टोक्यो ओलिम्पिक : पीएम मोदी ने भारतीय एथलीट्स से कहा- देश भर की भावनाएं आप से जुड़ी
punjabkesari.in Tuesday, Jul 13, 2021 - 07:24 PM (IST)

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो ओलिम्पिक जा रहे भारतीय खिलाडिय़ों से कहा कि उन्हें अपेक्षाओं के बोझ तले दबना नहीं है बल्कि अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का लक्ष्य रखना है और 135 करोड़ देशवासियों की शुभकामनाएं उनके साथ हैं। मोदी ने 23 जुलाई से शुरू हो रहे ओलिम्पिक खेलों के लिए जा रहे भारतीय खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई के लिए उनसे वर्चुअल बातचीत की। उन्होंने कहा कि आपको अपेक्षाओं के बोझ तले दबना नहीं है। अपना शत प्रतिशत देना है। पूरे देश की शुभकामनायें आपके साथ है । मुझे यकीन है कि आप तोक्यो में देश को गौरवान्वित करेंगे।
मोदी ने कहा कि कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया है। ओलिम्पिक का साल और आपकी तैयारियों का तरीका बदल गया। टोक्यो में भी आपको अलग तरह का माहौल मिलेगा। देश को इस बातचीत से पता चला कि इस कठिन समय में भी देश के लिए आपने कितनी मेहनत की है। देश आपको चीयर कर रहा है। 135 करोड़ भारतीयों की शुभकामनाएं खेल के मैदान में उतरने से पहले आप सभी के लिए देश का आशीर्वाद है।
Let us all #Cheer4India. Interacting with our Tokyo Olympics contingent. https://t.co/aJhbHIYRpr
— Narendra Modi (@narendramodi) July 13, 2021
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके साथ देश भर की भावनाएं जुड़ी हुई है। आप सभी को एक साथ देखने पर कुछ चीजें कॉमन नजर आ रही है। बोल्ड, कांफिडेंट पॉजिटिव। डिसिप्लिन, डेडिकेशन और डिटरमिनेशन। यही खूबी नए भारत की भी है और आप सभी उसके प्रतीक हैं। अलग-अलग जगहों से आए आप सभी एक टीम के रूप में देश के लिए खेलने जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आप देश के लिए पसीना बहाते हैं। देश का झंडा लेकर जाते हैं तो यह देश का दायित्व है कि आपके साथ डटकर खड़ा रहे।आपकी ऊर्जा को देखकर कोई संदेह नहीं बचता कि वह दिन दूर नहीं जब जीतना ही न्यू इंडिया की आदत बन जाएगी। अभी तो ये शुरूआत है। आप टोक्यो जाकर देश का चरचम लहराएंगे तो पूरी दुनिया देखेगी।
टोक्यो ओलिम्पिक खेलने जा रहे भारतीय खिलाडिय़ों पी वी सिंधु (बैडमिंटन), नीरज चोपड़ा (भालाफेंक) सानिया मिर्जा (टेनिस), एम सी मैरीकॉम (मुक्केबाजी) , सौरभ चौधरी और इलावेनिल वालारिवान (निशानेबाजी), दुती चंद (एथलेटिक्स), मनप्रीत सिंह (हॉकी), विनेश फोगाट (कुश्ती), साजन प्रकाश (तैराकी), दीपिका कुमारी और प्रवीण जाधव (तीरंदाजी), आशीष कुमार (मुक्केबाजी) , मनिका बत्रा और अचंता शरत कमल (टेबल टेनिस) से प्रधानमंत्री ने बात की। इस बातचीत में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, पूर्व खेलमंत्री किरेन रीजीजू, आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा के अलावा कई खिलाडिय़ों के माता पिता भी मौजूद थे।
खिलाड़ियों से भी की बातचीत
- मोदी ने कई खिलाडिय़ों के माता पिता से भी बात की। उन्होंने रियो ओलिम्पिक की रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु से कहा कि रियो ओलिम्पिक से पहले कोच पुलेला गोपीचंद ने उनकी आइसक्रीम छुड़वा दी थी लेकिन टोक्यो से लौटने के बाद वह खुद सिंधु के साथ आइसक्रीम खाएंगे।
- एक दिहाड़ी मजदूर के बेटे तीरंदाज प्रवीण कुमार से बातचीत में उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं का चयन सही हो तो देश की प्रतिभा क्या नहीं कर सकती, यह हमारे खिलाडिय़ों ने दिखाया है ।
- ओलिम्पिक से ठीक पहले अपने पिता को खोने वाले मुक्केबाज आशीष कुमार को चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि तेंदुलकर भी एक समय बहुत महत्वपूर्ण टूर्नामेंट खेल रहे थे जब उनके पिता का निधन हो गया। उन्होंने अपने खेल के माध्यम से पिता को श्रृद्धांजलि दी। आपने भी वैसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है। एक खिलाड़ी के तौर पर आप विजेता हैं ही, साथ ही एक व्यक्ति के तौर पर भी आपने विषमताओं पर विजय प्राप्त की है।
- दुनिया की नंबर एक तीरंदाज और हाल ही में पेरिस में विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली दीपिका कुमारी से मोदी ने पूछा कि वह अपेक्षाओं के दबाव और अपने प्रदर्शन के बीच संतुलन कैसे बनाती है, इस पर दीपिका ने कहा कि वह पूरा फोकस प्रदर्शन पर रखती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आम खाने के अपने शौक के कारण आप तीरंदाज बनी और पेरिस में विश्व कप में स्वर्ण पदक के साथ दुनिया की नंबर एक तीरंदाज भी बन गई। आपकी यह यात्रा आम से शुरू होकर खास बन गई।
- कुश्ती में पदक उम्मीद विनेश फोगाट से पूछा कि परिवार की ख्याति के कारण अपेक्षाओं का बोझ होगा, उससे कैसे निबटती हैं। इस पर विनेश ने कहा कि उम्मीदें जरूरी है जो अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने कहा कि अपेक्षाओं का दबाव नहीं है। अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। खिलाडिय़ों को मानसिक रूप से मजबूत रहना होता है। परिवार की भूमिका अहम रहती है और हमेशा परिवार का साथ मिला।
- भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत ने हॉकी में ओंलंपिक में सबसे ज्यादा पदक जीते हैं और इस समय मुझे मेजर ध्यानचंद, केडी सिंह बाबू और मोहम्मद शाहिद जैसे महान खिलाडिय़ों की याद आ रही है। उम्मीद है कि भारतीय टीम सफलता के उस सिलसिले को दोहराएगी।