बॉक्सर विजेंदर सिंह की केंद्र सरकार को चेतावनी, काले कानून वापस ना लिए तो लौटा दूंगा खेल रत्न

punjabkesari.in Sunday, Dec 06, 2020 - 04:19 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : देश में खेती कानून को लेकर लगातार किसानों द्वारा अंदोलन किया जा रहा है। किसानों के इस अंदोलन को अब भारत के कई खिलाड़ियों ने अपना समर्थन दिया है। इस अंदोलन को भारत के बॉक्सर विजेंदर सिंह ने भी समर्थन दिया है। विजेंदर सिंह ने किसानों के बीच पहुंच कर केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि वह कानून को वापस लें नहीं तो वह अपना खेल रत्न वापिस कर देंगे। 

विजेंदर ने कहा कि अब बहुत हो चुका, अगर सरकार किसानों की मांगें नहीं मानती है तो मैंने फैसला किया है कि एकजुटता दिखाते हुए मैं अपना खेल रत्न पुरस्कार लौटा दूंगा। मैं किसानों और सेना से ताल्लुक रखने वाले परिवार से आता हूं, मैं उनकी पीड़ा और मजबूरी समझ सकता हूं। समय आ गया है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान दे।

विजेंदर ने 2008 बीजिंग खेलों में कांस्य पदक के रूप में मुक्केबाजी में भारत का पहला ओलंपिक पदक जीता था। विजेंदर 2009 में विश्व चैंपियनशिप (कांस्य पदक) में पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज भी बने थे। इसी साल उन्हें शानदार प्रदर्शन के लिए देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न से नवाजा गया था। विजेंदर फिलहाल पेशेवर मुक्केबाज हैं और उन्होंने 2019 में लोकसभा चुनाव भी लड़ा था।

 उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह पुरस्कार मेरे लिए काफी मायने रखता है लेकिन हमें उन चीजों के साथ भी खड़ा होना पड़ता है जिनमें हम विश्वास रखते हैं। अगर बातचीत के साथ संकट का समाधान निकल सकता है तो हम सभी को खुशी होगी।

गौर हो कि जब बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने इस कानून को लेकर अभिनेता दिलजीत सिंह दोसांझ से विवाद चल रहा था तब भी विजेंदर सिंह ने कंगना को जवाब देते हुए कहा था कि गलत पंगा ले लिया बहन। इसके बाद कंगना ने जवाब देते हुए कहा था कि क्या तू भी शिवसेना बनाएगा भाई? विजेंदर ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि वो तो बन रखी है और काम भी अच्छा ही कर रही है। 
  

Raj chaurasiya