US Golf में सफलता के झंडे गाड़ रहा है पंजाबी गबरू Sihan Sandhu, यू.एस. ओपन खेलने की तैयारी में

punjabkesari.in Monday, May 09, 2022 - 05:01 PM (IST)

जालन्धर (जसमीत) : 16 साल का पंजाबी गोल्फर सिहान संधू जून में होने वाली यू.एस. ओपन चैम्पियशिप में हिस्सा लेकर इतिहास बना सकता है। 100 से ज्यादा टूर्नामैंट्स जीत चुके युवा गोल्फर ने बीते दिनों ड्यूक यूनिवर्सिटी में विश्व भर के प्रोफैशनल गोल्फर्स के साथ कंपीट किया था। उन्होंने 5 अंडर पार का स्कोर बनाया। अब वह पुरुषों के यू.एस. ओपन टूर्नामैंट में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।

सिहान को अमरीकी हाऊस ऑफ डैलीगेट्स और अमरीकी सीनेट द्वारा कम उम्र में गोल्फ में बढ़ी उलब्धियां हासिल करने के लिए सम्मान भी दिया जा चुका है। सिहान ने फिलहाल रोलैक्स ए.जे.जी.ए. रैंकिंग में 24 स्थान हासिल किया है। वह अमरीकी जूनियर गोल्फ एसोसिएशन के तहत 9 बड़े टूर्नामैंट्स में अपनी धाक जमा चुके हैं।


सिहान के पिता जसकीरत संधू ने बताया कि गोल्फ के प्रति बेटे का रुझान छोटी उम्र से ही था। गोल्फ के चाहने वालों की तरह वह भी सुबह 5 बजे कोर्स में होने से कभी लेट नहीं होता। अभी तक यू.एस. ओपन में अमरीकी प्लेयरों का ही दबदबा रहा है। सिहान भले ही यू.एस. के सैन डियागो में पला-बढ़ा लेकिन उसकी रगों में अभी भी भारत के लिए कुछ कर दिखाने का जज्बा है। उम्मीद करते हैं कि भारत में भी जल्द गोल्फ के बड़े टूर्नामैंट हों जिसमें सिहान अपनी प्रतिभा दिखा सके।

सिहान की उपलब्धियां

 


1. सिहान 14 साल की उम्र में ए.जे.जी.ए. ओपन चैम्पियनशिप जीतने वाले सबसे कम उम्र के प्लेयरों में से एक थे।
2. 2017 और 2018 में लगातार 2 बार फ्यूचर मास्टर्स जीता। उन्होंने 14 अंडर पार (67, 63 और 66) की शूटिंग कर 50 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। 
3. दो बार विश्व चैम्पियनशिप जीती। 2016 की यू.एस. किड्स विश्व ैचैम्पियनशिप में उन्होंने 63, 62 और 68 के साथ 3 दिनों में 23 अंडर पार का स्कोर बनाया था। उन्होंने इसी साल 17 स्ट्रोक से विश्व चैम्पियनशिप जीती थी। 
4. स्कॉटलैंड में 3 बार यू.एस. किड्स यूरोपियन चैम्पियनशिप जीती। यूएस किड्स रीजनल चैम्पियनशिप में बतौर जूनियर गोल्फर सर्वाधिक 17 टूर्नामैंट जीते।
5. डोनाल्ड रॉस चैम्पियनशिप (लड़के 15-18) जीत चुके।

दादा-दादी फौज में दे चुके सेवा


अमृतसर के अटारी में पले-बढ़े सिहान के दादा कर्नल सतपाल संधू और दादी कर्नल नरिंदर कौर संधू भारतीय फौज से सेवानिवृत्त हुए हैं। रिटायरमैंट के बाद यह चंडीगढ़ में बस गए जहां दादी नरिंदर संधू ने आसपास के गांवों में अपनी अंतिम सांस तक मैडीकल सेवाएं देनी जारी रखी। सिहान का एक भाई समर संधू तो बहन सवेरा संधू भी है जोकि उन्हें आगे बढऩे की प्रेरित करते हैं। 

3 कोच देते हैं ट्रेनिंग 
सिहान को एडम हैरेल (पिछले 9 वर्षों से उनके स्विंग कोच), जेम्स सीकमैन (शॉर्ट गेम कोच) और डेविड ऑर (पुटिंग कोच) द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है। 

कठोर मेहनत और आत्मविश्वास से मंजिल हासिल की जा सकती है। अगर आप गेम को सच्चे मन से अपना समय देते हैं, पसीना बहाते हैं तो यह आपको निराश नहीं करती। -सिहान संधू

आप किसी को अच्छा गेम सिखा सकते हो लेकिन जीता कैसे जाता है, यह नहीं सिखा सकते। अच्छी बात यह है कि सिहान को पता है कि मैदान पर कैसे जीता जाता है। -जसकीरत संधू 

Content Writer

Jasmeet