टोक्यो ओलिम्पिक : 10 हजार वालंटियर्स गेम्स से हटे पीछे, यह है कारण

punjabkesari.in Wednesday, Jun 02, 2021 - 11:08 PM (IST)

नई दिल्ली : टोक्यो प्रबंधन को कोरोना के माहौल में खेलों को आगे बढ़ाने में एक बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गेम्स से 50 दिन पहले ही 10 हजार वालंटियर्स ने अपना नाम वापस ले लिया है। कुछ महीने पहले इसकी संख्या 80 हजार के करीब थी। जापानी ब्रॉडकास्टर एन.एच.के. की एक रिपोर्ट के अनुसार कुछेक दिनों में ही 10 हजार से ज्यादा वालंटियर्स अपना मन बदल चुके हैं। जैसे-जैसे गेम पास आएंगी इसकी आंकड़ा और बढऩे की उम्मीद है।

टोक्यो प्रबंधक कमेटी के सी.ई.ओ. तोशीरो मुत्तो पहले ही बोल चुके हैं कि इसमें कोई शक नहीं है कि इस कदम के पीछे कोरोना वायरस संबंधी चिंताएं हो सकती हैं। पिछले साल ही मार्च में होने वाले ओलिम्पिक को एक साल के लिए आगे बढ़ाया गया था। लेकिन कोरोना को लेकर ङ्क्षचताएं अभी भी कम नहीं हुई हैं। जापान के कई राज्यों में अभी भी इमरजैंसी घोषित है। उम्मीद थी कि टोक्यो में इसे हटा दिया जाएगा लेकिन बढ़ते मामलों के चलते यह संभव नहीं दिख रहा। वहीं, प्रबंधक बंद दरवाजों के पीछे ओलिम्पिक करवाने पर भी आमदा है।

जापान की स्थिति


83 फीसदी जापानी एक सर्वे में अभी भी चाहते हैं कि ओलिम्पिक पोस्टपोन होने चाहिए
7.5 लाख लोग जापान में प्रभावित हुए कोरोना से
13 हजार मौतें हुईं
2.3 फीसदी जापानियों को ही लग पाई है कोरोना की वैक्सीन

ओलिम्पिक पार्टनर हटा पीछे : ओलिम्पिक के ऑफिशियल पार्टनर में से एक असाही शिंबुन ने भी एक रिपोर्ट छापकर जापानी पी.एम.  योशीहिदे सुगा से मांग की है कि वह इस ओलिम्पिक को कैंसिल करने पर विचार करें।

भारत के चारों बैडमिंटन प्लेयर जीत सकते हैं ओलिम्पिक पदक : गोपीचंद

नई दिल्ली: राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद को विश्वास है कि सभी चार बैडमिंटन खिलाडिय़ों के पास टोक्यो ओलिम्पिक में पदक जीतने का बहुत अच्छा मौका है। रियो ओलिम्पिक की रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु, बी. साई प्रणीत और चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की पुरुष युगल जोड़ी ने 23 जुलाई से शुरू होने वाले ओलिम्पिक के लिए बर्थ अर्जित की है। गोपीचंद ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि सिंधु एक बड़ी संभावना है। सात्विक और चिराग की युगल जोड़ी के पदक जीतने की स्पष्ट संभावना है। मुझे लगता है कि साई प्रणीत के पास भी एक सुनहरा मौका है। खेल विभागों के प्रयासों पर गोपीचंद ने कहा कि अब हम सभी एथलीट्स को अलग-अलग कोच उपलब्ध कराने में सक्षम हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। उनके पास निजी प्रशिक्षकों और फिजियो का अपना सेट है। यह वह समर्थन है जिसकी भारतीय खेल में हमेशा कमी रही है। राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच ने कहा कि भारतीय दल निश्चित रूप से टोक्यो में लंदन ओलिम्पिक की टैली को पार कर जाएगा। भारत ने लंदन ओलिम्पिक में 6 पदक जीते थे।

एल.जी.बी.टी.क्यू. के लिए  ऐतिहासिक होगा ओलिम्पिक

टोक्यो ओलिम्पिक प्रबंधन के प्रमुख सेको हाशिमोतो का कहना है कि इस बार का ओलिम्पिक एल.जी.बी.टी.क्यू. समुदाय के लिए यादगार रहेगा। टोक्यो में इस बार भी समुदाय द्वारा बराबरी की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन करने की उम्मीद है। ऐसे में ओलिम्पिक कमेटी ने बराबरी बनाए रखने के लिए प्राइड हाऊस का निर्माण करवाया है। आई.ओ.सी. का कहना है कि हम उन सभी एथलीट्स को विश्वास दिलाते हैं कि वह सुरक्षित और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा में शामिल होंगे।  ट्रांसजेंडर एथलीटों के लिए ओलिम्पिक में भाग लेने के लिए दरवाजे खुले हैं।

नीरज चोपड़ा का कुओर्टेन खेलों में खेलना संदिग्ध 

पुरुषों की भाला फैंक स्पर्धा में ओलिम्पिक पदक की उम्मीद नीरज चोपड़ा का इस महीने के कुओर्टेन खेलों में खेलना संदिग्ध लग रहा है। बताया जा रहा है कि भारतीय यात्रियों पर फिनलैंड सरकार ने प्रतिबंध लगाया है। सूत्रों का कहना है कि 26 जून को होने वाली इन गेम्स में नीरज को यात्री संबंधी राहत नहीं मिली है।

भारतीय एथलीट्स पर बनी शॉर्ट मूवी की सीरीज रिलीज करेगा खेल विभाग

युवा और खेल मंत्रालय टोक्यो ओलिम्पिक के 50 दिन रह जाने पर भारतीय एथलीट्स पर बनाई गई शॉर्ट मूवीज की सीरीज वीरवार को रिलीज करेगा। डी.डी. नैशनल पर आने वाली इस मूवी में खिलाडिय़ों को ओलिम्पिक क्वालिफायर तक का सफर व तैयारियां दिखाई जाएंगी। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि यह पहली बार है कि खेल मंत्रालय ने न केवल हमारे खेल सितारों के लिए बल्कि एथलीटों की भावी पीढिय़ों को प्रेरित करने के उद्देश्य से भारत के ओलिम्पिक उम्मीदवारों पर फिल्मों की एक सीरीज बनाई है। पहली मूवी रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधू पर बनी है जिन्होंने 2016 रियो ओलिम्पिक के दौरान यह करिश्मा कर दिखाया था। 

ओलिम्पिक में सीनियर टीम के लिए पदार्पण परिकथा की तरह होगा : मनप्रीत कौर

बेंगलुरू : भारतीय महिला हॉकी टीम की ओर से टोक्यो ओलंपिक में ‘परिकथा’ जैसे पदार्पण का सपना संजोए बैठी युवा डिफैंडर मनप्रीत कौर का ध्यान कड़ी मेहनत करके अपने खेल के शीर्ष में रहने पर है। जूनियर टीम की ओर से दुनिया भर में खेलते हुए पर्याप्त अनुभव हासिल करने वाली 23 साल की मनप्रीत को पिछले साल जनवरी में पहली बार भारत की सीनियर महिला टीम में शामिल किया गया।
मनप्रीत ने कहा कि ओलंपिक जैसी स्वप्निल प्रतियोगिता में सीनियर राष्ट्रीय टीम की ओर से पदार्पण करना मेरे लिए परिकथा जैसा होगा। मेरे कहने का मतलब है कि यह पूरी तरह से अलग अहसास होगा लेकिन मैं अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं और कड़ी मेहनत जारी रखना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि टीम चयन मेरे हाथ में नहीं है लेकिन मैं इतना कहूंगी कि यह चरण बेहद रोमांचक है। यह हमारी ट्रेनिंग के दौरान मेरे से सर्वश्रेष्ठ करा रहा है और टीम चयन के बारे में चिंता किए बगैर मैं इसे जारी रखना चाहती हूं।  

हमारे निशानेबाज अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें : रौणक पंडित

पिस्टल कोच रौनक पंडित का कहना है कि मैं चाहूंगा कि हमारे निशानेबाज अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। मैडल हमारे हाथ में नहीं है। यह दूसरों के प्रदर्शन पर भी निर्भर करता है। हमारा काम बेहतरीन तैयारी करना है। यूरोपीय चैंपियनशिप में हमारे निशानेबाजों के परिणाम उत्साहजनक हैं। टीम अच्छी जगह पर है और सही दिशा में जा रही है। 

Content Writer

Jasmeet