टेस्ट टीम में जगह मिलने पर बोले शुभमन गिले- IPL का अनुभव आएगा काम

punjabkesari.in Friday, Sep 13, 2019 - 06:43 PM (IST)

नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जगह पाने वाले भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल का कहना है कि सीनियर खिलाडिय़ों के साथ खेलना एक अलग अनुभव है और यहां आईपीएल का अनुभव उनके काम आएगा। हाल ही में संपन्न हुई दलीप ट्राफी में शानदार प्रदर्शन करने वाले 20 वर्षीय शुभमन आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से खेलते हैं। उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए गुरूवार को घोषित भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया था। उन्हें अनुभवी ओपनर लोकेश राहुल की जगह मिली है। 

नजरिए में परिवर्तन लाना है जरूरी


शुभमन ने क्रिकइंफो को दिए साक्षात्कार में कहा- मुझे लगता है कि मुझे अपने खेल नहीं बल्कि अपने नजरिए में परिवर्तन लाना होगा। अंडर-19 वर्ग में आप अपने तरह के खिलाडिय़ों के साथ खेलते हैं लेकिन सीनियर टीम में काफी अनुभवी खिलाडिय़ों के बीच खेलना पड़ता है। मैं इस स्तर पर अंडर-19 की मानसिकता के साथ नहीं खेल सकता। 125 की स्पीड से आती गेंदों को खेलना और 140 की रफ्तार से की गई गेंद को खेलने में काफी फर्क है। यहां आईपीएल का अनुभव मेरे काम आएगा।

पिता से सीखा है शांत रहना


शुभमन ने कहा- मैं शांत रहता हूं और यह चीज मैंने अपने पिता से सिखी है। वह जब नेट्स में बल्लेबाजी करते थे उस समय काफी संयम रखते थे। मैंने अडर-14 और अंडर-16 टीमों में काफी दिन का क्रिकेट खेला है और मैं इसमें जल्द ही ढल जाता हूं। शुभमन ने कहा- मेरी हमेशा से ऐसी मानसिकता रही है कि अगर मैं 100 के स्कोर पर खेल रहा हूं तो मैं अपनी पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश करता हूं और खराब शॉट खेलने से बचना हूं। जब मैं पंजाब की तरफ से खेलता था उस समय मुझे युवराज सिंह और गुरकीरत सिंह के साथ समय बिताने का मौका मिला और उन्होंने मुझे काफी कुछ सिखाया।

युवराज ने हमेशा किया समर्थन


उन्होंने कहा- युवराज के करियर में काफी उतार-चढ़ाव आए और उन्हें काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया और उनका मार्गदर्शन हमेशा मेरे काम आता रहा हैं। युवराज ने हमेशा ही मुझे अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा। वह कभी नहीं चाहते थे कि मैं अपने शुरुआती दौर में किसी प्लेयर मैनेजमेंट कंपनी के साथ करार करूं और उन्होंने कहा कि सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दो इसके बारे में मत सोचो।

पिता ही मेरे पहले कोच, राहुल सर का साथ प्रेरणादायक


युवा बल्लेबाज ने कहा- मेरे शुरुआती दौर में मेरे पिता ही मेरे कोच थे। उन्होंने मुझे काफी कुछ सिखाया। इसके बाद मुनीश बाली सर ने मुझे ट्रेनिंग दी। एनसीए में मुझे अमोल मुजुमदार और भारत अंडर-19 टीम में राहुल द्रविड़ सर के साथ मुझे समय बिताने का अवसर मिला। उनका अनुभव और मार्गदर्शन मेरे लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि उन्हें आक्रमक रूप से बल्लेबाजी करना पसंद है लेकिन क्रीज पर बल्लेबाजी करने के दौरान यह समझना बेहद जरूरी है कि किस समय आपको आक्रमक होकर खेलना है और कब सधी हुई बल्लेबाजी करनी है।        

वनडे डेब्यू को लेकर चिंतित थे शुभमन


न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे में पदार्पण करने पर शुभमन ने कहा- मैं काफी उत्सुक था लेकिन साथ काफी चिंतित भी था। हालांकि जैसे ही मैंने पहले गेंद खेली मेरी चिंता कुछ कम हो गई। जब टीम की घोषणा हुई और मुझे पता चला कि मुझे टीम में शामिल किया गया है, उस वक्त मुझे काफी खुशी हुई। युवा बल्लेबाज ने कहा- किसी भी मैच से पहले टीम की बैठक में उस गेंदबाज के वीडियो दिखाए जाते हैं जिनकी गेंद पर हमें बल्लेबाजी करनी होती है। जब भी मैं सोने जाता हूं तो मैं कल्पना करता हूं किस तरह उस गेंदबाज की गेंद खेलूंगा।

Jasmeet