पंजाब में खिलाड़ियों की मंदहाली बयान करती जूडो खिलाड़ी मनप्रीत की कहानी

punjabkesari.in Wednesday, Jan 30, 2019 - 05:14 AM (IST)

गुरदासपुर(हरमनप्रीत): पंजाब सरकार की ओर से खेलों को प्रफुल्लित करने के किए जा रहे दावों के विपरीत पंजाब के अनेकों होनहार खिलाड़ी आर्थिक तंगियों समेत कई परेशानियों से जूझ रहे हैं, जिसमें से अनेकों खिलाड़ी अपने आपको शारीरिक पक्ष से फिट रखने और खेलने के लिए जरूरी खर्च न कर सकने पर या तो खेलों से दूर होते जा रहे है या फिर वह अन्य राज्यों या विदेशों की ओर प्रवास कर रहे हैं। 

अनेकों खिलाड़ियों की ओर से कई गोल्ड मैडल जीतने के बावजूद सरकार द्वारा उन्हें सम्मान पत्र तो दे दिए गए हैं, मगर समाज में सम्मानित जीवन व्यतीत करने के लिए उनकी आर्थिक सहायता की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गुरदासपुर शहर से संबंधित करीब 17 वर्षीय होनहार जूडो खिलाड़ी मनप्रीत की कहानी भी ऐसी है, जो हमारे राज्य में खिलाड़ियों की मंदहाली और मजबूरियों को अपने मुंह से बयान करती है। 

मनप्रीत अब तक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जूडो के जौहर दिखाकर कई गोल्ड मैडल जीत चुका है, मगर उसकी आर्थिक हालत इतनी पतली है कि उसे जरूरी जूडो किटें, खुराक और अन्य अहम कार्यों के लिए जरूरी खर्चे पूरा करने के लिए अन्य पर निर्भर होना पड़ रहा है। 2 बहनों और 2 भाइयों के सबसे छोटे भाई मनप्रीत सिंह ने बताया कि उसका पिता हरनामदास मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करता है और करीब 10 वर्ष पहले जब उसने जूडो की कोचिंग लेनी शुरू की तो दिन-ब-दिन इस खेल के प्रति उसका रूझान बढ़ता गया। 

कॉमनवैल्थ व खेलो इंडिया में जीत चुका है गोल्ड मैडल
इस समय मनप्रीत गुरदासपुर शहर के सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल में 12वीं कक्षा का विद्यार्थी है। वह पिछले साल हुई कामनवैल्थ खेलों में गोल्ड मैडल जीतने के अलावा खेलो इंडिया में भी गोल्ड मैडल जीत चुका है। इसी तरह नैशनल स्कूल खेलों में गोल्ड मैडल जीतने के साथ-साथ वह एशियन कप में भी कांस्य का मैडल हासिल कर चुका है। इसके अलावा भी उसने कई बार अच्छा प्रदर्शन किया है। मगर सरकार ने उसे सिर्फ सम्मानित करने के अलावा कोई भी ऐसी राहत नहीं दी, जिससे वह अपने खेल और जीवन को आसान रूप में आगे लेकर जा सके। 

आर्थिक तंगी से जूझते हुए बना अच्छा खिलाड़ी, मगर सरकार ने नहीं ली सुध 

मनप्रीत की तरक्की के लिए उसके साथियों व समाज सेवकों ने की आर्थिक सहायता : कोच

मनप्रीत के कोच अमरजीत शास्त्री ने बताया कि इस खिलाड़ी की तरक्की के लिए उसके साथियों और समाज सेवियों ने आर्थिक सहायता की है। एक खिलाड़ी के लिए साल में करीब 22 हजार रुपए की 2 किटें, रोजाना करीब 400 से 600 रुपए की डाइट, जिम का खर्चा, सेहतमंद रहने के लिए खर्चे करने के अलावा अन्य अनेकों आर्थिक जरूरतें होती हैं। बहुत दुख होता है कि जब ऐसी जरूरतें पूरी करने से असमर्थ खिलाड़ी अन्य देशों या राज्यों की ओर प्रवास कर जाते हैं। सरकार को अभी भी समय रहते ऐसे खिलाड़ियों की आर्थिक मदद करने के प्रति सोचने की जरूरत है। 

Pardeep