ये हैं वो 5 भारतीय क्रिकेटर, जो नहीं दिखेंगे 2019 वर्ल्ड कप में
punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 09:32 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क (राहुल): आईसीसी द्वारा आयोजित क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट वर्ल्ड कप अब नजदीक आ रहा है। इंग्लैंड में होने वाले इस टूर्नामेंट की शुरुआत अगले वर्ष 30 मई को होगी, जबकि फाइनल मुकाबला 14 जुलाई को खेला जाएगा। सभी टीमें खुद को मजबूत करने में जुटी हुई हैं। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम भी सही लाइनअप बनाने में लगी है। टीम में नए खिला़डियों को भी आजमाया जा रहा है, जो प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने की दावेदारी रख चुके हैं। वहीं कुछ ऐसे 5 क्रिकेटर भी हैं, जो टीम में अहम भूूमिका निभा चुके हैं। लेकिन इस बार उनका वर्ल्ड कप में खेलना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है। काैन हैं वो भारतीय क्रिकेटर, आइए जानें...
1. युवराज सिंह
भारत ने जब 2011 में दूसरी बार खिताब जीता था तो उसमें सबसे बड़ी भूमिका 'सिक्सर किंग' युवराज सिंह की रही। पर फैन्स को निराश करने वाली बात यह है कि युवराज का आगामी वर्ल्ड कप में खेलना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन नजर आ रहा है। युवराज के पास विजय हजारे ट्राॅफी में अच्छा प्रदर्शन कर वापसी करने का माैका था, लेकिन वह 7 मैचों में महज 264 रन ही बना सके, जिसमें 1 अर्धशतक रहा। ऐसे में, अब उनकी वापसी के आसार कहीं से भी नजर नहीं आ रहे। युवराज 2011 विश्व में 'मैन आॅफ द टूर्नामेंट' रहे थे, जबकि 2015 के टूर्नामेंट से इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
2. गाैतम गंभीर
साल 2013 के 27 जनवरी के बाद ओपनर गाैतम गंभीर को कभी भी वनडे टीम में वापसी करने का माैका नहीं मिला। हालांकि, उन्होंने वापसी करने के लिए पूरा जोर दिखाया। यहां तक कि विजय हजारे ट्राॅफी में गंभीर ने 10 मैचों में 518 रन बनाए, जिसमें 2 शतक आैर 1 अर्धशतक भी रहा। लेकिन बावजूद इसके गंभीर के लिए वर्ल्ड कप में जगह बनना मुश्किल हैं, क्योंकि वह बताैर ओपनर भूमिका निभाते हैं आैर माैजूदा समय में भारत के पास 'हिटमैन' रोहित शर्मा, शिखर धवन आैर केएल राहुल जैसे बल्लेबाज हैं, जो गंभीर की कमी पूरी करने के लिए काफी हैं। ऐसे में, गंभीर की वापसी की आस लगाना महज एक सपना जैसा होगा।
3. हरभजन सिंह
अपनी घूमती गेंदों से बल्लेबाजों को धराशाई करने वाले स्पिनर हरभजन सिंह ने अभी तक संन्यास नहीं लिया है। हालांकि, उन्होंने लंबे समय से क्रिकेट से दूरी बना रखी है। ऐसे में, साफ झलक रहा है कि ना तो अब भज्जी को टीम में वापसी की उम्मीद है आैर ना हीं उनके फैन्स को। भज्जी एक कंजूस गेंदबाज रहे। उन्होंने भले ही 2011 के टूर्नामेंट में 9 मैचों में 9 विकेट निकाले, लेकिन वह रन खर्च करने में काफी कंजूस रहे थे। भज्जी 2015 वर्ल्ड कप में जगह बनाने में नाकाम रहे आैर अब एक बार फिर उनका आगामी टूर्नामेंट से बाहर होना पक्का लगता है। हो सकता है, वह अगले साल संन्यास का ऐलान भी कर दें।
4. रविचंद्रन अश्विन
भारत को अनिल कुंबले के बाद अगर कोई बेहतरीन स्पिन गेंदबाज मिला तो वो रहे रविचंद्रन अश्विन। वनडे में 111 मैचों में 150 विकेट ले चुके अश्विन का अब आगामी वर्ल्ड कप में खेलना चुनाैतीपूर्ण बन गया है। टीम में उनकी जगह कुलदीप यादव आैर युजवेंद्र चहल को अहमियत दी गई। इसी कारण वनडे से बाहर चल रहे अश्विन को टीम मैनेजमेंट ने भी टेस्ट का बेस्ट आॅलराउंडर भी कहा। अश्विन ने अपना आखिरी वनडे पिछले साल 30 जून को विंडीज के खिलाफ खेला था। अब लंबे समय से बाहर चल रहे अश्विन के लिए वापसी करना मुश्किल भरा है, क्योंकि टूर्नामेंट के शुरू होने में ज्यादा वक्त नहीं बचा। ऐसे में, लगने लगा है कि अश्विन आगामी वर्ल्ड कप से बाहर हो सकते हैं। बता दें कि अश्विन ने 2015 वर्ल्ड कप में 8 मैचों में 4.28 की इकोनॉमी रेट से 13 विकेट झटके थे।
5. सुरेश रैना
यह उस शख्स का नाम है, जिसे लेकर कभी फैन्स कहा करते थे कि रैना हैं ना। लेकिन अब टीम इनके बगैर चलना सीख गई है। ऐसा नहीं कि इन्हें वापसी का माैका नहीं मिला। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने का माैका मिला, लेकिन वह 2 मैचों 47 आैर 1 रन की ही पारी खेल सके। रैना चाैथे नंबर के लिए संघर्ष कर सकते थे, पर अब दिनेश कार्तिक, अंबाती रायुडू आैर केएल राहुल के अच्छे टच में नजर आने के बाद उनका टीम में वापस आ पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।