टोक्यो ओलिम्पिक में इस्तेमाल होगी बैस्ट टैक्रोलॉजी, तारों की बारिश विशेष आकर्षण

punjabkesari.in Thursday, Jul 15, 2021 - 04:06 PM (IST)

जालन्धर : जापान सुपर टैक्नोलॉजी के लिए विश्व भर में जाना जाता है। आगामी टोक्यो ओलिम्पिक के दौरान भी जापान अपनी सबसे बैस्ट टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने जा रहा है। रैट्रोफिट स्ट्रक्चर्स के लिए डॉव टैक्नोलॉजी हो या मानव निर्मित उल्का वर्षा (तारों की बारिश) या फिर मैग्लेव ट्रेन, यह भी आकर्षण का केंद्र होंगे।

उल्का वर्षा टोक्यो ओपनिंग सेरेमनी की विशेष प्रस्तुति होगी। टोक्यो सिर्फ वैश्विक खेल आयोजन ही नहीं है बल्कि तकनीकों का अनावरण करने के लिए एक बड़े मंच के रूप में भी देखा जा रहा है। आइए जानें जापान कैसे टैक्नोलॉजी का ओलिम्पिक में इस्तेमाल होगा।

दिव्यांग खिलाडिय़ों के बैग उठाएगा रोबोट

पैरा स्पोर्ट्स पर्सन के लिए टोक्यो ओलिम्पिक प्रबंधन ने ह्यूमन सपोर्ट रोबोट (एच.एस.आर.) लॉन्च किया है जोकि दिव्यांग खिलाडिय़ों के लिए जरूरी सामान जैसे खाना लाने, बैग उठाने जैसे काम करेंगे। टोक्यो रोबोट प्रोग्रामिंग के हैड मिनोरू यामाउची हम ओलम्पिक और स्टेडियम में व्हीलचेयर सुलभ क्षेत्रों में लोगों की मदद करेंगे। प्रबंधन का कहना है कि यह रोबोट 2030 में ब्रिकी के लिए मार्केट में आएगा।
मैदान में भी रोबोट : इवैंट के दौरान बेसिक चीजों के लिए रोबोट का इस्तेमाल होगा। कोरोना वायरस के कारण संपर्क कम से कम रखने के लिए रोबोट मैदान में भाला या चक्का उठाते नजर आएंगे। ऐसे करीब 10 रोबोट होंगे जो अलग-अलग काम करेंगे।

सेल्फ ड्राइविंग व्हीकल्स

ओलिम्पिक में सेल्फ-ड्राइविंग वाहनों का उपयोग किया जाएगा। यह हवाई अड्डे से ओलिम्पिक गांव और टोक्यो में विभिन्न ओलिम्पिक स्थानों के आसपास रहेंगे। रिपोर्टों के अनुसार सरकार ने इस विशेष अवधि के दौरान लगभग 100 सैल्फ-ड्राइविंग वाहन सेवा में रखने की योजना बनाई है।

इस तकनीकी से जापान सरकार न सिर्फ एथलीट्स की मदद करेंगी बल्कि यह अगली पीढ़ी के लिए आसान परिवहन का रास्ता खोलेगा। इससे सड़क दुर्घटनाएं तो कम होंगी ही साथ ही साथ यातायात की भीड़ से भी बचा जा सकेगा।

फैशियल रिकग्निशन तकनीक

फैशियल रिकग्निशन तकनीक का उपयोग ओलिम्पिक के आयोजन स्थलों पर एथलीटों, स्टाफ सदस्यों और अन्य व्यक्तियों की सुरक्षा जांच से संबंधित कार्यों के लिए किया जाएगा। इससे समय की बचत होगी। दुनिया भर में कोविड-19 के प्रकोप के बाद चेहरे की पहचान द्वारा ही यह स्पर्श रहित सुरक्षा जांच प्रक्रिया लोकप्रिय हो रही है। हर जगह इस तकनीक से महत्वपूर्ण स्थानों पर आने-जाने की अनुमति मिलेगी। उदाहरण के लिए- यदि आयोजन स्थल पर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव पाया जाता है तो अधिकारी आसानी से उसके मार्ग का पता लगा सकते हैं ताकि पता चल सके कि वह और किन लोगों से मिला था।

इमर्सिव लाइव व्यूइंग

टोक्यो ओलिम्पिक 2021 में दर्शकों के लिए इमर्सिव वर्चुअल-रियलिटी अनुभव होंगे जो उन्हें इस आयोजन का अधिक आकर्षक तरीके से आनंद देंगे। दर्शक ओलिम्प्कि के उद्घाटन समारोह, मैचों, जिम्नास्टिक जैसे आयोजनों का इस तरह से आनंद ले सकेंगे कि जैसे वह वास्तव में वहीं पर या एथलीट्स के सामने बैठे हैं। इसके लिए 8-डी रिजॉल्यूशन इमैजिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

भाषा अनुवादक

भाषा संबंधी दिक्कतों से निपटने के लिए जापान प्रबंधन नई अत्याधुनिक इंस्टैंट ट्रांसलेशन तकनीक लागू कर रहा है। यह रियल-टाइम अनुवाद प्रणाली होंगे जोकि स्मार्टफोन या अन्य उपकरणों पर चलेगी। इसके लिए उपयोगकर्ता को भाषा का चयन करने और डिवाइस में बोलने की आवश्यकता होगी। डिवइास इसके बाद आपकी इच्छिक भाषा में इसका अनुवाद कर देगी। इससे विभिन्न भाषाओं वाले लोगों के बीच अच्छा संचार हो सकेगा। उदाहरण के लिए - एक व्यक्ति जो केवल अंग्रेजी जानता है और दूसरा केवल जापानी जानता है, वह अपना संदेश आसानी से एक दूसरे तक पहुंचा सकेगा।

Content Writer

Jasmeet