विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल में स्मरण रविचंद्रन का शतक, इस टूर्नामेंट में बनाए थे 829 रन
punjabkesari.in Saturday, Jan 18, 2025 - 05:18 PM (IST)
खेल डैस्क : विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में कर्नाटक ने 67 रन पर 3 विकेट गंवाने के बाद स्मरण रविचंद्रन के शतक से मजबूत वापसी की और विदर्भ के खिलाफ पहले खेलते हुए 348 रन बना लिए। स्मरण रविचंद्रन का यह टूर्नामेंट में दूसरा शतक रहा। उन्होंने इससे पहले पुडुचेरी के खिलाफ भी नाबाद शतक लगाया था। 21 साल के स्मरण ने सेमीफाइनल मुकाबले में भी 94 गेंदों पर 76 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया था। बहरहाल, फाइनल में उन्होंने 92 गेंदों पर 7 चौके और तीन छक्कों की मदद से 101 रन बनाए। स्मरण के अलावा कृष्णन श्रीजीत ने 78 तो अभिनव मनोहर ने 79 रन बनाए।
That moment when R Smaran reached his 💯👏
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) January 18, 2025
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स्मरण ने 2023-24 के घरेलू सत्र की शुरुआत की, जिससे कर्नाटक को अपना पहला सीके नायडू ट्रॉफी (अंडर-23 टूर्नामेंट) जीतने में मदद मिली। उक्त टूर्नामेंट में उन्होंने 829 रन बनाए, जिसमें उत्तर प्रदेश के खिलाफ 134 गेंदों में शतक भी शामिल था। स्मरण ने कहा बीते दिनों एक इंटरव्यू में कहा था कि मेरी मानसिकता हमेशा से गेंदबाजी इकाई को चुनौती देने की रही है। जब आप बल्लेबाजी करने जाते हैं तो अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं। आपको विकेट, गेंदबाज़ और टीम की स्थिति का आकलन करना होता है। मुझे पता है कि एक बार जम जाने के बाद मैं बल्लेबाजी कर सकता हूं।
कोच सैयद जबीउल्लाह का करते हैं शुक्रिया
स्मरण ने कोचिंग देने के लिए पूर्व क्रिकेटर सैयद जबीउल्लाह का जिक्र बार बार किया। वह बचपन के दिनों से उनके साथ है। स्मरण ने कहा कि मैं शुरू से ही उनके (सैयद सर) साथ हूं। उन्होंने मुझे बहुत सी चीजें सिखाई हैं, सिर्फ क्रिकेट में ही नहीं बल्कि जीवन कौशल में भी और क्रिकेट के बाहर खुद को कैसे संभालना है और कैसे व्यवहार करना है। मैं कुछ लापरवाह शॉट खेलता था और जल्दी आउट हो जाता था। उन्होंने मुझे धैर्य के बारे में बहुत कुछ सिखाया है, अंत में यह हमेशा फायदेमंद होता है। उन्होंने हमेशा मुझसे कहा कि मैं अंततः धैर्य के महत्व को समझूंगा। जिस तरह से मैं बल्लेबाजी करता हूं, उसके लिए यह मूल्य वास्तव में महत्वपूर्ण रहा है।
दोनों टीमों की प्लेइंग 11
विदर्भ : ध्रुव शौरी, यश राठौड़, करुण नायर (कप्तान), जितेश शर्मा (विकेटकीपर), शुभम दुबे, अपूर्व वानखड़े, हर्ष दुबे, नचिकेत भुटे, यश कदम, दर्शन नालकंडे, यश ठाकुर
कर्नाटक : मयंक अग्रवाल (कप्तान), देवदत्त पडिक्कल, अनीश केवी, स्मरण रविचंद्रन, कृष्णन श्रीजीत (विकेटकीपर), अभिनव मनोहर, श्रेयस गोपाल, हार्दिक राज, प्रसिद्ध कृष्णा, वासुकी कौशिक, अभिलाष शेट्टी