पैरालंपिक : आसान नहीं है स्विमिंग स्पर्धा, नेत्रहीनों के लिए होती है बढ़िया व्यवस्था

punjabkesari.in Sunday, Aug 22, 2021 - 05:29 PM (IST)

जालन्धर : 25 अगस्त से टोक्यो पैरालिम्पिक की शुरूआत हो जाएगी। भारत इस बार स्विमिंग में 2 स्विमर भेज रहा है। पैरालिम्पिक में स्विमिंग कंपीटिशन अलग तरह का होता है। शारीरिक असक्ष्मता के हिसाब ही प्लेयर विभिन्न इवैंट में हिस्सा लेते हैं। यह नियम क्या है जानें-

620 खिलाड़ी लेंगे हिस्सा
146 इवैंट होंगे स्विमिंग के
76 पुरुष, 67 महिला, 3 मिक्स रिले

शारीरिक मापदंडों पर निर्धारित होती है गेम में एंट्री


रैड कलर : पूरी तरह से असक्ष्म।
ग्रीन कलर : ठीक हिस्सा।
यैलो कलर : कमजोर हिस्सा।
ऑरेंज कलर : मध्यम हालात।

फ्रीस्टाइल, बैकस्ट्रोक, बटरफ्लाई में एस-1 से लेकर एस-14 तक क्लासीफिकेशन होती है। ब्रैस्टस्ट्रोक में एस.बी.1 और एस.बी.2 तो मिक्स के लिए एस.बी. 3 कैटेगरी होती है।

एस.बी. 3 कैटेगरी में स्विमर को उसका सहयोग एक डंडे के सहारे उसे  लैप की ब्लैक लाइन नजदीक होने के बारे में बताता है।


दूसरी कैटेगरी में सहयोगी स्विमर का हाथ थामे रखता है। स्विमर रस्सियों का भी सहारा लेते हैं।

सबसे ज्यादा मैडल

देश        गोल्ड    सिल्वर    ब्रॉन्ज    कुल
यू.एस.ए.    269    204    214    687
ग्रेट ब्रिटेन    222    248    223    693
नीदरलैंड    181    127    110    418
कनाडा        163    123    123    409
ऑस्ट्रेलिया    135    162    157    454

गोल्डन गर्ल

ट्रिस्चा जोर्न ने पैरालिम्पिक में कुल 54 मैडल जीते हैं जिसमें 41 गोल्ड, 9 सिल्वर तो 4 ब्रॉन्ज हैं। (फोटो)

भारत के 2 हीरो जिनसे हैं उम्मीदें


निरंजन मुकुंदन : बेंगलुरु के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आए निरंजन के पिता स्वतंत्र सलाहकार के रूप में काम करते थे जबकि मां कॉर्पोरेट कंपनी में कार्यरत है। स्पाइना बिफिडा नाम की बीमारी के कारण उनकी 16 सर्जरी हुई। डॉक्टरों ने उन्हें पैर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए तैराकी करने की सलााह दी। उनकी मां ने उन्हें जयनगर के स्विमिंग क्लब में कोच जॉन क्रिस्टोफर से ट्रेनिंग दिलवाई। वह पैरालिम्पिक में स्विमिंग की 50 मीटर बटरफ्लाई एस.7. इवैंट में उतरेंगे। पहला मुकाबला 3 अगस्त को होगा।
अवॉर्ड : 2016 - एकलव्या अवॉर्ड, 2015 - बेस्ट स्पोर्ट्स पर्सन (राष्ट्रीय अवॉर्ड)

सुयश जाधव : 2016 पैरालिम्पिक में सुयश जाधव ‘ए’ क्वालीफाइंग मार्क हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय तैराक थे। उनके नाम पर एशियन पैरा गेम्स में गोल्ड और दो सिल्वर जीतने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा जर्मन स्विमिंग चैम्पियनशिप में 3 ब्रॉन्ज तो आई.डब्ल्यू.ए.एस. विश्व गेम में उन्होंने दो गोल्ड जीते। वह 50 मीटर बटरफ्लाई एस.7. के अलावा 200 व्यक्तिगत मेडले एस.एम.7 में हिस्सा लेंगे।

मुरलीकांत पेटकर ने जीता है एकमात्र गोल्ड

भारत को स्विमिंग में एकमात्र गोल्ड मुरलीकांत पेटकर ने दिलाया था। 1972 के पैरालिम्पिक में उन्होंने 50 मीटर फ्रीस्टाइल इवैंट में हिस्सा लिया था। इन्हीं गेम्स में उन्होंने जैवलिन और स्लालोम में भी खेले लेकिन मैडल नहीं जीत पाए। पदमश्री से सम्मानित मुरलीकांत भारत आर्मी के इलैक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर विभाग में क्रॉफ्टसमैन के पद पर कार्यरत रहे। बता दें कि 1968 में पहली बार भारत से तीन स्विमर पैरालिम्पिक में हिस्सा लेने गए थे। 1972 में भी तीन तो 1984 में तीन स्विमर। 2012 और 2015 में सिर्फ 1-1 स्विमर ही इन गेमों में हिस्सा ले पाया। इस बार भारत से दो स्विमर जाएंगे।

Content Writer

Jasmeet