोफिया के साथ शादी करेंगे। अगस्त 1975 को पश्चिम बंगाल में एक बंगाली पिता और ब्रिटिश मां के घर जन्मी आयशा एक पूर्व किकबॉक्सर और फिटनेस इन्फ्लुएंसर हैं। वह आठ साल की उम्र में अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया चली गई थीं। शिखर और आयशा की मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी, जिसमें उनके कॉमन फ्रेंड हरभजन सिंह ने भूमिका निभाई। दोनों ने 2009 में सगाई की और 30 अक्टूबर 2012 को शादी की। आयशा की यह दूसरी शादी थी; उनकी पहली शादी एक ऑस्ट्रेलियाई बिजनेसमैन से हुई थी, जिससे उनकी दो बेटियां, रिया और अलियाह हैं। शिखर ने इन दोनों बेटियों को गोद लिया था। शिखर और आयशा का एक बेटा, जोरावर, 2014 में पैदा हुआ।
हालांकि, 2020 में उनके रिश्ते में दरार आई, और सितंबर 2021 में दोनों अलग हो गए। अक्टूबर 2023 में दिल्ली की एक अदालत ने शिखर को आयशा से तलाक दे दिया, जिसमें "मानसिक क्रूरता" को आधार बनाया गया। शिखर ने आरोप लगाया था कि आयशा ने उन्हें अपने बेटे जोरावर से अलग रखा और ऑस्ट्रेलिया में उनकी संपत्तियों का 99 फीसदी हिस्सा अपने नाम करवाया। अदालत ने शिखर को जोरावर से मिलने और वीडियो कॉल के जरिए बात करने का अधिकार दिया, लेकिन स्थायी कस्टडी पर कोई आदेश नहीं दिया।