महिला विश्व कप से बाहर हुई टीम इंडिया, ऐसा रहा सफर, कप्तान मिताली ने बताया यह कारण

punjabkesari.in Sunday, Mar 27, 2022 - 03:43 PM (IST)

खेल डैस्क : आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2022 से टीम इंडिया आखिरकार बाहर हो गई। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए लीग के आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम को आखिरी गेंद पर हार झेलनी पड़ी। पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारतीय बल्लेबाज खास तौर कप्तान मिताली राज संघर्ष करती नजर आईं। कुछ नए चेहरों ने जरूर छाप छोड़ी लेकिन अनुभवी प्लेयरों ने निराश किया। भारत ने लीग मुकाबलों में सात मुकाबले खेले जिनमें से चार में उन्हें हार झेलनी पड़ी। आइए जानते हैं विश्व कप में भारतीय टीम के सफर के बारे में- 

पहला मुकाबला बनाम पाकिस्तान (107 रन से जीते)
भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए पूजा वस्त्रकार के 59 गेंदों में 67 रनों की बदौलत 7 विकेट खोकर 244 रन बनाए। जवाब में पाकिस्तान की टीम 137 रन पर ऑल आऊट हो गई। पाकिस्तान की अमीन ने सर्वाधिक 30 रन बनाए। जबकि भारतीय गेंदबाज राजेश्वरी गायकवाड़ ने 31 रन देकर 4 विकेट हासिल किए।

दूसरा मुकाबला बनाम न्यूजीलैंड (62 रन से गंवाया)
न्यूजीलैंड ने पहले खेलते हुए नौ विकेट खोकर 260 रन बनाए। एमी सैदरवेट ने 84 गेंदों में 75 रन बनाए। भारत की ओर से पूजा वस्त्रकार 34 रन पर चार विकेट लेने में सफल रहीं। जवाब में भारतीय टीम 198 रन पर आऊट हो गई। अकेले हरनमप्रीत ने 63 गेंदों में 71 रन बनाए लेकिन यह टीम के काम नहीं आए। 

तीसरा मुकाबला बनाम विंडीज (155 रन से जीते)
भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 317 रन बनाए। स्मृति मंधाना ने 119 गेंदों में 123 और हरमनप्रीत ने 109 रन का योगदान दिया। जवाब में विंडीज टीम डिएड्रा डॉटिन के 46 गेंदों में 62 रनों के बावजूद 162 रनों पर सिमट गई। भारत की स्नेह राणा ने 22 रन देकर तीन विकेट लिए।

चौथा मुकाबला बनाम इंगलैंड (4 विकेट से हारे)
भारतीय टीम पहले खेलते हुए महज 134 रन पर सिमट गई। स्मृति मंधाना ने सर्वाधिक 35 रन बनाए। इंगलैंड की चार्ली डीन ने 23 रन पर चार विकेट लिए। वहीं, इंगलैंड ने 31 ओवरों में 136 रन बनाकर मैच जीता। हीदर नाइट ने 72 गेंदों पर नाबाद 53 रन बनाए थे। भारत की मेघना सिंह ने 26 रन देकर तीन विकेट लिए लेकिन वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाई।

5वां मुकाबला बनाम ऑस्ट्रेलिया (6 विकेट से हारे)
भारत ने पहले खेलते हुए मिताली राज के 96 गेंदों पर 68 रनों की बदौलत 277 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने इसे मेग लनिंग के 97 रनों की बदौलत आखिरी ओवर में हासिल कर लिया। लेनिंग के अलावा ऑस्ट्रेलिया की ओर से एलिसा हेली ने 72 तो रेचल हेंस ने 43 रनों का योगदान दिया। 

छठा मुकाबला बनाम बांगलादेश (110 रन से जीते)
भारत ने पहले खेलते हुए यास्तिका भाटिया के 80 गेंदों में 50 रन की बदौलत 229 रन बनाए थे। बांगलादेश की रितु मोनी ने 37 रन पर तीन विकेट लिए। जवाब में बांगलादेश की टीम 119 रन पर ढेर हो गई। सलमा खातुन ने सर्वाधिक 32 रन बनाए। जबकि भारतीय गेंदबाज स्नेह राणा ने 30 रन देकर चार विकेट लिए।

7वां मुकाबला बनाम साऊथ अफ्रीका (3 विकेट से हारे)
भारत ने पहले खेलते हुए स्मृति मंधाना के 71 रनों की बदौलत 274 रन बनाए थे। स्कोर में शेफाली वर्मा 53, मिताली राज 68 तो हरमनप्रीत ने 48 रनों का योगदान दिया। जवाब में खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीका ने लॉरा के 80, लारा गुडऑल के 49 तो मिग्रोन प्रीज के 52 रनों की बदौलत आखिरी ओवर में जीत हासिल की और भारत को सेमीफाइनल की रेस से बाहर कर दिया। 

विश्व कप से बाहर होने के बाद कप्तान मिताली राज ने हार के कारणों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि यह एक महत्वपूर्ण खेल था। लेकिन इसने हमारे अभियान को समाप्त कर दिया। मुझे लड़कियों पर गर्व है। हमारे पास जितने गेंदबाज थे, मुझे लगा कि 275 का स्कोर अच्छा होगा। हमने पहले भी इसी तरह के टोटल का बचाव किया था। आज हमारे साथ झूलन नहीं थी नई लड़कियों के लिए यह जोखिम भा काम था। अब भावनाओं को निपटाने में समय लगेगा, लेकिन वह खेल है। हर भारतीय खेल प्रशंसकों का धन्यवाद। भविष्य में लड़कियों और भारतीय महिला टीम का समर्थन करते रहिए।

Content Writer

Jasmeet