करियर का आखिरी Cricket World Cup खेलने से चूके ये भारतीय धुरंधर, अब नहीं मिलेगा मौका

punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2023 - 11:09 PM (IST)

खेल डैस्क : क्रिकेट विश्व कप 2023 के टीम इंडिया की घोषणा होते ही कई धुरंधरों की वापसी की उम्मीद भी खत्म हो गई। आईसीसी इवेंट्स में सबसे बढ़िया प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाजों को भी आगामी विश्व कप में मौका नहीं मिला। स्पिन दिग्गज, स्विंग किंग और बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज से टीम इंडिया से दूर हो गए हैं। आइए जानते हैं उन 5 क्रिकेटरों के बारे में जिनके लिए यह आखिरी क्रिकेट विश्व कप साबित हो सकता है। क्योंकि इससे आगे उनके लिए टीम में जगह बनाना काफी मुश्किल हो जाएगा। 

 

शिखर धवन : भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (Shikhar Dhawan) का आईसीसी टूर्नामेंट में प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। 37 साल के धवन ने कुछ सालों से टीम इंडिया (Team india) के लिए केवल वनडे फार्मेट ही खेल रहे थे। एक सीरीज में खराब प्रदर्शन के कारण वह जैसे ही टीम से बाहर हुए, उनकी वापसी के सारे रास्ते बंद हो गए। धवन ने 167 वनडे मैचों में 6793 रन बनाए हैं। उनके नाम 17 शतक है। आईसीसी इवेंट्स में वह 65 से ज्यादा की औसत से रन बनाते हैं।

 


भुवनेश्वर कुमार : अपने डैब्यू मैच में पहली ही गेंद पर विकेट लेने वाले भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने अपनी बेहतरीन परफार्मेंस से क्रिकेट प्रशंसकों का कई बार दिल जीता है। सधी हुई गेंदबाजी के लिए जाने जाते भुवनेश्वर अभी लय पाने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते नजर आ रहे हैं। उन्होंने यूपी टी20 लीग के कुछ मैचों से अपनी गेंदबाजी से प्रभावित भी किया। लेकिन टीम इंडिया में उनकी वापसी अब आसान नहीं लगती। 

 


संजू सैमसन : भले ही संजू सैमसन इस समय वनडे फार्मेट में अच्छी फार्म में हैं लेकिन बीसीसीआई ने उनकी बजाय ईशान किशन को वरीयता दी है। ईशान भारत के लिए वनडे में दोहरा शतक भी लगा चुके हैं। वनडे फार्मेट की पिछली चार पारियों में उनके नाम पर अर्धशतक दर्ज है। सैमसन वनडे में 50 से ज्यादा की औसत होने के बावजूद भी चुने नहीं गए। जबकि सूर्यकुमार यादव को वनडे में 25 से नीचे औसत होने के बावजूद जगह दी गई है। सूर्यकुमार वर्तमान में टी20 फार्मेट के नंबर एक बल्लेबाज हैं।

 


युजी चहल : युजी चहल बेहतरीन गेंदबाज होने के बावजूद क्रिकेट विश्व कप 2023 के लिए बीसीसीआई के लिए पसंदीदा नहीं है। इसका एक बड़ा कारण युजी का बल्लेबाजी में कमजोर होना भी माना जा सकता है। अपनी इसी कमजोरी के कारण चहल को कभी टेस्ट फार्मेट में मौका नहीं मिल पाया। उनकी जगह अश्विन और जडेजा लंबे समय से टीम इंडिया में ड्यूटी निभा रहे हैं। 

 


रविचंद्रन अश्विन : भारतीय ऑलराऊंडर अश्विन 2011 क्रिकेट विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे थे। 36 साल के अश्विन अभी भारत की टेस्ट टीम के स्थाई सदस्य हैं। क्योंकि वह सबसे वरिष्ठ स्पिनर हैं तो ऐसे में घरेलू धरती पर होने वाले विश्व कप में उनकी उपयोगिता काफी बढ़ जानी थी। लेकिन बीसीसीआई ने उनके तुजुर्बे को दरकिनार कर दिया है।  
 

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Jasmeet