इस बार भी ऑस्ट्रेलिया में गाबा जैसा सरप्राइज देगी टीम इंडिया : शार्दुल ठाकुर
punjabkesari.in Thursday, Oct 17, 2024 - 12:17 AM (IST)
मुंबई : बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत ऑस्ट्रेलिया में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 22 नवंबर से शुरू हो रही है। सीरीज को अभी समय है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के बयान जारी है। इसी बीच मुंबई के हरफनमौला खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर जोकि ऐतिहासिक ब्रिस्बेन टेस्ट जीत में हीरो थे, सामने आए हैं। शार्दुल ने उक्त मुकाबले में सात विकेट लेने के अलावा शानदार 67 रन बनाए थे। पिछले दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका में पहले टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम से उन्हें बाहर कर दिया गया था। लेकिन मुंबई की पिछले सीज़न की रणजी ट्रॉफी जीत में उन्होंने 255 रन बनाने के अलावा पांच मैचों में 16 विकेट लेने के बाद फिर से वापसी कर ली है। बहरहाल, शार्दुल ने एक इंटरव्यू में कहा है कि इस बार भी भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में गाबा जैसा सरप्राइज देने के लिए तैयार है।
ब्रिस्बेन टेस्ट के हीरो शार्दुल जब ऑस्ट्रेलिया पहुंचेंगे तो एक बार फिर से 2020-21 सीरीज की यादें ताजा हो जाएंगी। मौजूदा दौरे पर शार्दुल ने कहा कि मुझे सीरीज के दौरान फ्लाइट में (कोच) रवि शास्त्री के साथ हुई बातचीत याद है। मैं (केवल) वनडे टीम का हिस्सा था, लेकिन मैंने तीनों प्रारूप खेले और आखिरी टेस्ट भी खेला। कोच को अहसास हुआ - उन्होंने अचानक मुझे फ्लाइट में बुलाया और कहा, "शार्दुल, तुम वनडे टीम का हिस्सा हो, लेकिन मैं तुम्हें बता रहा हूं, तुम ऑस्ट्रेलिया नहीं छोड़ रहे हो, तुम आखिरी दिन तक रुक रहे हो। मुझे लग रहा है कि आप दौरे पर कुछ बदलाव लाएंगे।
शार्दुल ने कहा कि हमने देखा कि टेस्ट श्रृंखला कैसी रही, हर खेल में कोई न कोई घायल हो रहा था। एडिलेड में शमी थे, विराट भी पितृत्व अवकाश पर चले गए। मेलबर्न में उमेश यादव चोटिल हुए। सिडनी में अश्विन, जड़ेजा चोटिल हो गए। विहारी की हैमस्ट्रिंग टूट गई। बुमराह भी आखिरी टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं थे। मैंने ब्रिस्बेन में जो किया वह शायद मेरे करियर का मुख्य आकर्षण था। यह तब सबसे ज्यादा मायने रखता है जब आप जीते मैच में योगदान देते हैं। हम फिर से ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं, टीम की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि सूची में मेरा नाम देखने को मिलेगा। मानसिक रूप से भी मैं इन रणजी खेलों में ऑस्ट्रेलिया के लिए भी तैयारी कर रहा हूं। ईमानदारी से कहूं तो मैं ऑस्ट्रेलिया जाना चाहता हूं, वहां कुछ करना चाहता हूं। कई अंतरराष्ट्रीय टीमें वहां लगातार सीरीज जीतने में नाकाम रही हैं, लेकिन यह टीम लगातार तीन सीरीज जीतने वाली टीम हो सकती है, इसलिए मैं इसका हिस्सा बनना चाहता हूं।