आपसी तालमेल के दम पर विश्व कप जीतने का यकीन है : भारतीय अंडर-19 कप्तान उदय सहारन
punjabkesari.in Thursday, Feb 08, 2024 - 06:55 PM (IST)
बेनोनी : लगातार पांचवीं बार अंडर 19 विश्व कप फाइनल में पहुंची भारतीय टीम के कप्तान उदय सहारन ने इसका श्रेय खिलाड़ियों के आपसी तालमेल को देते हुए कहा है कि फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके उनकी टीम इतिहास में नाम दर्ज कराने के लिये लालायित है। भारत का अंडर-19 विश्व कप में दबदबा इसी बात से साबित होता है कि पिछले नौ में से सात बार टीम फाइनल में पहुंची है। हर बार किसी खिलाड़ी ने जिम्मेदारी लेकर टीम को जीत तक पहुंचाया है।
सहारन ने यहां विलोरमूर पार्क पर टीम के अभ्यास सत्र से इतर इंटरव्यू में कहा, ‘हमारी टीम के अच्छे प्रदर्शन का राज आपसी तालमेल है। हमारी बॉडिंग इतनी अच्छी है कि ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत दोस्ताना है। सभी एक दूसरे पर भरोसा करते हैं और एक दूसरे की मदद को तत्पर रहते हैं। इसी से प्रदर्शन ग्राफ लगातार अच्छा रहा है।'
श्रीगंगानगर से निकले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘बहुत गर्व की बात है कि हम लगातार पांचवीं बार फाइनल में पहुंचे हैं। भारत का टूर्नामेंट में इतना दबदबा रहा है। हमारे सभी खिलाड़ी लय में हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।' अब तक टूर्नामेंट में छह मैचों में सर्वाधिक 389 रन बना चुके सहारन ने कहा, ‘फाइनल में सामने आस्ट्रेलिया हो या पाकिस्तान, फर्क नहीं पड़ता। हम विरोधी टीम पर फोकस नहीं कर रहे और अपने खेल पर ध्यान दे रहे हैं। हमने मैच दर मैच रणनीति बनाई है और हर मैच को संजीदगी से ले रहे हैं।'
यह पूछने पर कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्या बदला दिमाग में होगा क्योंकि सीनियर टीम पिछले साल वनडे विश्व कप फाइनल उससे हारी थी, उन्होंने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं सोच रहे हैं। हम अपने खेल पर फोकस कर रहे हैं और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना है। मैच हालात के हिसाब से खेल रहे हैं। हर मैच महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विश्व कप है और सारी टीमें अच्छी है।'
अंडर 19 विश्व कप ने भारत को मोहम्मद कैफ, विराट कोहली, शुभमन गिल, रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी दिए हैं, क्या इस विरासत से अतिरिक्त दबाव महसूस करते हैं, यह पूछने पर उन्होंने कहा, ‘मैं इस बारे में कभी सोचता ही नहीं हूं। अतीत के बारे में सोचता नहीं हूं। सिर्फ इतना सोचता हूं कि अपना सर्वश्रेष्ठ टीम के लिए कैसे दे सकता हूं और टीम से सर्वश्रेष्ठ कैसे निकाल सकता हूं।'
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में 245 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय चार विकेट 32 रन पर गंवाने के बाद टीम को संकट से निकालते हुए सहारन ने सचिन धास (96) के साथ पांचवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 171 रन की साझेदारी करके जीत दिलाई। उस पारी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘मेरे पापा ने सिखाया है कि जितना हो सके लंबे समय तक टिके रहना है। मैच को फिनिश करना है और मैं कोशिश करता हूं कि अंत तक जिम्मेदारी निभाऊं। टीम को जीत तक लेकर जाऊं।'
उन्होंने कहा, ‘हम पहले भी बहुत सारे शिविर में भाग ले चुके हैं और बहुत दबाव वाले मैच खेल सकते हैं। हम बहुत कड़ा अभ्यास करते हैं और दबाव के हालात में भी अभ्यास करते हैं। जैसी जरूरत है, वैसा ही अभ्यास करते हैं और फोकस इसी पर रहता है कि मैदान पर उस पर अमल करें।' मैदान पर शांतचित्त रहने को अपना स्वभाव बताते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे कुछ अलग से करना ही नहीं पड़ता। मैं वैसे भी बहुत कूल रहता हूं। कभी कभार मैच में तनाव होता है लेकिन दिमाग चलते रहना जरूरी है और मुझे लगता है कि मैं अभी सही कर रहा हूं और आगे भी ऐसा ही करूंगा।'
गंगानगर से पंजाब के सीमावर्ती कस्बे फाजिल्का में सहारन का परिवार आया जहां से भारत के धुरंधर क्रिकेटर शुभमन गिल भी हैं। गिल से उन्हें प्रेरणा मिली लेकिन उनके फेवरिट विराट कोहली है जिनसे वह जल्दी ही मिलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘फाजिल्का से शुभमन गिल भी हैं जो अंडर 19 से ही निकले हैं और काफी प्रेरित करते हैं। मेरा भी शुरू से लक्ष्य था कि अपने देश को गौरवान्वित करना है।'
उन्होंने कहा, ‘विराट कोहली मेरे फेवरिट हैं क्योकि उनका जुनून और खेल जबर्दस्त है। खेल से उनका लगाव, जोश और जीतने की ललक प्रेरित करती है। कभी मिला नहीं हूं लेकिन टीम वीडियो कॉल पर बात हुई है। उनसे मिलना चाहता हूं।' उन्होंने फाइनल से पहले देशवासियों से कहा, ‘हमारे लिए यह टूर्नामेंट जीतना बहुत बड़ी बात है। हर किसी को एक ही विश्व कप मिलता है और हम इतिहास को दोहराना चाहते हैं। अपना नाम भी इतिहास में दर्ज करना चाहते हैं। हम नतीजे के बारे में नहीं सोच रहे लेकिन अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर फोकस है। देशवासियों से कहूंगा कि ऐसे ही सहयोग करते रहे। हम अपनी पूरी जान लगा देंगे ताकि कप वापिस लेकर आएं।'