खेल बजट 305 करोड़ रुपए बढ़ा : साल दर साल ऐसे आए उतार-चढ़ाव

punjabkesari.in Tuesday, Feb 01, 2022 - 05:50 PM (IST)

नई दिल्ली : तोक्यो ओलंपिक खेलों में देश की सफलता का प्रभाव खेल बजट में नजर आता है जब केंद्र सरकार ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए तीन हजार 62 करोड़ 60 लाख रुपए आवंटित किए जो पिछले साल की तुलना में 305 करोड़ 58 लाख रुपए अधिक हैं। पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने खेलों के लिए दो हजार 596 करोड़ 14 लाख रुपए आवंटित किए थे जिसे बाद में संशोधित करके दो हजार 757 करोड़ दो लाख रुपए कर दिया गया था। 

भारत ने तोक्यो ओलंपिक में ट्रैक एवं फील्ड में एतिहासिक स्वर्ण पदक सहित कुल सात पदक जीते। देश में चरणबद्ध तरीके से खेल गतिविधियां बहाल हो गई हैं और बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल तथा हांगझू एशियाई खेलों के रूप में दो वैश्विक प्रतियोगिताओं को देखते हुए 2022 काफी महत्वपूर्ण सत्र है। इन सभी को ध्यान में रखते हुए शायद सरकार ने खेल गतिविधियों पर अधिक खर्च करने का फैसला किया है। 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से मंगलवर को पेश बजट में सरकार की अहम योजना खेलो इंडिया कार्यक्रम में 316 करोड़ 29 लाख रुपये का इजाफा किया गया है। खेल इंडिया कार्यक्रम के लिए पिछले बजट में 657 करोड़ 71 लाख रुपए आवंटित किए गए थे तो अब बढ़कर 974 करोड़ रुपए हो गए हैं। खिलाड़ियों के कुल प्रोत्साहन और पुरस्कार राशि में भी इजाफा किया गया है जो 245 करोड़ से 357 करोड़ रुपए हो गई है।

भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के बजट में सात करोड़ 41 लाख रुपए की कटौती की गई है जो अब 653 करोड़ रुपए होगा। राष्ट्रीय खेल विकास कोष में आवंटन राशि को भी 9 करोड़ रुपए घटाकर 16 करोड़ रुपए कर दिया गया है। राष्ट्रीय सेवा योजना में 118 करोड़ 50 लाख रुपए का भारी भरकम इजाफा किया गया है। इसका आवंटन 283 करोड़ 50 लाख रुपए है। राष्ट्रीय खेल महासंघों के लिए आवंटन को पहले की तरह 280 करोड़ रुपए ही रखा गया है।  

पिछले वर्षों के खेल बजट (करोड़ में)  
2012-2013 : 1152 
2013-2014 : 1219
2014-2015 : 1769
2017-2018 : 1943
2018-2019 : 2197
2019-2020 : 2776 
2020-2021 : 2826 
(कोविड के कारण खेल इवेंट नहीं हुए तो बजट 1800.15 करोड़ कर दिया गया)
2021-2022 : 2596 
2022-2023 : 3062

कांग्रेस के समय खेल बजट (करोड़ में) 

2012-2013 : 1152 
2013-2014 : 1219 

भाजपा के समय खेल बजट (करोड़ में) 

2014-2015 : 1769
2017-2018 : 1943
2018-2019 : 2197
2019-2020 : 2776 
2020-2021 : 2826
2021-2022 : 2596 
2022-2023 : 3062 


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Content Writer

Raj chaurasiya

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