टोक्यो ओलिम्पिक अपडेट्स : दान में मिली लकड़ी से बना ‘विलेज प्लाजा’, देखें फोटोज

punjabkesari.in Monday, May 24, 2021 - 08:48 PM (IST)

जालन्धर : टोक्यो ओलिम्पिक में आए खिलाडिय़ों के लिए जापान सरकार ने ‘विलेज प्लाजा’ बनाया है जिसके लिए 63 नगरपालिकाओं से लकड़ी मंगवाई गई हैं। खास बात यह है कि प्लाना की दीवार शीशे की बनी हैं। जब गेम्स खत्म होंगी तो सभी लकडिय़ों को निकालकर नगरपालिकाओं को वापस कर दिया जाएगा ताकि वह दान दाताओं को यह किसी और के प्रयोग के लिए लौटा दें। प्लाजा पर करीब 21.99 मिलियन डॉलर यानी करीब 160 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसे  गेम्स के शुरू होने से 10 दिन पहले ही खोला जाएगा। 

40 हजार लकडिय़ों का इस्तेमाल हुआ 
160 करोड़ रुपए की आई है लगात


5300 स्क्वेयर मीटर में बनाया गया
10 दिन पहले खुलेगा, सुरक्षा है कारण

खिलाडिय़ों के रुकने का इंतजाम : प्लाज में खिलाडिय़ों के रुकने, खाने-पाने का इंतजाम है। इसके अलावा ओलिम्पिक से जुड़ी प्रैस कॉन्फ्रैंस, मीटिंग्स भी यहां हो सकेंगी।
जापानी कलाकारी दिखेगी : प्लाजा में जापानी लार्च, देवदार और सरू की लकड़ी से असामान्य डिजाइनिंग की गई है। फर्श, दीवारों और छत के ज्यादातर हिस्सों में लकड़ी लगी है।


ओलिम्पिक के बाद टूटेगा : ओलिम्पिक खत्म होने के बाद इसे तोड़ दिया जाएगा। लकड़ी को आड़ी-तिरछी कर इस तरह टिकाया गया है जिससे इन्हें अलग करने में परेशानी न हो। 

टोक्यो को एकमात्र भारतीय रैफरी होंगे अशोक कुमार

अशोक कुमार टोक्यो ओलंपिक खेलों के कुश्ती मैचों में अंपायरिंग करने वाले देश के एकमात्र रैफरी होंगे। यूनाइटेड वल्र्ड रैसङ्क्षलग द्वारा जारी अधिकारियों की सूची में उनका नाम था। अशोक अपने लगातार दूसरे ओलिम्पिक में अंपायरिंग करेंगे। इससे पहले वह विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई चैम्पियनशिप और राष्ट्रमंडल खेलों सहित 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में अंपायरिंग कर चुके हैं।

विनेश फोगाट को 20.21 लाख रुपए अतिरिक्त मिलेंगे

मिशन ओलिम्पिक सैल और स्पोटर््स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने विनेश फोगाट के लिए 20.21 लाख रुपए की अतिरिक्त आॢथक मदद जारी की है। फोगाट को टारगेट ओलिम्पिक पोडियम स्कीम के तहत 1.13 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। इससे वह यूरोप में अपनी कुश्ती की ट्रेङ्क्षनग ले सकी हैं। आगामी ओलिम्पिक में वह भारत के लिए पदक की दावेदार है।

सब कुछ मानसिक मजबूती पर निर्भर : अंगद 

ओलिम्पिक के लिए क्वालिफाई कर चुके भारतीय स्कीट निशानेबाज अंगद वीर सिंह बाजवा का मानना है कि वह जब बेहद दबाव वाले टोक्यो खेलों की निशानेबाजी रेंज पर उतरेंगे तो सब कुछ मानसिक मजबूती पर निर्भर करेगा। अंगद टोक्यो में मेराज अहमद खान के साथ स्कीट निशानेबाजी स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। ओलिम्पिक के मुकाबले 23 जुलाई से शुरू होने हैं। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की ओर से पोस्ट वीडियो में ओलिम्पिक की तैयारियों पर अंगद ने कहा कि ओलिम्पिक जैसी प्रतियोगिताओं में सब कुछ इस पर निर्भर करता है कि आप मानसिक रूप से कितने मजबूत हैं और आप दबाव में कैसा प्रदर्शन करते हैं।’

‘द बटरफ्लाई लेडी’ किमी बेशो बोलीं- मैं बोरिंग मौत नहीं मरना चाहती, जोरदार वापसी करूंगी

द बटरफ्लाई लेडी के नाम से जाती जाती पैराओलिम्पिक लीजैंड किमी बेशो का कहना है कि वह आगामी गेम्स में जोरदार वापसी करेंगी। 73 साल की किमी टेबल टैनिस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। बेशो ने कहा कि मैं कोविड से मरना नहीं चाहती। अगर मरना भी हो तो मैं कंपीटिशन के दौरान विजेता स्मैश मारकर करना पसंद करूंगी।  मुझे बोरिंग मौत नहीं चाहिए। वैसे भी मेरे दोस्तों ने मेरे साथ वादा किया है कि वह मेरे कफन ने काफी पिंग पॉल बॉल रखेंगे। बता दें कि किमी ने एशिया चैम्पियनशिप में 2 तो एशियन पैरा गेम्स में एक मैडल जीता है।

रणिंदर बोले- हमने अपना बैस्ट किया

नैशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रमुख रणिंदर सिंह इस ओलिम्पिक से काफी आश्वस्त हैं।  उन्होंने कहा है कि तैयारी के लिहाज से हमने वह सब कुछ किया है जो हम कर सकते थे। निशानेबाज वह सब कुछ कर रहे हैं जो वे कर सकते हैं। मैं अनुमान नहीं लगा सकता कि हम कितने पदक जीतेंगे, लेकिन मुझे पता है कि वे अपनी पूरी कोशिश करेंगे और देश को निराश नहीं करेंगे। 
 

Content Writer

Jasmeet