सहवाग ने #5Yearchallenge से दिया राजनीति में उतरने के सवालों का जवाब
punjabkesari.in Friday, Feb 08, 2019 - 12:22 PM (IST)
जालन्धर, (जसमीत) : बीते दिनों खबर आई थी कि भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के अलावा धाकड़ वीरेंद्र सहवाग भी लोकसभा चुनावों में बीजेपी का पल्ला पकड़े नजर आएंगे। सोशल साइट्स पर तो बाकायदा इस हेडलाइन के साथ खबर चलाई गई थी कि सहवाग को रोहतक सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी है। क्योंकि सहवाग जाट है। और रोहत सीट जाट बहुल है। इसलिए उनके चुनाव लडऩे की पूरी संभावना है। लेकिन अब सहवाग ने आगे आकर राजनीति में आने या आने पर उठ रहे सवालों का जवाब दिया है।
सहवाग ने अपने ट्विटर अकाऊंट पर दो फोटो पोस्ट की है जिसमें किसी लोकल न्यूज पोर्टल की खबरें है। पहले फोटो में जो खबर है वह 2014 की बताई जा रही है। जिसमें सहवाग के रोहतक सीट से चुनाव लडऩे को ब्रेकिंग न्यूज बताया गया है। जबकि दूसरी फोटो जो संभवत: 2019 की है, में फिर से सहवान द्वारा रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव लडऩे की पक्की खबर चलाई गई है। सहवाग ने उक्त पोस्ट में राजनीति में आने से साफ इंकार करते हुए लिखा है-
कुछ चीजें कभी नहीं बदलती, अफवाहों की तरह। बिना किसी इनोवेशन के 2014 में भी यही थी 2019 में भी यही। मेरी तब भी दिलचस्पी नहीं थी, मेरी अब भी दिलचस्पी नहीं है।
सहवाग ने पोस्ट में बात खत्म, और फाइव ईयर चैलेंज का हैशटेग किया है।
कांग्रेस के हुड्डा के मुकाबले उतारने की तैयारी
सोशल साइट्स पर जो खबरें चल रही थी जिसमें सहवाग को कांग्रेस के दिग्गज नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ चुनाव में उतारने की बात कही गई थी। लिखा गया कि बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में इस पर बात हुई थी कि सहवाग को चुनाव में उतारा जाए। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने इससे साफ इंकार किया था। बराला का कहना था कि सहवाग तो अभी भाजपा पार्टी के मेंबर भी नहीं है। ऐसे में उनके चुनाव लडऩे का सवाल ही नहीं उठता।
यह क्रिकेटर पहले ही सक्रिय है राजनीति में
नवजोत सिंह सिद्धू : 2004 में पहली बार सिद्धू ने भाजपा की टिक पर चुनाव लड़ा था। 2009 में वह सांसद बने। अभी वह पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री हैं।
मोहम्मद अजहरुद्दीन : 2009 में कांग्रेस से नाता जोड़कर अजहरुद्दीन ने अपनी राजनीति करियर की शुरुआत की थी।
कीर्ति आजाद : भारत की 1983 क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे कीर्ति दिल्ली की गोल मार्केट विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। वह दरभंगा से सांसद भी चुने गए।
मोहम्मद कैफ : कांग्रेस पार्टी की ओर से मोहम्मद कैफ ने इलाहाबाद की फूलपुर सीट से चुनाव लड़ा था।
मंसूर अली खान पटौदी : 1971 में मंसूरी अली विशाल हरियाणा पाटी के टिकट पर गुडग़ांव से चुनाव लड़े थे जिसमें उन्हें हार नसीब हुई। 1991 में उन्होंने भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ा जिसमें वह फिर से हार गए।
चेतन चौहान : 1991 और 1998 में वह उत्तर प्रदेश के अमरोहा से सांसद चुने गए थे।
विनोद कांबली : सचिन के दोस्त विनोद कांबली ने 2009 में लोक भारती पार्टी की ओर से मुंबई की विक्रोली सीट से चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गए।
मनोज प्रभाकर : 1998 में मनोज ने दिल्ली के आम चुनाव में शिकरत की थी। लेकिन उन्हें जीत नसीब नहीं हुई।
योगराज सिंह : युवराज सिंह के पिता योगराज ने 2009 में आईएनएलडी की टिकट पर पंचकुला से विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गए थे।