खाड़े पदक से चूके, टॉप्स योजना में शामिल करने की मांग

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 07:51 PM (IST)

जकार्ताः अपने राष्ट्रीय रिकार्ड में सुधार कर फाइनल में पहुंचे भारतीय तैराक वीरधवल खाड़े एशियाई खेलों में पुरूषों की 50 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में सेकंड के 100वें हिस्से के मामूली अंतर से पदक जीतने से चूक गए और चौथे स्थान पर रहे। खाड़े ने हीट्स में 22 . 43 सेकंड का समय निकाला जो तीसरा सबसे तेज समय था। इस प्रदर्शन के बाद उन से पदक की उम्मीद की जा रही लेकिन फाइनल में उन्होंने 22.47 सेकंड का समय लिया जबकि कांस्य पदक जीतने वाले जापान के शुनिचि नाकाओ ने 22.46 सेकंड का समय निकाला। चीन के हेशिन यू (22.11 सेकंड) ने इस स्पर्धा में स्वर्ण जबकि कात्सुमि नाकामुरा (22.20 सेकंड) ने रजत पदक अपने नाम किये। ग्वांग्झू में 2010 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले खाड़े को ने इस पहले पहले अपने क्वालीफाइंग हीट में 22.43 सेकंड का समय लेकर पहले स्थान पर रहे थे। 
         
मुझे राष्ट्रीय रिकार्ड से कोई फर्क नहीं पड़ता
उनका राष्ट्रीय रिकार्ड 22 . 52 सेकंड का था जो उन्होंने जापान में 2009 में एशियाई आयुवर्ग तैराकी चैम्पियनशिप में बनाया था । अपने प्रदर्शन के बाद खाड़े ने कहा, ‘‘ मुझे राष्ट्रीय रिकार्ड से अब कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर मैंने 25 सेकंड का समय लिया होता और पदक जीत जाता तो वह मेरे लिए ज्यादा बड़ी खुशी की बात होगी। दुर्भाग्य से आज ऐसा नहीं हो सका।’’ खाड़े ने नौकरी के कारण तैराकी से चार साल का ब्रेक ले लिया था । वह महाराष्ट्र सरकार के लिये तहसीलदार की नौकरी करते हैं। उन्होंने ने 18 महीने पहले तैराकी में एक बार फिर वापसी की है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह बहुत अजीब है लेकिन सरकार के नियमों के मुताबिक मुझे ये (नौकरी) करनी होगी। इस लिए मैं कार्यालय छोड़कर तैयारी नहीं कर सकता था।’’
      

उनसे जब पूछा गयी की अगर तैराकी आपका जुनून है तो खेल में करियर को क्यों नहीं चुना तो खाड़े ने कहा, ‘‘ इसका जवाब सरल है, वित्तीय परेशानियों के कारण। मैं उस स्थिति में नहीं हूं कि अपने पैसे खर्च कर सकूं। तैराकी में कही से पैसे नहीं आ रहे है। अगर मै टॉप्स में होता तो आज के नतीजे कुछ अलग होते। मैंने अच्छी तैयारी की होती। जब मेरे पोस्टिंग मालवन में हुई तो वहां कोई भी तरणताल नहीं था। मैं वहां दो साल तक था।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मैं दस साल (आठ साल) बाद इतने बड़े टूर्नामेंट में भाग ले रहा हूं । राष्ट्रमंडल खेलों में मैं अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सका था ।’’ एशियाई खेलों में हालांकि खड़े का अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है वह 50 मीटर बटरफ्लाई और 100 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में भाग लेंगे। इस बीच 50 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा अंशुल कोठारी फाइनल में जगह नहीं बना सके जो 23 . 83 सेकंड का समय निकालकर 28वें स्थान पर रहे ।      

Rahul