Team india 11 साल में घर पर 15 सीरीज जीती, ऑस्ट्रेलिया-विंडीज आसपास भी नहीं

punjabkesari.in Thursday, Feb 23, 2023 - 06:40 PM (IST)

नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया से 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 की लीड लेकर टीम इंडिया ने घर में टेस्ट सीरीज न गंवाने का ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जोकि ऑस्ट्रेलिया और विंडीज टीम के नाम भी नहीं है। भारत में पिछले 11 सालों में 15 कप्तान आए लेकिन टेस्ट सीरीज जीत नहीं पाए। भारत आखिरी बार 2012 में इंगलैंड से टेस्ट सीरीज हारा था लेकिन उसके बाद से टीम इंडिया विजय हासिल कर रही है।

 

अगर पिछले 36 वर्षों के आंकड़े देखे जाएं तो केवल 4 कप्तान इमरान खान, हैंसी क्रोन्ये, एडम गिलक्रिस्ट और एलेस्टेयर कुक ने विजयी मुस्कान के साथ यह देश छोड़ा है। भारत का यह रिकॉर्ड बेहतरीन है क्योंकि इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दो बैचों में (1994 से 2000, 2004 से 2008) लगातार 10 सीरीज जीता था। इसी के साथ वेस्टइंडीज भी 1976 से 1988 तक घर में लगातार 10 सीरीज जीत पाया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम को जहां स्टीव वॉ का नेतृत्व प्राप्त था तो वहीं, विंडीज के पास क्लाइव लॉयड जैसा कप्तान।

घर में जीत प्रतिशत 81
2012 में इंगलैंड से सीरीज गंवाने के बाद भारत ने घर में 44 में से 36 टेस्ट जीते हैं। छह टेस्ट ड्रॉ रहे जबकि सिर्फ दो टेस्ट टीम इंडिया ने गंवाए। भारत की इस दौरान घर पर जीत प्रतिशत 81 रही। भारत इस दौरान 15 बार  एक पारी से जीतने में सफल रहा जबकि नौ बार 150 से ज्यादा रन से। इससे पहले केवल डॉन ब्रैडमैन ने 82 की जीत प्रतिशत रखी थी। वह अपनी कप्तानी में 17 में से 14 मुकाबले जीते। इसी तरह स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग 1997 में न्यूजीलैंड सीरीज से लेकर 2008 में दक्षिण अफ्रीका सीरीज तक घर में 76 की जीत प्रतिशत के साथ आगे बढ़े। इस दौरान उन्होंने 68 मैचों में से 52 मुकाबले जीते।

 

 

विदेशी पिचों पर अलग है कहानी
वहीं, विदेशी पिचों की अगर बात की जाए तो वहां भारत का रिकॉर्ड भिन्न है। भारत ने इस अवधि के दौरान विदेशों में 53 मैचों में से केवल 21 मैच जीते हैं। दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में 2 बार हारे। इंग्लैंड में एक सीरीज श्रृंखला हारे और एक ड्रॉ करवाने में सफल रहे। ऑस्ट्रेलिया में एक सीरीज हारे और 2 बार जीते। ऑस्ट्रेलिया को भारत में स्टीव वॉ भी इतने लंबे समय तक जितवा नहीं पाए। 

 

 

जडेजा-अश्विन हैं मजबूत दीवार
भारत के लिए रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ही कमाल कर रहे हैं। दोनों 2012 में एक साथ खेलने आए थे तब से उन्होंने 45 मैचों में 462 विकेट लिए हैं। अश्विन ने जहां 248 विकेट लिए हैं तो वहीं, जडेजा ने 214 विकेट। वह संभवत: सबसे तेज 500 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन सकते हैं।

 

घर में शमी भी कम नहीं
इसके अलावा घर में मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी को नहीं भूला जा सकता। शमी ने घर में 20 मैचों में 20.63 की औसत से 74 विकेट चटकाए हैं। भारत में तीसरी और चौथी पारी में विदेशी बल्लेबाज स्पिनरों से डरकर खेलते हैं लेकिन यहां भी शमी ने अपनी चमक दिखाई है। उमेश यादव (29 मैच, 133 विकेट) और इशांत शर्मा (30 मैच, 138 विकेट) कम नहीं है। 
 

Content Writer

Jasmeet