हरियाणा सरकार ने दिए विकल्प, विनेश फोगट ने 4 करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार चुना
punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 02:00 PM (IST)

चंडीगढ़ : पहलवान से राजनेता बनी विनेश फोगट ने हरियाणा सरकार द्वारा हाल ही में उन्हें ओलंपिक रजत पदक विजेता के बराबर लाभ की पेशकश करने के बाद नकद पुरस्कार चुना है, जिसमें उन्हें विभिन्न विकल्पों में से चुनने के लिए कहा गया है। 30 वर्षीय फोगट को 50 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले अधिक वजन होने के कारण 2024 पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
तीन बार की ओलंपियन ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने पिछले साल कांग्रेस के टिकट पर जींद जिले के जुलाना से हरियाणा विधानसभा चुनाव में सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा था। हाल ही में हरियाणा सरकार ने अपनी खेल नीति के तहत फोगट को तीन विकल्प दिए। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने 4 करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार चुना। उन्होंने अपने फैसले की जानकारी देने के लिए मंगलवार को राज्य के खेल विभाग को एक पत्र सौंपा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिछले महीने घोषणा की थी कि हरियाणा मंत्रिमंडल ने राज्य की खेल नीति के तहत फोगट को ओलंपिक रजत पदक विजेता के बराबर लाभ देने का फैसला किया है। राज्य की खेल नीति तीन तरह के लाभ प्रदान करती है जिसमें 4 करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार, ग्रुप 'ए' के तहत एक उत्कृष्ट खिलाड़ी (ओएसपी) की नौकरी और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) का प्लॉट शामिल था।
सरकार ने हाल ही में उनसे उस लाभ के बारे में वरीयता मांगी थी जिसका वह लाभ उठाना चाहती थीं। मार्च में हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान फोगट ने सैनी को पिछले साल पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित किए जाने के बाद पदक विजेता की तरह उनका सम्मान करने के उनके वादे की याद दिलाई थी।
उन्होंने विधानसभा में कहा, 'मुख्यमंत्री ने कहा था कि विनेश हमारी बेटी है और उसे ओलंपिक रजत पदक विजेता के रूप में पुरस्कार मिलेगा। यह वादा अभी भी पूरा नहीं हुआ है। यह पैसे की बात नहीं है, यह सम्मान की बात है। पूरे राज्य से कई लोग मुझसे कहते हैं कि मुझे नकद पुरस्कार मिलना चाहिए था।' सैनी ने कहा कि प्रक्रियागत निर्णय के कारण फोगट को पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। फोगट को "हरियाणा का गौरव" बताते हुए मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि वह उनके सम्मान को कम नहीं होने देंगे।