दिग्गज जिम्नास्ट दीपा कर्माकर ने संन्यास की घोषणा की, ओलंपिक में मामूली अंतर से चूक गईं थी पदक से
punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2024 - 05:22 PM (IST)
नई दिल्ली : भारत की दिग्गज जिम्नास्ट दीपा कर्माकर ने सोमवार को खेल से संन्यास लेने की घोषणा की। दीपा 2016 रियो ओलंपिक में मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गईं थी। ओलंपिक में शिरकत करने वाली भारत की पहली महिला जिम्नास्ट बनी 31 साल की दीपा रियो ओलंपिक की वॉल्ट स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहीं थी और सिर्फ 0.15 अंक से कांस्य पदक जीतने से चूक गईं थी।
दीपा ने बयान में कहा, ‘बहुत सोच-विचार और चिंतन के बाद मैंने प्रतिस्पर्धी जिम्नास्टिक से संन्यास लेने का फैसला किया है। यह आसान फैसला नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि यह सही समय है।' उन्होंने कहा, ‘जब से मुझे याद है तब से जिम्नास्टिक मेरे जीवन का केंद्र रहा है और मैं उतार-चढ़ाव और बीच के हर लम्हे के लिए आभारी हूं।'
दीपा कर्माकर की उपलब्धियां :
रियो ओलंपिक 2016 : दीपा ने वॉल्ट स्पर्धा में चौथा स्थान प्राप्त किया, जो किसी भारतीय महिला जिम्नास्ट द्वारा ओलंपिक में हासिल किया गया सर्वोच्च स्थान है।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 : उन्होंने ग्लासगो में आयोजित खेलों में वॉल्ट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।
एशियन चैंपियनशिप : दीपा ने 2015 में भुवनेश्वर में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता।
पद्म श्री सम्मान : 2017 में, उन्हें खेल में उनके योगदान के लिए भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान, पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
फ्लिक फ्लैक : दीपा ने 'प्रोडुनोवा' नामक कठिन वॉल्ट तकनीक को सफलतापूर्वक किया, जो कि एक चुनौतीपूर्ण तकनीक है और इसे केवल कुछ ही जिम्नास्ट करते हैं।